जम्मू-कश्मीर के कठुवा में शहीद हुए उत्तराखंड के पांच वीर सपूतों को श्रद्धाजंलि देते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भावुक हो गए। उन्होंने कहा कि पूरे उत्तराखंड के लिए यह अत्यंत पीड़ा का क्षण है।

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हमने भाई और बेटा भी खोया है।

वीर सपूतों के बलिदान को याद कर भावुक हुए धामी जम्मू के कठुआ में शहीद हुए उत्तराखंड के पांच जवानों के पार्थिव शरीर मंगलवार को जॉलीग्रांट हवाईअड्डा पहुंचे।

इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पांचों बलिदानी जवानों के पार्थिव देह पर पुष्पचक्र अर्पित कर संपूर्ण राज्य की ओर से उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। मुख्यमंत्री धामी अपने राज्य के वीर सपूतों के बलिदान को याद कर भावुक नज़र आए।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि यह हम सभी प्रदेशवासियों के लिए अत्यंत पीड़ा के साथ गर्व का भी क्षण है। पीड़ा इसकी कि हमने भाई और बेटा खोया है। वहीं इस बात का गर्व है कि हमारे रणबांकुरों ने उत्तराखण्ड की समृद्ध सैन्य परंपरा का पालन करते हुए मां भारती के चरणों में अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि मां भारती की रक्षा करते हुए आतंकवाद के विरुद्ध हमारे वीर जवानों का यह सर्वाेच्च बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। इस कायरतापूर्ण हमले के दोषी, मानवता के दुश्मन आतंकवादी किसी भी क़ीमत पर बख्शे नहीं जाएंगे और इनको पनाह देने वाले लोगों को भी इसके परिणाम भुगतने होंगे। सैन्यभूमि उत्तराखण्ड वीर सैनिकों को जन्म देने वाली भूमि है। यहां के जवानों ने सदैव मां भारती की सेवा में अपने प्राणों की आहुति देकर अपने राष्ट्रधर्म का निर्वहन किया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे बलिदानी जवानों का नाम भारत हमेशा याद रखेगा। संपूर्ण राज्य को अपने बेटों व भाइयों पर गर्व हैं। पांचों वीर जवान हमारे परिवार के सदस्य हैं। इस दुःख की घड़ी में संपूर्ण देश व प्रदेश शहीदों के परिजनों के साथ खड़ा है।

इस अवसर पर सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत, कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी और प्रेमचंद्र अग्रवाल, विधायक बृजभूषण गैरोला, राज्य के पुलिस प्रमुख अभिनव कुमार, सचिव दीपेंद्र चौधरी, जिला आधिकारी सोनिका, मेजर जनरल आर. प्रेम राज, ब्रिगेडियर संजोग नेगी, कर्नल साकेत उनियाल, एवं अन्य लोग मौजूद रहे।

इन रणबांकुरों ने उत्तराखंड की समृद्ध सैन्य परंपरा का पालन करते हुए मां भारती के चरणों में अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया। आतंकवाद के विरुद्ध वीर जवानों का सर्वोच्च बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। इस कायरतापूर्ण हमले के दोषी आतंकवादी किसी भी कीमत पर बख्शे नहीं जाएंगे।

उन्हें पनाह देने वाले लोगों को भी इसके परिणाम भुगतने होंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि शहीद जवानों का नाम भारत हमेशा याद रखेगा। संपूर्ण राज्य को अपने बेटों व भाइयों पर गर्व हैं। पांचों वीर जवान हमारे परिवार के सदस्य हैं। इस दुख की घड़ी में संपूर्ण देश व प्रदेश शहीदों के परिजनों के साथ खड़ा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे शहीद जवानों का नाम भारत हमेशा याद रखेगा। संपूर्ण राज्य को अपने बेटों व भाइयों पर गर्व हैं। पांचों वीर जवान हमारे परिवार के सदस्य हैं। इस दुख की घड़ी में संपूर्ण देश व प्रदेश शहीदों के परिजनों के साथ खड़ा है।

शहीद सपूतों के पार्थिव शरीर देख गमगीन हुआ माहौल
कठुवा में आंतकी हमले में शहीद हुए पांचों सपूतों के पार्थिव शरीर जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर पहुंचते ही माहौल बेहद भावुक हो गया। नम आंखों के साथ लोगों ने अपने बहादुर सैनिकों को श्रद्धाजंलि दी। शहीद विनेाद सिंह भंडारी के पार्थिव शरीर पर पुष्पचक्र चढाते हुए उनके पिता वीर सिंह भंडारी फफक फफक कर रो पड़े।

उन्होंने कहा कि बेटे की शहादत पर उन्हें गर्व है। लेकिन दुख है कि तीन बहनों का अकेला भाई था। दो छोटे छोटे बच्चे हैं। अब उनकी जिम्मेदारी भी हम बूढे मां बाप पर आ गई है। मंगलवार शाम 4 बजकर 35 मिनट पर दो एमआई हेलीकॉप्टर शहीद पांच जवानों के पार्थिव शरीर लेकर जौलीग्रांट एयरपोर्ट पहुंचे। अपने बहादुर सपूतों के अंतिम दर्शन के लिए एयरपोर्ट परिसर और बाहर लोगों को हुजूम उमड़ पड़ा था।

अमर शहीद
1-राइफलमैन आदर्श नेगी(25 वर्ष) पुत्र दलबीर सिंह नेगी, निवासी थाती डागर गांव, कीर्तिनगर ब्लॉक, टिहरी
2-नायब सूबेदार आनंद सिंह रावत(41 वर्ष) पुत्र स्वर्गीय प्रेम सिंह रावत, निवासी ग्राम कांडा, रुद्रप्रयाग
3-हवलदार कमल सिंह(36 वर्ष) पुत्र स्व.केशर सिंह, निवासी ग्राम कर्तिया(नोदानु), थाना रिखणीखाल, जिला पौड़ी
4-राइफलमैन अनुज नेगी(25 वर्ष) पुत्र भारत सिंह, निवासी ग्राम डोबरिया थाना व तहसील रिखणीखाल, जिला पौड़ी
5-लांस नायक विनोद सिंह(33 वर्ष) पुत्र वीर सिंह भंडारी, मूल निवासी चौड़-जसपुर जाखणीधार ब्लॉक, वर्तमान में भानियावाला, देहरादून


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