
ज्योतिष के अनुसार, कर्मफलदाता शनि देव इस समय कुंभ राशि में विराजमान हैं और 29 मार्च 2025 शनिवार के दिन शनिदेव कुंभ राशि से निकलकर मीन राशि में गोचर करेंगे.


प्रिंट मीडिया, शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स/संपादक उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह बिष्ट रुद्रपुर, (उत्तराखंड)
शनिदेव के राशि परिवर्तन करने से कुछ राशि के लोगों को साढ़ेसाती से मुक्ति मिल जाएगी, तो कुछ राशि वालों पर साढ़ेसाती शुरू होगी और कुछ पर शनि की ढैय्या शुरू होगी.
अगर आप शनि गोचर से पहले शनिदेव को प्रसन्न करना चाहते हैं और शनि की साढ़ेसाती या शनि की ढैय्या से मुक्ति पाना चाहते हैं तो नीचे दिए गए उपायों को शनिवार के दिन जरूर करें.
शनि की साढ़ेसाती और शनि की ढैय्या के बुरे प्रभाव से बचने के लिए शनिवार को काले तिल का दान करें. साथ ही, शनिवार के दिन शनिदेव की मूर्ति पर तेल अर्पित करना चाहिए.
शनिवार के दिन शनिदेव के मंत्र ‘ॐ शं शनिश्चराय नमः’ का 108 बार जाप जरूर करें. ऐसा करने शनि की साढ़ेसाती और शनि ढैय्या का प्रभाव कम होता है और शनि देव की कृपा प्राप्त होती है.
शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए शनिवार के दिन काले कुत्ते को भोजन कराना चाहिए. मान्यता है कि ऐसा करने से शनि की साढ़ेसाती और शनि की ढैय्या का प्रभाव कम होता है.
न्याय के देवता शनि देव को प्रसन्न करने के लिए जरूरतमंदों की सेवा जरूर करें. शनिदेव की कृपा पाने के लिए कौवे को भोजन कराएं. ऐसा करने से शुभ फलो की प्राप्ति होती है.
