खटीमा। भव्य सांस्कृतिक शोभायात्रा के साथ बृहस्पतिवार को खटीमा में सात दिवसीय उत्तरायणी कौतिक का शुभारंभ हुआ। न्याय के देवता गोलज्यू की झांकी अगुवाई में शहरभर में निकली शोभायात्रा का जगह-जगह लोगों ने पुष्प वर्षा से स्वागत किया।

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इस दौरान छोलिया नृत्य, ढोल नगाड़ों और स्थानीय कलाकारों की प्रस्तुति से खटीमा उत्तराखंड की लोक संस्कृति से सराबोर हो उठा।
कुमाऊं सांस्कृतिक उत्थान मंच की ओर से आयोजित उत्तरायणी कौतिक मेले के शुभारंभ पर सुबह 11 बजे कंजाबाग स्थित टीडीसी मैदान से भव्य शोभायात्रा शुरू हुई। डिग्री कॉलेज रोड, कूर्मांचल कॉलोनी, पीलीभीत रोड, टनकपुर रोड, सितारगंज रोड होते हुए वापस टीडीसी मैदान में पहुंचकर शोभायात्रा संपन्न हुई।
शोभायात्रा में कलश के साथ परंपरागत वेशभूषा में मातृशक्ति, छेलिया दल, निजी स्कूलों के बच्चों की टीमें, एनसीसी की टीम और सांस्कृतिक दलों के कलाकार शामिल रहे। ईष्टदेव गोलज्यू के रूप में बालक नौतिक बृजवासी ने घोड़े की सवारी के साथ शोभायात्रा की अगुवाई की।
मंच में कार्यक्रम की शुरुआत कुमाऊं सांस्कृतिक उत्थान मंच के अध्यक्ष ठाकुर सिंह खाती की माता 106 वर्षीय अमूली देवी और पूर्व बीएसएफ इंस्पेक्टर विष्णुदत्त भट्ट की माता 102 वर्षीय हीरा देवी भट्ट ने किया।
मंच का संचालन सचिव भुवन भट्ट और सावित्री चंद ने किया। वहां पर जीडी पाठक, राजेंद्र सिंह मिताड़ी, जेएस बसेड़ा, बीएस मेहता, केडी भट्ट, सुधीर वर्मा, नवीन कापड़ी, प्रेमा महर, फकीर ज्याल, गणेश लोहनी, जगदीश पांडेय, शांति पांडेय, राकेश कापड़ी, मनोज कन्याल, प्रियंका गोस्वामी आदि थे।


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