
ट्रैफिक जाम के कारण सड़कों पर वाहन रेंग रहे हैं, रेलवे स्टेशनों पर जबरदस्त भीड़ है, और हर तरफ अफरा-तफरी का माहौल बना हुआ है। वाराणसी, अयोध्या, मिर्जापुर, रीवा, कानपुर, लखनऊ रोड पर 20 से 50 किमी तक लंबा जाम लगा हुआ है। इनको देखते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ खुद हालात पर नजर रख रहे हैं। महाकुंभ में जाम की वजह से यूपी के पड़ोसी राज्य मध्य प्रदेश और बिहार में भी यातायात हालात खराब हो गए हैं। सीएम योगी अफसरों को सख्त निर्देश दिए हैं कि महाकुंभ में आए हुए सभी श्रद्धालुओं को सुरक्षित वापसी के लिए व्यवस्था दुरुस्त रखें।


प्रिंट मीडिया, शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स/संपादक उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह बिष्ट रुद्रपुर, (उत्तराखंड)
इसको देखते हुए यूपी सरकार और महाकुंभ प्रशासन ने इमरजेंसी ट्रैफिक प्लान लागू किया है, जिससे यातायात व्यवस्था को संभाला जा सके और श्रद्धालुओं को कम से कम परेशानी हो।
स्कूल-कॉलेज अस्थायी रूप से बंद, ऑनलाइन कक्षाएं जारी
यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाए रखने के लिए सरकार ने प्रयागराज, वाराणसी, मिर्जापुर और अयोध्या में कई जगह स्कूल-कॉलेजों को बंद कर दिया है।
- अयोध्या: 11 से 14 फरवरी तक 12वीं तक के सभी स्कूल बंद।
- वाराणसी: 8वीं तक के स्कूल बंद, ऑनलाइन कक्षाएं जारी रहेंगी।
- मिर्जापुर: 8वीं तक के स्कूल बंद, ऑनलाइन कक्षाएं जारी रहेंगी
- प्रयागराज: कई प्रमुख क्षेत्रों में स्कूल-कॉलेज आंशिक रूप से बंद।
नो व्हीकल जोन लागू, निजी वाहनों की एंट्री बंद
श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुचारु यातायात के लिए प्रयागराज के 10 किलोमीटर के दायरे को नो व्हीकल जोन घोषित किया गया है।
- निजी वाहनों की एंट्री पूरी तरह बंद।
- ऑटो और बसों के लिए वैकल्पिक रूट तय किए गए।
- प्रमुख स्थानों पर 3,000 से अधिक पुलिसकर्मियों की तैनाती।
रेलवे का बड़ा कदम – संगम स्टेशन बंद, स्पेशल ट्रेनें चलाई गईं
महाकुंभ में उमड़ रही भारी भीड़ को देखते हुए रेलवे ने कई बदलाव किए हैं।
- प्रयागराज संगम स्टेशन को 9 से 14 फरवरी तक बंद किया गया।
- अतिरिक्त स्पेशल ट्रेनें चलाई जा रही हैं ताकि यात्रियों को परेशानी न हो।
- रेलवे स्टेशन पर अतिरिक्त हेल्प डेस्क बनाए गए।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि यह फैसला यातायात नियंत्रण के लिए लिया गया है और बाकी सभी स्टेशनों से ट्रेनों का संचालन सामान्य रूप से जारी रहेगा।
इमरजेंसी ट्रैफिक प्लान: ड्रोन और सीसीटीवी से निगरानी
यूपी सरकार ने ट्रैफिक और भीड़ नियंत्रण के लिए टेक्नोलॉजी का सहारा लिया है।
- 300 से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगाए गए।
- ड्रोन कैमरों से निगरानी की जा रही है ताकि कोई अव्यवस्था न हो।
- पुलिस और प्रशासन 24×7 मॉनिटरिंग कर रहा है।
फेक न्यूज़ फैलाने वालों पर कड़ी कार्रवाई
महाकुंभ के दौरान सोशल मीडिया पर कई फर्जी खबरें फैल रही हैं, जिससे श्रद्धालुओं में भ्रम की स्थिति बन रही है।
- सीएम योगी आदित्यनाथ ने अफवाहें फैलाने वालों पर सख्त कार्रवाई के आदेश दिए।
