


भाजपा बंटवारे की राजनीति करने में माहिर है। उसे विकास से कोई सरोकार नहीं है।



21 दिसंबर बृहस्पतिवार को सिटी क्लब में पार्टी के जिला कार्यकर्ता सम्मेलन में उन्होंने कहा कि भाजपा की ओर से आयोजित युवा सिख सम्मेलन में असल मुद्दे गायब रहे। प्रदेश में बेरोजगारी बढ़ने से पढ़े लिखे युवा रोजगार के लिए भटक रहे हैं। भाजपा राज में पानी के नलों से ज्यादा पेपर लीक हो रहे हैं। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा देने वाली भाजपा सरकार में महिलाओं के साथ अत्याचार बढ़ गए हैं। किसानों को धान का भुगतान समय पर नहीं हो रहा है और बाजपुर के 20 गांव का मुद्दा नहीं सुलझ सका है। माहरा ने कई मुद्दों पर संगठन नेताओं की सुस्ती पर नाराजगी जताई।
नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि लोकसभा चुनाव देश का भविष्य तय करेगा। कार्यकर्ता निराश न हों और कांग्रेस एकजुट होकर लोकसभा चुनाव जीतेगी। चुनाव में जीत के लिए कार्यकर्ताओं को बूथ स्तर पर काम करना होगा। जमीन से जुड़े लोगों तक पहुंच बनानी होगी। सरकार की असल छवि लोगों के सामने रखनी होगी। जसपुर के विधायक आदेश चौहान ने कहा कि कांग्रेस सरकार का विरोध करने में पिछड़ रही है। कार्यकर्ताओं को सुझाव की जरूरत है। उपनेता प्रतिपक्ष भुवन कापड़ी, विधायक गोपाल सिंह राणा ने भी अपनी बात रखी। संवाद
पार्टी की नीतियों से हटकर किया काम तो करेंगे बर्खास्त
रुद्रपुर। माहरा ने सभी कार्यकर्ताओं को प्रतिदिन जनसंपर्क करने के लिए कहा। उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि पार्टी गाइडलाइन से हटकर कार्य करने वाले कार्यकर्ताओं को बर्खास्त किया जाएगा।




कार्यक्रम की कवरेज कर रहे पत्रकार को जब कांग्रेसी नेता मोहनखेड़ा ने गोदी मीडिया कहकर संबोधित किया ,पत्रकारों से 4:00 बजे पत्रकार वार्ता में पहुंचकर शीर्ष नेताओं का इंटरव्यू लेने के लिए कहा। पत्रकारों का आरोप है मोहनखेड़ा जो की भूरा रानी से पार्षद भी हैं। पत्रकारों को अपमानित कर कवरेज करने से रोका गया। पत्रकारों ने अपने अस्तित्व, अपमान के बदले नारेबाजी शुरू कर दी।जहां एक ओर पत्रकार, पत्रकार वार्ता का विरोध कर रहे थे वहीं दूसरी ओर विरोध करने वाले ही पत्रकार चैनल की टीआरपी बढ़ाने के लिए नेताओं का इंटरव्यू ले रहे थे। कुल मिलाकर प्रेस वार्ता का बहिष्कार तो हुआ। लेकिन कांग्रेस पार्टी की टीआरपी चैनल वालों ने बढ़ा दी। कार्यक्रम समाप्त होने के बाद जहां पत्रकार आपस मैं ही एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप कर रहे थे। कुल मिलाकर कांग्रेस पार्टी का जिला सम्मेलन ऐतिहासिक नहीं तो उम्मीद से ज्यादा सफल रहा। कार्यकर्ताओं के अंदर जबरदस्त उत्साह था।

हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स अवतार सिंह बिष्ट रूद्रपुर उत्तराखंड
रुद्रपुर। जिला सम्मेलन में किच्छा विधायक तिलकराज बेहड़ का नहीं आना चर्चा में बना रहा जबकि होर्डिंग्स में उनकी फोटो भी लगी थीं। इस बारे में बेहड़ ने कहा कि वह सम्मेलन में क्यों नहीं आए, यह प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष जानते हैं। वह सरकार के खिलाफ भ्रष्टाचार सहित कई मामलों में मुखर हैं। लोकसभा की 14 विधानसभा क्षेत्र में से किच्छा सबसे बेहतर परिणाम देगी। बेहड़ ने तंज कसा कि जहां तक सम्मेलन की बात है तो समझने वाले तो समझ गए हैं, न समझे तो अनाड़ी हैं।
जब प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा से इस बारे पूछा गया तो उन्होंने कहा कि बेहड़ क्यों नहीं आए, इसकी जानकारी तो वह ही दे सकते हैं। स्वास्थ्य या कोई और कारण हो सकता है। खुशी है कि सम्मेलन जिले के चार विधायक और हल्द्वानी के विधायक मौजूद रहे। उन्होंने यह भी कहा कि विधायक, मंत्री, सरकार और नेता सभी कार्यकर्ताओं से होते हैं। विधायकों का आना या न आना महत्वपूर्ण नहीं है। कार्यकर्ता महत्वपूर्ण हैं।
कम पड़ गईं कुर्सियां
रुद्रपुर। जिला कार्यकर्ता सम्मेलन में कार्यकर्ताओं के बैठने के लिए जगह कम पड़ने पर प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने माफी मांगी। उन्होंने कहा कि 2024 का चुनाव उनके और कार्यकर्ताओं के लिए लिटमस टेस्ट है। यदि 2024 में नरेंद्र मोदी की सरकार को नहीं हटा पाए तो लगता है कि इस राष्ट्र में फिर चुनाव नहीं होंगे। संवाद
ये रहे मौजूद
हल्द्वानी विधायक सुमित हदयेश, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल, पूर्व सांसद महेंद्र पाल, पूर्व विधायक प्रेमानंद महाजन, पूर्व राष्ट्रीय सचिव प्रकाश जोशी, किसान कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष हरेंद्र सिंह लाडी, यूथ कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सुमित्तर भुल्लर, जिलाध्यक्ष हिमांशु गावा, मीना शर्मा, अनिल शर्मा, सीपी शर्मा, मोहनखेड़ा, विनोद कोरंगा, गणेश उपाध्याय, युवा नेता निशांत शाही,अजय चौहान, फरीद मंसूरी, आदि।
