पूर्व विधायक राजकुमार ठुकराल पर कांग्रेस लगा सकती है दाव, कांग्रेस हाई कमान राजकुमार ठुकराल के संपर्क में है। रुद्रपुर नगर निगम से राजकुमार ठुकराल को प्रत्याशी बनाए जाने से जहां इसका असर उधम सिंह नगर के नगर निकायों पर भी पड़ेगा। दूसरी तरफ रुद्रपुर नगर निगम के 40 वार्डो पर कांग्रेस के पार्षदों को बल मिलेगा। राजनीतिज्ञों के अनुसार राजकुमार ठुकराल को अगर कांग्रेस अपना प्रत्याशी बनती है। तो बंपर वोटो से विजय तो होगी ही, 40 वार्डों में भी कांग्रेस का परचम लहरा सकता है ।अब देखना यह है हाई कमान राजकुमार ठुकराल पर क्या निर्णय लेती है। आपको अवगत करा दें राजकुमार ठुकराल लोकप्रियता के मामले में अभी भी रुद्रपुर नगर निगम में पहले पायदान पर हैं ।लेकिन हाल फिलहाल में कांग्रेस की महिला उपाध्यक्ष मीना शर्मा के खिलाफ विपक्षी पार्टियों के द्वारा ऑडियो वायरल किया गया था। जिसमें राजकुमार ठुकराल पूर्व विधायक द्वारा मीना शर्मा के प्रति अप शब्दों का प्रयोग किया गया था। सूत्रों के अनुसार राजकुमार ठुकराल कांग्रेस के रुद्रपुर नगर निगम के प्रत्याशी होंगेl घोषणा होनी बाकी है।


खबर)
प्रिंट मीडिया,शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स/संपादक उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह बिष्ट रुद्रपुर
इस संबंध में अंतिम निर्णय जिला पर्यवेक्षकों की रिपोर्ट के बाद लिया जाएगा। पर्यवेक्षक 25 दिसंबर तक अपनी रिपोर्ट सौंप सकते हैं।
इसे ध्यान में रखकर कांग्रेस अपनी रणनीतिक तैयारी को धार देने में जुटी हुई है। मुख्य विपक्षी दल इन चुनावों को अगले विधानसभा चुनाव के दृष्टिगत सेमीफाइनल के रूप में ले रही है। विशेष रूप से शहरी मतदाताओं पर पैठ मजबूत करने के लिए पार्टी इसे महत्वपूर्ण अवसर मान रही है।
पार्टी के सामने सबसे बड़ी चुनौती प्रदेश के अधिकतर शहरी निकायों पर काबिज रही सत्तारूढ़ भाजपा के गढ़ में सेंध लगाने के लिए है। जिताऊ और दमदार प्रत्याशियों के बूते ही यह संभव है। पिछली बार कांग्रेस के पास मात्र दो नगर निगम थे।
इस बार अधिक नगर निगमों में सफलता पाने के लिए पार्टी पूर्व विधायकों और विधानसभा चुनाव में पार्टी प्रत्याशियों को चुनाव मैदान में उतार सकती है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने निकायों में पार्टी के साथ टिकट पाने की दौड़ में सम्मिलित दावेदारों की स्थिति का आकलन करने के लिए जिलेवार पर्यवेक्षकों की तैनाती की है। इन पर्यवेक्षकों की सूची में दो बार परिवर्तन भी किया जा चुका है। अब पर्यवेक्षकों की रिपोर्ट मिलने की प्रतीक्षा है।
जिला पर्यवेक्षक ओबीसी आरक्षण की अंतिम अधिसूचना जारी होने के बाद अपनी रिपोर्ट प्रदेश संगठन को सौंप सकते हैं। 25 दिसंबर तक यह रिपोर्ट मिल सकती है। इसके बाद जिलेवार रिपोर्ट पर प्रदेश के वरिष्ठ नेताओं और प्रदेश कांग्रेस समन्वय समिति के साथ बैठक कर प्रत्याशियों के चयन पर निर्णय लिया जा सकेगा। पार्टी हाईकमान भी नगर निकाय चुनाव में बेहतर प्रदर्शन की अपेक्षा कर रहा है। कांग्रेस के सह प्रभारी सुरेंद्र शर्मा 23 दिसंबर के बाद निकाय चुनाव तक उत्तराखंड में डेरा डाल सकते हैं।

