
जिले के पुलिस कप्तान ने खुद इस ऑपरेशन को लीड करते हुए तीनों आतंकियों का खात्मा किया. लंबे समय के बाद यूपी में खालिस्तानी आतंकियों ने आकर पनाह ली ही थी, लेकिन योगी की पुलिस ने उसे खत्म कर दिया. इसमें कुछ फैक्ट चौंकाने वाले हैं, जैसे आतंकियों की उम्र. उनकी उम्र पर अगर आप गौर करेंगे तो निश्चित ही चौंक जाएंगे. ये कौन थे, इनकी उम्र कितनी थी, कहां के रहने वाले थे और इन्होंने क्या-क्या जुर्म किए थे, आइये जानते हैं..


प्रिंट मीडिया, शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स/संपादक उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह बिष्ट रुद्रपुर, (उत्तराखंड)
आपको बता दें कि ये तीनों आतंकवादी गुरदासपुर जिले के कलानौर क्षेत्र में बक्शीवाल और वडाला बागरबी पुलिस चौकी पर हमला करने के आरोपी थे. इस ऑपरेशन में मारे गए आतंकवादियों की पहचान गुरविंदर सिंह, वीरेंद्र सिंह उर्फ रवि और जसन प्रीत सिंह उर्फ प्रताप सिंह के रूप में हुई है. इन तीनों का संबंध खालिस्तानी कमांडो फोर्स से था.
जानें इन आतंकियों के बारे में…
1- गुरविंदर सिंह (उम्र: करीब 25 वर्ष)
गुरविंदर पंजाब के गुरदासपुर जिले के मोहल्ला कलानौर का निवासी था. आरोप है कि वह खालिस्तानी आतंकवाद के नेटवर्क में सक्रिय था और पुलिस पर हमले के लिए जिम्मेदार था.
2- वीरेंद्र सिंह उर्फ रवि (उम्र: करीब 23 वर्ष)
वीरेंद्र सिंह, जो रवि के नाम से भी जाना जाता है, पंजाब के गांव अगवान का रहने वाला था. आरोप है कि वह भी खालिस्तानी आतंकियों के साथ मिलकर पुलिस और सुरक्षा बलों को निशाना बनाने के लिए काम कर रहा था.
3- जसनप्रीत सिंह उर्फ प्रताप सिंह (उम्र: करीब 18 वर्ष)
जसनप्रीत सिंह, जिसे प्रताप सिंह के नाम से जाना जाता था, पंजाब के ग्राम निक्का सूर का रहने वाला था. वह बहुत ही कम उम्र का था. महज 18 साल का.. आरोप है कि वह खालिस्तानी आंदोलन में शामिल था और सुरक्षा बलों को नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रहा था.
पुलिस को इस एनकाउंटर में तीनों आतंकियों से हथियार बरामद हुए हैं. इनमें दो AK-47 राइफलें, दो ग्लॉक पिस्टल और भारी संख्या में कारतूस शामिल थे. आतंकियों के कब्जे से एके 47 और भारी मात्रा में कारतूस बरामद होना, इशारा करता है कि संभवत: वे इस एक्शन को लेकर आशंकित थे.
इस एनकाउंटर ने खालिस्तानी आतंकवादियों के खिलाफ उत्तर प्रदेश और पंजाब पुलिस की अलर्टनेस के साथ ही बड़ी सफलता भी माना जा रहा है. पीलीभीत के पूरनपुर में छिपकर रहे रहे इस आतंकियों का यूपी और पंजाब पुलिस के साथ लाइव एनकाउंटर हुआ. काफी देर तक हुए आमना-सामना में ये लोग पुलिस फोर्स के आगे टिक नहीं पाए और इन्हें गोली लगीं. इन्हें घायल हालत में अस्पताल ले जाया जाया, जहां इन्हें मृत घोषित कर दिया गया.
