बिजनेस डेस्कः वित्त वर्ष 2024-25 (FY25) के दौरान देश में सक्रिय कंपनियों की संख्या में 1.62 लाख से अधिक की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। यह वृद्धि मुख्य रूप से औद्योगिक और सेवा क्षेत्रों के कारण हुई है।

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कॉरपोरेट कार्य मंत्रालय (MCA) के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल 2024 से फरवरी 2025 की अवधि में 1,41,675 नई कंपनियों का पंजीकरण हुआ, जिनकी कुल पेड-अप कैपिटल ₹3.36 लाख करोड़ के करीब रही। इसमें से 82% से अधिक पूंजी निवेश औद्योगिक क्षेत्र में हुआ, जिसमें विनिर्माण, वस्त्र, खनन, धातु और रसायन जैसे उद्योग शामिल हैं।

शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स/संपादक उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह बिष्ट रुद्रपुर, (उत्तराखंड)संवाददाता

31 जनवरी 2025 तक देश में कुल 28,05,354 कंपनियां पंजीकृत थीं, जिनमें से 18,17,222 कंपनियां सक्रिय थीं- यह दिसंबर 2024 की तुलना में 0.14% की वृद्धि है। भारत में 5,216 विदेशी कंपनियां भी पंजीकृत हैं, जिनमें से 63% यानी 3,281 कंपनियां सक्रिय हैं।

डेटा के अनुसार, निजी लिमिटेड कंपनियां कुल कंपनियों का 96% हैं और इनका 38% पूंजी में योगदान है। पब्लिक लिमिटेड कंपनियां केवल 4% हैं, लेकिन इनका पूंजी में 62% का योगदान है।

आर्थिक क्षेत्रों के हिसाब से

  • बिजनेस सर्विसेज में सबसे अधिक सक्रिय कंपनियां हैं (27%)
  • इसके बाद मैन्युफैक्चरिंग (20%), ट्रेडिंग और कम्युनिटी, पर्सनल व सोशल सर्विसेज (13%) हैं।

मंत्रालय के अनुसार, सेवा क्षेत्र में सक्रिय कंपनियों की संख्या में सबसे अधिक वृद्धि देखी गई है, इसके बाद उद्योग और कृषि क्षेत्रों का स्थान है।

राज्यवार स्थिति

  • महाराष्ट्र में सबसे अधिक सक्रिय कंपनियां हैं।
  • इसके बाद दिल्ली, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल का स्थान आता है।

यह रिपोर्ट दर्शाती है कि भारत में व्यावसायिक माहौल लगातार बेहतर हो रहा है और नए उद्यम तेजी से सामने आ रहे हैं।


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