हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स, अवतार सिंह बिष्ट, रूद्रपुर उत्तराखंड राजस्थान के जयपुर में श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के प्रमुख सुखदेव सिंह गोगामेड़ी हत्याकांड में लगातार कई नई जानकारियां सामने आ रही हैं. जिन दो शूटर्स ने इस वारदात को अंजाम दिया है, उनका पहले से ही आपराधिक रिकॉर्ड है.

Spread the love

रोहित राठौर जो कि नागौर का रहने वाला है वो पहले भी जेल जा चुका है. खुद उसके पड़ोसियों ने बताया कि पुलिस ने रोहित को पॉक्सो एक्ट (नाबालिग से रेप) के तहत गिरफ्तार किया था. जबकि, नितिन फौजी जो कि हरियाणा के महेंद्रगढ़ का रहने वाला है, उसने भी 10 नवंबर को अपने साथियों संग एक शख्स को किडनैप करने की कोशिश की थी.

रोहित राठौर की बात करें तो वह मूल रूप से नागौर जिले के मकराना स्थित जसूरी गांव का रहने वाला है. लेकिन कई साल पहले उसके पिता की कैंसर से मौत हो गई थी. जिसके बाद वह अपनी मां के साथ जयपुर आकर रहने लगा. जयपुर के खातीपुरा के सुंदर नगर में उसका मकान है.।

‘रोहित की हरकतों से पिता भी रहते थे परेशान’

आरोपी के पड़ोसियों ने बताया कि POCSO एक्ट में रोहित राठौर को पहले भी गिरफ्तार किया जा चुका था. जेल जाने के बाद वह कई गैंग्स के संपर्क में आया था. रोहित राठौर के पिता आर्मी में थे और बेटे की इन हरकतों के कारण उनके पिता अक्सर बीमार रहते थे. फिर कैंसर की बीमारी के कारण उनके पिता का निधन हो गया. लोगों ने बताया जेल से आने के बाद रोहित की दिनचर्या में बड़ा बदलाव हुआ. अक्सर रोहित लग्जरी गाड़ियों में घर पर आता जाता था और उसके साथ कई युवक भी आते थे. वह पड़ोस के लोगों से भी बातचीत नहीं करता था और सिर झुका कर कॉलोनी से निकलता था. अब पड़ोस के लोगों को विश्वास तक नहीं हो रहा की इतने बड़े हत्याकांड में रोहित का हाथ है. जिससे कॉलोनीवासी भी सहमे हुए हैं.

दो दिन की छुट्टी लेकर घर आया, फिर ड्यूटी पर नहीं लौटा

वहीं, 22 साल के नितिन फौजी की बात करें तो वह हरियाणा के महेंद्रगढ़ के दौंगड़ा का रहने वाला है. उसने 8 नंवबर को ड्यूटी से दो दिन की छुट्टी ली थी. लेकिन वो वापस नहीं आया. पुलिस के मुताबिक, वह पांच साल पहले भारतीय सेना में भर्ती हुआ था. इस समय वह अलवर में तैनात है. पिछले महीने यानि 8 नवंबर को नितिन दो दिन की छुट्टी मांगकर अपने घर आया था. लेकिन उसके बाद वह पलटन वापस लौटा ही नहीं. नितिन के पिता की मानें तो वह एक ही दिन घर में रहा. 9 नवंबर को वह घर से यह कहकर निकला कि उसे अपनी गाड़ी ठीक करवानी है. लेकिन इसके बाद न तो वो घर आया और न ही परिवार वालों से उसकी कोई बात हुई.हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स, अवतार सिंह बिष्ट, रूद्रपुर उत्तराखंड

पुलिस की मानें तो नितिन का इससे पहले भी आपराधिक रिकॉर्ड रहा है. 10 नवंबर को महेंद्रगढ़ में नितिन ने कुलदीप राठी और दो अन्य साथियों के साथ मिलकर प्रताप उर्फ गोविंद शर्मा नामक शख्स का अपहरण किया था. लेकिन समय रहते गांव वालों ने पुलिस को इसकी सूचना दे दी. साथ ही खुद गाड़ी का पीछा करके गोविंद को अपहरणकर्ताओं से छुड़वा लिया. लेकिन कुलदीप और उसके दो साथियों को तो पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया लेकिन नितिन उन्हें गच्चा देकर वहां से भाग गया.

नितिन का भाई भी सेना में करता है नौकरी

हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स, अवतार सिंह बिष्ट, रूद्रपुर उत्तराखंड

अब जब सुखदेव हत्याकांड में उसका नाम सामने आया तो हर कोई हैरान रह गया. महेंद्रगढ़ पुलिस भी एक्टिव हो चुकी है. वह भी नितिन को ढूंढ रही है. वहीं इस बारे में जब उसके पड़ोसियों से बात की गई तो पता चला कि नितिन फौजी के पिता अशोक कुमार भी आर्मी से रिटायर्ड पर्सन हैं. नितिन फौजी की शादी 1 साल पूर्व बहरोड में हुई थी. उसका भाई भी सेना में ही है. जब से नितिन के हत्याकांड में शामिल होने की बात पता चली है तो परिवार काफी परेशान है. पिता अशोक कुमार किसी से भी बात नहीं कर रहे हैं. बस इतना ही कहा कि उनकी 9 नवंबर के बाद बेटे से कई बात नहीं हुई.

क्या है पूरा मामला?

बता दें, 5 दिसंबर को कपड़ा कारोबारी नवीन शेखावत के साथ रोहित और नितिन, सुखदेव गोगामेड़ी के घर SUV कार पर सवार होकर आए थे. नवीन ने सुखदेव को शादी का न्यौता देना था. साथ में वो रोहित और नितिन को भी अपने साथ ले आया. लेकिन नवीन दोनों को कैसे जानता था इस बारे में भी पुलिस पता लगा रही है. जैसे ही वे लोग सुखदेव के साथ उनके कमरे में बैठे तो 10 मिनट के अंदर ही नितिन और रोहित ने गोलियों से सुखदेव को भून दिया. नवीन कुछ समझ पाता, उससे पहले ही दोनों ने नवीन को भी गोली मारकर घायल कर दिया. साथ ही वहां मौजूद गार्ड को भी गोली मार दी.
हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स, अवतार सिंह बिष्ट, रूद्रपुर उत्तराखंड

20 सेकंड में 6 गोलियां मारीं

फिर दोनों मौके से फरार हो गए. दोनों ने सुखदेव को 20 सेकंड के अंदर 6 गोलियां मारीं. जिनमें से अंतिम गोली उनके सिर पर मारी. इसके बाद दोनों उस SUV से नहीं भागे. बल्कि, वे दोनों सड़क की ओर दौड़े. उन्होंने वहां एक कार को रोकने की कोशिश की वो भी पिस्तौल दिखाकर. लेकिन कार वाले ने गाड़ी नहीं रोकी, बल्कि तेजी से वहां से निकल गया. फिर दोनों ने स्कूटी सवार को गोली मारकर घायल किया और उसकी स्कूटी लेकर वहां से रफूचक्कर हो गए.

घायल गार्ड का चल रहा अस्पताल में इलाज

उधर, सुखदेव को इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया गया लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. जबकि, नवीन की तो पहले ही मौत हो चुकी थी. वहीं, घायल गार्ड अजीत का अस्पताल में इलाज चल रहा है. फिलहाल पुलिस दोनों फरार आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है. पुलिस ने कहा कि जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा.


Spread the love