बेरीनाग से 45 किलोमीटर दूर नाघर गांव में शराब के नशे में बड़े भाई ने छोटे भाई की चाकू मारकर हत्या कर दी। शनिवार दोपहर करीब तीन बजे घर के बाहर आंगन में हुई इस घटना से पूरे गांव में सनसनी फैल गई।

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आरोपी पुलिस हिरासत में है। पिथौरागढ़ और बागेश्वर जिले की सीमा पर स्थित नाघर गांव में 38 वर्षीय नरेंद्र मेहता पुत्र स्व. जवाहर सिंह मेहता शनिवार को अपने बड़े भाई बालम मेहता के साथ घर के बाहर आंगन में बैठा था। बड़ा भाई हरियाणा में एक निजी कंपनी में काम करता है और होली की छुट्टी में घर आया है। इसी बीच दोनों के बीच किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई। कुछ ही देर में कहासुनी मारपीट में बदल गई। तैश में आकर बड़ा भाई बालम रसोई से चाकू लेकर आया और छोटे भाई नरेंद्र के सीने में घोंप दिया। गंभीर रूप से घायल नरेंद्र को बालम और अन्य परिजन जिला अस्पताल बागेश्वर लेकर पहुंचे, जहां चिकित्सकों ने नरेंद्र को मृत घोषित कर दिया। नरेंद्र के चचेरे ससुर बागेश्वर निवासी नरेन्द्र सिंह कपकोटी ने बेरीनाग थाने में मामले में तहरीर दी है। पुलिस ने तहरीर के आधार पर बीएनएस की धारा 103 के तहत मुकदमा दर्ज किया है।

प्रिंट मीडिया, शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स/संपादक उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह बिष्ट रुद्रपुर, (उत्तराखंड)

कोट

तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। आरोपी हिरासत में है। प्रथम दृष्टया शराब के नशे में वारदात का होना सामने आ रहा है। मामले में जांच की जा रही है। – महेश चंद्र जोशी, थानाध्यक्ष बेरीनाग।

होली खेलने आया और भाई खून से रंग डाले हाथ

पिथौरागढ़। हरियाणा से होली खेलने के लिए अपने घर आया युवक ने भाई के खून से हाथ रंग डाले। बेरीनाग के नाघर गांव में हुई इस वारदात के पीछे भी शराब ही मुख्य वजह बनकर सामने आई है। शराब का नशा मेहता परिवार आजीवन का गम दे गया। शराब का नशा एक सदस्य की हत्या का कारण बन गया। शराब के कारण एक भाई की जान चली गई तो दूसरा अपराधी बन गया। नाघर गांव में रहने वाले दोनों भाई बालम मेहता और नरेंद्र मेहता के बीच पूर्व से कोई बड़ा विवाद नहीं रहा। बल्कि नरेंद्र के विवाह होने के दो वर्ष बाद भी दोनों भाइयों का परिवार संयुक्त तौर पर रहता है। हरियाणा में एक निजी कंपनी में कार्य करने वाला बालम यहां होली की खुशियां अपने पूरे परिवार के साथ मनाने गांव पहुंचा। करीब एक सप्ताह पहले ही वह गांव आया। सभी लोग खुशी-खुशी रंगों के पर्व होली मना रहे थे, लेकिन बीते रोज शनिवार शाम हुई इस घटना ने परिवार की खुशियों को मातम में बदल दिया। पुलिस के मुताबिक घटना के दौरान बालम शराब के नशे में चूर था और नशे में वह कब अपने भाई की जान का दुश्मन बन बैठा, यह उसे भी पता नहीं चला।

पहले चाकू मारा फिर भाई को अस्पताल पहुंचाया

शराब के नशे में घटना को अंजाम देने के बाद बालम को अपने अपराध का आभास हुआ। वह घटना के बाद भागा नहीं, बल्कि खून से लथपथ अपने भाई को बचाने के लिए उसे बागेश्वर अस्पताल भी लेकर गया। वहां चिकित्सकों, पुलिस ने नरेंद्र को चोट लगने का कारण पूछा तो बालम ने नरेंद्र के छत से गिरने के कारण सीने में सरिया घुसने की बात कही।

मजदूरी कर परिवार का गुजारा करता था नरेंद्र

नरेंद्र का विवाह दो वर्ष पूर्व कपकोट से हुआ था। उसका एक आठ माह का बेटा भी है। वह गांव में ही मजदूरी कर परिवार का भरण-पोषण करता था। एकाएक इस वारदात से परिवार में दु:खों का पहाड़ टूट पड़ा है।

घटना के बाद सदमे में परिजन

नाघर गांव में हुई इस घटना के बाद पूरा परिवार सदमे में है। नरेंद्र की पत्नी, बुजुर्ग मां का रो-रो कर बुरा हाल है। वहीं बालम की पत्नी और 15 साल की लड़की और 14 वर्ष का बेटा भी इस घटना से स्तब्ध हैं।


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