शिव भक्तों के लिए महाशिवरात्रि (mahashivratri kab hai 2025 mein) का पर्व बहुत महत्वपूर्ण होता है. इस दिन विधि-विधान (mahashivratri puja) से पूजा करने और व्रत रखने से भक्तों की सारी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं.

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26 फरवरी को पड़ने वाली महाशिवरात्रि बहुत खास होने वाली है क्योंकि इस साल चतुर्ग्रही योग (chaturgrahi yog) बन रहा है, जो 3 राशियों (rashifal 2025) की किस्मत चमका सकती है. तो आइए जानते हैं उन राशियों (Rashifal 2025) के नाम.

चतुर्ग्रही योग से किन राशियों को हैं फायदे – Which zodiac signs benefit from Chaturgrahi Yoga

मिथुन राशि – महाशिवरात्रि का दिन मिथुन राशि के जातकों के लिए अच्छा समय हो सकता है. छात्रों के लिए यह समय शुभ साबित हो सकता है. प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता मिल सकती है. वहीं, धार्मिक कार्यों और अनुष्ठानों के लिए भी यह समय बेस्ट है. अगर आप किसी साझेदारी में व्यापार करते हैं, तो आपकी मेहनत का अच्छा परिणाम मिलेगा और आपके निवेश करना के अच्छा परिणाम हो सकता है.

कर्क राशि – इस राशि के जातकों के लिए महाशिवरात्रि का समय खास साबित हो सकता है. इस समय व्यापार में लाभ के योग बन रहे हैं. आप अगर अविवाहित हैं, तो फिर आपको जीवनसाथी मिल सकता है. वहीं, इस दौरान किसी तरह का निर्णय लेने से बचें. जो लोग कोर्ट कचहरी के मामलों में फंसे हैं, उन्हें शुभ समाचार मिल सकता है.

सिंह राशि – वहीं, सिंह राशि के जातकों के लिए यह समय बहुत अच्छा हो सकता है. निवेश के लिए यह समय कारगर हो सकता है. अगर लंबे समय तक आपका कोई मांगलिक कार्य रुका हुआ है, तो फिर पूर्ण हो सकता है. इस समय आपको संयम और समझदारी से काम लेने की जरूरत है.

महाशिवरात्रि पर जलाभिषेक करने का शुभ मुहूर्त

  • इस दिन सुबह 6:47 बजे से सुबह 9:42 बजे तक जलाभिषेक का पहला शुभ मुहूर्त (Shubh Muhurt) बन रहा है.
  • दूसरा शुभ मुहूर्त सुबह 11:06 बजे से दोपहर 12:35 बजे तक है.
  • दोपहर का मुहूर्त दोपहर 3:25 से शाम 6:08 बजे तक है.
  • जलाभिषेक करने का रात्रि मुहूर्त 8:54 बजे से शुरू होकर रात 12:01 बजे तक रहने वाला है.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है.प्रिंट मीडिया, शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स/संपादक उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह बिष्ट रुद्रपुर, (उत्तराखंड) इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

यह व्रत बहुत ही पुण्यदायी होता है। श्री सूक्त का पाठ करें। फलों व तिल का दान करें। कनकधारा स्तोत्र के पाठ से सभी कष्ट दूर होते हैं। भगवान गणेश जी के नाम का मानसिक जप करें। दान पुण्य करें। लाल वस्त्र व धन का दान बहुत ही पुण्यदायी होता है, इससे कष्ट समाप्त व धन आगमन तथा शुभता का आगमन होता है। ब्रम्ह मुहूर्त में गणेश जी को दूर्वा व मोदक अर्पित करने से अखण्ड पुण्य की प्राप्ति होती है। आज भैरो उपासना करें। बटुक भैरव स्तोत्रम का पाठ करें।वाणी में माधुर्यता हो। विहंगों को दाना पानी दें।

19 February 2025 Panchang (19 फरवरी 2025, आज का पंचांग हिंदी में)-

संवत- पिङ्गला विक्रम संवत 2081
माह- फाल्गुन, कृष्ण पक्ष, खष्ठी 07:37 am तक फिर सप्तमी
पर्व- परम पुण्यदायी फाल्गुन सप्तमी व्रत
दिवस- बुधवार
सूर्योदय- 06:57am
सूर्यास्त- 6:15pm
नक्षत्र- स्वाती 10:47 am तक फिर विशाखा
चन्द्र राशि- तुला, स्वामी ग्रह- शुक्र
सूर्य राशि- कुम्भ, स्वामी ग्रह- शनि
करण- वणिज 07:34 am तक फिर विष्टि
योग- वृद्धि 10:49 am तक फिर ध्रुव

शुभ मुहूर्त-

1) अभिजीत- नहीं है।
2) विजय मुहूर्त- 02:25pm से 03:28pm तक
3) गोधुली मुहूर्त- 06:25pm से 07:21pm तक
4) ब्रम्ह मुहूर्त- 4:03m से 05:09am तक
5) अमृत काल- 06:07am से 07:46am तक
6) निशीथ काल मुहूर्त- रात्रि 11:42से 12:29तक रात
7) संध्या पूजन- 06:25 pm से 07:03pm तक

दिशा शूल-

उत्तर दिशा। इस दिशा में यात्रा से बचें। दिशाशूल के दिन उस दिशा की यात्रा करने से बचते हैं, यदि आवश्यक है तो एक दिन पहले प्रस्थान निकालकर फिर उसको लेकर यात्रा करें।

अशुभ मुहूर्त-

राहुकाल- दोपहर 12 बजे से 01:30 बजे तक
क्या न करें- बुध वाणी का कारक ग्रह है। आपकी वाणी में कटुता मत हो।


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