नाम वापसी के आखिरी दिन नगला नगर पालिका में कांग्रेस के साथ गज़ब खेला हो गया। पार्टी प्रत्याशी का पर्चा खारिज होने के बाद कांग्रेस नेताओं ने जिस निर्दलीय प्रत्याशी पर हाथ रखा, आज उसने भी भाजपा को समर्थन दे दिया। उसके अलावा एक अन्य ने भी भाजपा के पक्ष में नाम वापस ले लिया है। अब मैदान में भाजपा उम्मीदवार के सामने एक निर्दलीय प्रत्याशी ही शेष है। ऐसे वहां का मुकाबला काफी हद तक भाजपा के पक्ष में हो गया है।


प्रिंट मीडिया, शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स/संपादक उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह बिष्ट रुद्रपुर, (उत्तराखंड)
सचिन के पक्ष में राकेश यादव और हरीश जोशी ने लिया नाम वापस
बता दें कि नवगठित नगला नगर पालिका से पांच लोगों ने नामांकन किया था। जिसमें भाजपा से सचिन शुक्ला, कांग्रेस से हरिओम चौहान निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में राकेश यादव, हरीश जोशी और विक्रम सिंह मैदान में थे। लेकिन नामांकन पत्रों की जांच में कांग्रेस प्रत्याशी हरिओम का पर्चा कम आयु के चलते खारिज हो गया। इसकी जानकारी पर कांग्रेस ने आनन-फानन में निर्दलीय प्रत्याशी राकेश यादव पर हाथ रखा। विधायक तिलक राज बेहड़ और राजेश प्रताप सिंह ने राकेश के माला डाल उसको पूरी ताकत से चुनाव लड़ाने की बात कही। लेकिन गुरुवार को खेल ही बदल गया। निर्दलीय प्रत्याशी राकेश यादव और हरीश जोशी ने भाजपा उम्मीदवार सचिन के पक्ष में अपना नाम वापस ले लिया। इसके बाद अब सचिन के सामने केवल विक्रम सिंह ही मैदान में हैं। सूत्रों की माने तो हरिओम और राकेश यादव से झटका लगने के बाद कांग्रेस अब विक्रम को लुभाने के प्रयास में है।
नगला में लगी है कांग्रेस विधायक की साख: शुक्ला
फिलहाल, पूरे प्रकरण पर पूर्व विधायक राजेश शुक्ला ने कहा कि नगला का चुनाव कांग्रेस विधायक की साख का सवाल था। लेकिन कांग्रेस वहां सही प्रत्याशी खड़ा करने में नाकाम साबित हुई है। वहां की जनता भाजपा के साथ है और हम चुनाव जीत रहे हैं। राकेश यादव और हरीश जोशी ने भाजपा सरकार की कार्यशैली से प्रभावित होकर हमें समर्थन दिया। राकेश को अपनी ओर करने की कांग्रेस नेताओं की कोशिश सफल नहीं हुई, क्योंकि उन्होंने दोनों को गुमराह करने का काम किया।
राकेश और हरीश ने कहा कि भाजपा लगातार बेहतर काम कर रही है, हमें भाजपा पर पूर्ण विश्वास है। नगला के सम्पूर्ण विकास के लिए हमने अपना समर्थन सचिन शुक्ला को दिया है।
नगला को उजाड़ने के साजिश कर्ता विक्रम माहोड़ी निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में मैदान में जमे हुए हैं। सूत्रों से मालूम चला है ,अपने नाम के आगे डॉक्टर लगाने वाले विक्रम सिंह माहोडी विवादों से गहरा नाता रहा है । अपना फर्जी रुपवा बनाने के लिए अपने नाम के आगे डॉक्टर लगता है।नगला उजाड़ने की साजिश में अग्रिम पंक्ति में खड़े होकर साजिश कर्ताओं के साथ मुख्य व्यक्ति है। नगला उजाड़ने वाले साजिश कर्ताओं के समर्थन से इस बार विक्रम सिंह माहोडी को खड़ा किया गया है, पूर्व में भी Vikram Singh माहोडी के द्वारा राष्ट्रीय अखबारों की प्रतियां जलाकर चर्चा में आए थे। जिसमें हमने जब राष्ट्रीय अखबार के संपादक से बात की तो उनका कहना था विक्रम सिंह माहोडी गलत ट्रैक पर चल रहा है। विक्रम सिंह माहोडी के द्वारा पंतनगर के किसी हॉस्टल में कैंटीन का ठेका लिया गया है। जिसमें राष्ट्रीय अखबारों के द्वारा खाने में कीड़े मिलने पर एवं एक महिला गार्ड की आपत्तिजनक खबर छपने से विक्रम सिंह द्वारा अखबार की प्रतियां फूकी गई ,अब देखना यहां है नगला को उजाड़ने वाले मुख्य साजिश कर्ता जिसे नगला को उजाड़ने वाले अन्य साजिश कर्ताओं के द्वारा इस बार नगला नगर पालिका के लिए प्रत्याशी खड़ा किया गया है/
आपको अवगत करा दे नगला अभी भी खतरे की जद में है।
विक्रम सिंह माहोडी से जब हमने वर्जन लेने के लिए फोन किया तो उन्होंने अपना फोन स्विच ऑफ कर दिया।

