सोमवार को अंकिता हत्याकांड में न्याय की मांग को लेकर कांग्रेसी सड़कों पर उतरे। हाथीबडकला से गांधी पार्क तक भारत जोड़ो यात्रा निकालते हुए पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा कि अंकिता हत्या कांड में उनके माता पिता ने एक वीआईपी का नाम लिया है। लेकिन सरकार उस वीआईपी को बचाने का काम कर रही है।
सरकार को तत्काल उस वीआईपी का नाम उजागर कर उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज करनी चाहिए। अगर सरकार ऐसा नहीं करती है तो यह समझा जाएगा कि वीआईपी सत्तापक्ष का है। ओर जानबूझ कर सरकार उसे बचाने का काम कर रही है। नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने भी वीआईपी का नाम उजागर करने की मांग की।
बता दें, कि पौड़ी जिले के गंगा भोगपुर के वनंतरा रिजॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट के पद पर काम करने वाली अंकिता भंडारी की 18 सितंबर, 2022 को हत्या कर दी गई थी। 24 सितंबर, 2022 को पुलिस ने उसका शव चीला नहर से बरामद किया था। इस हत्याकांड की जांच एसआईटी ने की और करीब 500 पेज की चार्जशीट अदालत में पेश की। .