जनपद उधम सिंह नगर को बीस सूत्री कार्यक्रम में ‘प्रथम पुरस्कार’ 📍 उत्तराखंड की विकासगाथा का गौरवशाली पन्ना

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रुद्रपुर/देहरादून, जून 2025 – उत्तराखंड सरकार की बीस सूत्री कार्यक्रम कार्यान्वयन समिति द्वारा वर्ष 2024–25 की रैंकिंग में जनपद उधम सिंह नगर को प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है। यह सम्मान न केवल प्रशासनिक दक्षता का प्रतीक है, बल्कि यह इस जनपद की मेहनतकश जनता, जागरूक प्रतिनिधियों और सक्रिय अधिकारियों के सामूहिक प्रयासों का परिणाम है।

संवाददाता,शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स /उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह बिष्ट

वित्त एवं संख्यनिदेशालय, नियोजन विभाग द्वारा जारी पत्र के अनुसार, अप्रैल 2024 से मार्च 2025 तक की अवधि में बीस सूत्री लक्ष्यों की निष्पादन रिपोर्ट के आधार पर उधम सिंह नगर को यह उत्कृष्टता पुरस्कार दिया गया है। जनपद की रैंकिंग का मूल्यांकन सामाजिक कल्याण, स्वास्थ्य सेवाएं, महिला सशक्तिकरण, ग्रामीण विकास, शिक्षा, रोजगार, कृषि, और पर्यावरण संरक्षण जैसे बीस प्राथमिक क्षेत्रों में उपलब्धियों के आधार पर किया गया।

सम्मान समारोह में चमका उधम सिंह नगर

दिनांक 6 जून 2025, को देहरादून के होटल पंचायतीराज कन्वेंशन सेंटर में आयोजित राज्य स्तरीय समारोह में जनपद को यह गौरव प्राप्त हुआ। इस अवसर पर बीस सूत्री कार्यक्रम के उपाध्यक्ष, निदेशक एवं अन्य उच्चाधिकारियों की उपस्थिति रही। उधम सिंह नगर के जिलाधिकारी को प्रशस्ति पत्र और स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया।

📈 विकास के मानकों में शीर्ष प्रदर्शन

उधम सिंह नगर की इस ऐतिहासिक उपलब्धि के पीछे सटीक योजना, धरातल पर तीव्र क्रियान्वयन, पारदर्शिता, और नागरिक सहभागिता का बड़ा योगदान रहा। स्वास्थ्य और पोषण, किसान कल्याण, महिला विकास, अनुसूचित जाति/जनजाति सशक्तिकरण, और डिजिटल सेवाओं की सहज उपलब्धता के क्षेत्र में जनपद ने राज्य के अन्य जिलों को पीछे छोड़ा।

💬 जनपदवासियों की जीत

यह पुरस्कार न केवल प्रशासनिक सफलता है, बल्कि यह 18 लाख से अधिक की जनसंख्या वाले जनपद की मेहनत का प्रतिफल है। श्रमिकों, किसानों, महिलाओं, विद्यार्थियों और युवा उद्यमियों की प्रतिबद्धता ने ही उधम सिंह नगर को ‘प्रथम पुरस्कार’ दिलाया है। यह उपलब्धि पूरे कुमाऊं मंडल के लिए गर्व की बात है।

🏅 ‘विकासशील से विकसित की ओर’

उधम सिंह नगर, जो कभी केवल औद्योगिक नगर के रूप में जाना जाता था, अब एक विकासशील मॉडल जनपद के रूप में सामने आया है। जिला प्रशासन ने समाज के अंतिम व्यक्ति तक योजनाओं की पहुंच सुनिश्चित करने का प्रयास किया है। यह सफलता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘अंत्योदय’ नीति और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की ‘सशक्त उत्तराखंड’ दृष्टि को साकार करने की दिशा में मील का पत्थर है।


🖋️ संपादकीय टिप्पणी:

उधम सिंह नगर की यह सफलता उत्तराखंड के लिए नई ऊर्जा का संचार करती है। यह प्रमाण है कि जब नीति, नीयत और निष्ठा एक साथ हो, तो कोई भी जनपद विकास के शिखर तक पहुंच सकता है। यह अन्य जनपदों के लिए भी एक प्रेरणास्त्रोत है कि सही रणनीति और जन-भागीदारी से किसी भी क्षेत्र को मॉडल जिला बनाया जा सकता है।



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