
एपी की रिपोर्ट के मुताबिक, हमला बुधवार रात शुरू हुआ. ठीक उसी दिन जिस दिन से लेबनान में हिजबुल्लाह और इजराइल की सेनाओं के बीच युद्ध विराम का ऐलान हुआ था. इस्लामी आतंकवादी समूह हयात तहरीर अल-शाम (HTS) से जुड़े एक चैनल पर पोस्ट किए गए वीडियो में उनके लड़ाके शहर के अंदर वाहनों में घूमते हुए दिखाई दे रहे हैं. 2016 में सेना द्वारा खदेड़े जाने के बाद यह पहली बार है जब राष्ट्रपति बशर अल-असद की सेना से लड़ने वाले विद्रोही अलेप्पो तक पहुंचे हैं.


हिंदुस्तान Global Times/print media,शैल ग्लोबल टाइम्स,अवतार सिंह बिष्ट
50 से अधिक गांवों पर कब्जा
ब्रिटेन स्थित ऑब्जर्वेटरी के अनुसार, शुक्रवार तक जिहादियों और उनके सहयोगियों ने उत्तर में 50 से अधिक कस्बों और गांवों पर कब्जा कर लिया था. सरकार और विद्रोहियों के बीच 2011 से यह युद्ध चल रहा है. इसमें अब तक पांच लाख से अधिक लोग मारे जा चुके हैं. अलेप्पो लगभग 20 लाख की आबादी वाला शहर है. गृहयुद्ध से पहले यह सीरिया का मैन्यूफैक्चरिंग हब हुआ करता था.
अलकायदा से जुड़े सभी जिहादी
सभी जिहादी अलकायदा से जुड़े हुए हैं. उन्होंने शहर में एक छात्रावास पर बमबारी की, जिसमें चार छात्र मारे गए. उधर, सीरियाई और रूसी विमानों ने इदलिब के आसपास के विद्रोही इलाकों पर हवाई हमले किए. ये वो इलाका है, जहां ज्यादातर जिहादी जमा हैं. इनसे निपटने के लिए सेना की अतिरिक्त टुकड़ी अलेप्पो शहर पहुंच गई है. कुछ इलाकों को इनके कब्जे से मुक्त करा लिया गया है. लोग इतने डरे हुए हैं कि घर से बाहर नहीं निकल रहे हैं. अलेप्पो निवासी 51 वर्षीय सरमद ने एएफपी को बताया कि बीते 24 घंटे से मिसाइलें और तोपों की आवाजें गूंज रही हैं. हमें डर है कि हमें अपने घर से बाहर न निकाल दिया जाए.
