दिल्ली -मेरठ एक्सप्रेसवे स्थित काशी टोल प्लाजा को गुरुग्राम की नेटवर्क बुल्स कंपनी के सीईओ गौरव लांबा के बाउंसरों ने सोमवार दोपहर जंग का अखाड़ा बना दिया। कार पर फास्टटैग न होने पर कर्मियों ने टोल टैक्स मांगा तो बाउंसरों ने कर्मचारियों को दौड़ाकर पीटा।

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टोल प्लाजा के मैनेजर श्याम ठाकुर ने बताया कि सोमवार दोपहर करीब दो बजे काशी टोल प्लाजा से सीईओ गौरव लांबा उत्तराखंड में 28 जनवरी से होने वाले 38वें राष्ट्रीय खेल की तैयारी के सिलसिले में जा रहे थे। वह एक कार में थे, दूसरी में उनके बाउंसर सवार थे। टोल टैक्स मांगते ही दूसरी कार में सवार तीन बाउंसरों ने कर्मचारियों से अभद्रता कर दी। टोल का बूम उठाकर दोनों कार निकाल दीं। इसका टोल कर्मचारी पवन राठी ने विरोध किया, तो तीनों बाउंसर उस पर टूट पड़े।

हिंदुस्तान Global Times/print media,शैल ग्लोबल टाइम्स,अवतार सिंह बिष्ट

बाउंसरों ने पवन राठी को पीटा तो वह भागने लगा। आरोपियों ने उसे दौड़ाकर पीटा। अन्य कर्मचारियों ने बीच-बचाव का प्रयास किया तो उनके साथ भी मारपीट की गई। कर्मचारियों ने मिलकर तीनों बाउंसरों को पकड़ लिया। पुलिस मौके पर पहुंची और आरोपी बाउंसरों को थाने ले गई। बाउंसरों के साथ ही गौरव लांबा भी थाने पहुंच गए। बाउंसरों ने थाने में पहले खुद को यूट्यूबर बताया। पुलिस के मुताबिक पहले तो थाने में दोनों पक्ष समझौते का प्रयास कर रहे थे।
बाद में मैनेजर श्याम ठाकुर ने तरफ से प्रदीप, अनूप निवासी सेक्टर 84 गुरुग्राम, मोहित निवासी सेक्टर 49 बल्लभगढ़ के खिलाफ मारपीट की धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया। कार का भी सीट बेल्ट न पहनने और बिना अनुमति मोडिफाई करने का चालान किया गया है। शाम छह बजे तक गौरव लांबा भी थाने पर मौजूद रहे। बाउंसरों के जेल जाने के बाद वह कार में सवार होकर निकल गए।


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