योगी अब या तो 11 अप्रैल से पहले उत्तराखंड आएंगे या इसके बाद की किसी तिथि पर प्रचार करेंगे। पार्टी के प्रदेश महामंत्री आदित्य कोठारी ने पीएम की रैली तय होने की पुष्टि की है।
Elections 2024: कांग्रेस ने जारी की स्टार प्रचारकों की सूची, राहुल-प्रियंका गरमाएंगे उत्तराखंड में प्रचारHindustan Global Times/ प्रिंट मीडिया:
शैल ग्लोबल टाइम्स/ अवतार सिंह बिष्ट, रूद्रपुर उत्तराखंड
बता दें कि पहले प्रधानमंत्री मोदी की 12 अप्रैल को जनसभा का कार्यक्रम बना था। वहीं योगी का 11 अप्रैल को रुड़की, श्रीनगर और किच्छा में चुनावी सभाएं करने का कार्यक्रम था। अब योगी के प्रचार कार्यक्रम में बदलाव किया जा रहा है। माना जा रहा है कि योगी या तो 10 अप्रैल को उत्तराखंड आ सकते हैं या फिर उनकी 13 या 14 अप्रैल को चुनावी सभाएं होंगी।
उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में 21 वीं शताब्दी, भारत की जागृति अवस्था की शताब्दी बन रही है। भारत अब जागृत अवस्था में हम लोगों को दिखाई दे रहा है।
जेपी नड्डा ने कहा कि पीएम ने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि यह काल सनातन के जागरण का काल है। ऐसे में जब सनातन का जागरण हो रहा है तो साधु संतों ऋषि महापुरुषों के दर्शन करना सौभाग्य है। संत समारोह में बतौर मुख्य अतिथि नड्डा ने कहा कि पीएम के नेतृत्व में हम देश में विकास के लिए राजनीतिक लड़ाई को आगे बढ़ा रहे हैं।
साधु संतों ऋषि मुनियों का मिल रहा आशीर्वाद
भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि इस लड़ाई की शुरुआत में ही साधु संतों ऋषि मुनियों का आशीर्वाद हम सबको मिल रहा है। इसके लिए मैं आप सबका ऋणी हूं। पिछले 10 वर्षों में आध्यात्मिक जगत हो या फिर सांसारिक देश ने बदलाव का दौर देखा है। 10 साल पहले हम हीन भावना से ग्रसित थे। 10 साल से पहले का नेतृत्व देश को दिशा और दृष्टि नहीं दे पा रहा था। इस कारण एक ऐसा दौर आया जब भारत पिछड़ता का हुआ दिखा। भारत की आध्यात्मिक शक्ति क्षीण होती दिखी। पीएम मोदी के नेतृत्व में पिछले 10 वर्षों में भारत का बदलता दौड़ हमने देखा है।
‘भारत का परचम पीएम ने लहराया’
जेपी नड्डा ने कहा कि जब हम बदलते दौर की बात करते हैं तो भूख की राजनीति से लेकर विदेश नीति तक हर जगह भारत का परचम पीएम ने लहराया है। भारतीय विचारधारा और सात्विक विचारधारा को आगे बढ़ाया है। गुलामी के चिन्हों को हटाकर भारत के गौरव और संस्कृति को रखने का काम पीएम ने किया है। साथ ही भारत को पुरानी गुलामी की मानसिकता को निकाल कर गौरवपूर्ण भारत को पुनर्स्थापित करने में पीएम के नेतृत्व ने अभूतपूर्व भूमिका निभाई है। उपेक्षित धर्म स्थलों को मुख्यधारा में लाने का काम पीएम ने किया है। बद्रीनाथ, केदारनाथ, आदि शंकराचार्य की मूर्ति, महालोक की स्थापना, काशी कॉरिडोर आदि का जीर्णोद्धार का काम पीएम के नेतृत्व के हुआ है।
ये संत रहे मौजूद
इस मौके पर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद (महानिर्वाणी) के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्र पुरी, श्रीमहंत रविंद्र पुरी (निरंजनी), स्वामी हरिगिरी, स्वामी प्रेमगिरी, स्वामी ललीतानंद गिरी, स्वामी रूपेंद्र प्रकाश, स्वामी संजय महंत, स्वामी हरिवल्लभ दस शास्त्री, महंत राघवेंद्र दास, स्वामी रवि देव शास्त्री, स्वामी गर्व गिरी, महंत हनुमान बाबा, महंत गोविंद दास, स्वामी दर्शन भारती, बाबा हठयोगी, स्वामी राममुनी, स्वामी विवेकानंद, स्वामी प्रबोधानंद गिरी सहित बड़ी संख्या में साधु संत मौजूद रहे।
धर्म का इस्तेमाल करने वाले दलों का समर्थन नहीं करना चाहिए
इससे पूर्व जेपी नड्डा ने हरिद्वार की अधिष्ठात्री माया देवी मंदिर में पूजा अर्चना की। जूना पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि महाराज ने पूजा अर्चना की करायी। भैरो मंदिर में भी उन्होंने पूजा अर्चना कर आशीर्वाद लिया। विपक्ष पर साधा निशानाहरिद्वार: विपक्ष पर निशाना साधते कहा कि कुछ राजनीतिक दल चुनाव में धर्म का इस्तेमाल करते हैं। ऐसे दलों को समर्थन नहीं देना चाहिए।
जनेऊ को लेकर राहुल पर कसा तंज
इसके साथ ही जेपी नड्डा ने राहुल गांधी पर तंज कसते कहा कि कुछ लोगों को न तो जनेऊ पहनना आता है और न ही आरती करनी आती है, लेकिन चुनाव के समय में धर्म का उपयोग करना जरूर आता है। ऐसे लोगों को चुनाव में साधु संतों का आशीर्वाद नहीं मिलना चाहिए। इंडी गठबंधन पर भी निशाना साधते जेपी नड्डा ने कहा कि कुछ राजनीतिक दल चुनाव के समय में सनातनी ताकतों को कलंकित करने का काम करते हैं और कुछ राजनीतिक दल चुप्पी साध लेते हैं। ऐसे राजनीतिक दलों को भी साधु संतों का समर्थन नहीं मिलना चाहिए।