- सोशल मीडिया पर भ्रामक खबरें पोस्ट करने वालों पर एफआईआर दर्ज की जा रही है।
- प्रशासन लगातार सही जानकारी साझा कर रहा है ताकि लोग भ्रमित न हों।
यूपी सरकार का दावा – “ट्रैफिक प्लान से जाम पर काबू”
यूपी सरकार और प्रशासन का दावा है कि इमरजेंसी ट्रैफिक प्लान लागू करने के बाद जाम की स्थिति पर नियंत्रण पा लिया गया है।
- राज्य सूचना निदेशक शिशिर ने वीडियो जारी कर स्थिति स्पष्ट की। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद हालात की समीक्षा कर रहे हैं।प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है।
अब तक 43 करोड़ श्रद्धालु कर चुके हैं स्नान, भीड़ लगातार बढ़ रही है
महाकुंभ में अब तक 43.57 करोड़ श्रद्धालु स्नान कर चुके हैं, और यह संख्या लगातार बढ़ रही है।
- भीड़ नियंत्रण के लिए नए डायवर्जन प्लान बनाए गए।
- मुख्य मार्गों पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया।
- श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए अस्थायी हेल्प डेस्क बनाए गए।
- प्रयागराज में महाकुंभ के दौरान अभूतपूर्व भीड़ उमड़ रही है, जिससे ट्रैफिक जाम की गंभीर समस्या उत्पन्न हो गई थी। लेकिन यूपी सरकार और प्रशासन के इमरजेंसी ट्रैफिक प्लान से स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश की जा रही है। नो व्हीकल जोन, स्कूल-कॉलेज बंद, रेलवे में बदलाव और पुलिस की सख्ती से भीड़ पर काबू पाया जा रहा है। टेक्नोलॉजी की मदद से ट्रैफिक पर नजर रखी जा रही है। सीएम योगी खुद हालात पर नजर बनाए हुए हैं और आवश्यक निर्देश दे रहे हैं। अगर आप महाकुंभ या इससे जुड़े शहरों की यात्रा करने की योजना बना रहे हैं, तो प्रशासन द्वारा जारी ट्रैफिक एडवाइजरी का पालन करें और किसी भी अफवाह से बचें।
महाकुंभ में उमड़ी अभूतपूर्व भीड़ को देखते हुए यूपी सरकार ने यातायात व्यवस्था को संभालने के लिए प्रशासनिक अधिकारियों की तैनाती बढ़ा दी है। प्रदेश के विभिन्न जिलों से 3 आईएएस और 25 पीसीएस अधिकारियों को प्रयागराज बुलाया गया है, ताकि कुंभ नगर में सुचारु प्रबंधन किया जा सके। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर अपर मुख्य सचिव एसपी गोयल ने सोमवार को यह आदेश जारी किया, जिसके तहत सभी अधिकारियों को तत्काल ड्यूटी जॉइन करने के निर्देश दिए गए हैं। इस ऐतिहासिक आयोजन के दौरान लाखों श्रद्धालु हर दिन संगम पहुंच रहे हैं, जिससे सड़कें जाम हो गई हैं और अव्यवस्था की स्थिति बन रही है।
यूपी के डीजीपी प्रशांत कुमार ने कहा कि महाकुंभ 2025 अब तक के सबसे बड़े तीर्थ समागम का गवाह बन रहा है, जिसमें 40 करोड़ से अधिक श्रद्धालु स्नान कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि इतनी विशाल भीड़ और यातायात प्रवाह को संभालना प्रशासन और पुलिस बल के लिए ऐतिहासिक चुनौती है, लेकिन यूपी पुलिस पूरी क्षमता के साथ कार्य कर रही है। उन्होंने पुलिस बल के समर्पण की सराहना करते हुए कहा कि यह आयोजन सिर्फ प्रशासनिक व्यवस्था नहीं, बल्कि अनुशासन और कर्तव्यपरायणता का मिसाल बन रहा है। सोशल मीडिया पर यातायात अव्यवस्था को लेकर आलोचना हो रही है, लेकिन पुलिस और प्रशासन के अथक प्रयासों से यातायात फिर से सामान्य हो रहा है, जिससे शहर व्यवस्थित रूप से संचालित हो रहा है।
