
रुड़की दिनांक 14.10.2024 देवभूमि श्री राम धार्मिक एवं सांस्कृतिक ट्रस्ट रजिस्टर की तत्वाधान में चल रही लीला के अंतिम दिन की लीला का शुभारंभ पूर्व जिला पंचायत सदस्य वीरेंद्र उर्फ (बबलु राणा), सामाजिक कार्यकर्ता जगदीश प्रसाद द्विवेदी , तथा रवि राणा मंडल अध्यक्ष लंढौरा। ने संयुक्त रूप से फीता काटकर किया।


हिंदुस्तान Global Times/print media,शैल ग्लोबल टाइम्स,अवतार सिंह
लीला के अंतिम दिवस में, अहिरावण राम लक्ष्मण को मोहित कर पाताल लोक में ले जाता है और वहां उनका वध करना चाहता है जहां हनुमान अपने पुत्र मकरध्वज से युद्ध करता हुआ वहां पहुंच जाता है और अहिरावण का बधकर राम -लक्ष्मण को सकुशल वापस लेकर आ जाता है।
इधर मेघनाथ और लक्ष्मण मे घोर युद्ध होता है। और मेघनाथ का अंत जाता है, इस अवसर पर सुलोचना का , अभिनय देखने लायक रहता है जब वह अपने पति का कटा हुआ सर प्रभु राम से याचना करके मांगती है। अंत में और सती हो जाती है। राम रावण युद्ध में विभीषण के कहने पर उसकी नाभि के अमृत को सुखाकर, राम उसका वध कर देता है। राम अपने भाई लक्ष्मण से कहता है रावण जैसा विद्वान पूरी धरती पर कोई नहीं है इसलिए जाकर रावण से दीक्षा लीजिए। रावण, लक्ष्मण से कहता हैं पराई नारी पर बुरी नजर नहीं रखनी चाहिए। भाई के साथ हमेशा मिलजुल कर रहना चाहिए। अंत में सीता की अग्नि परीक्षा ली जाती है। और अंतिम दिवस की लीला का पटाक्षेप हो जाता है।
इस अवसर पर, संरक्षक राजेंद्र सिंह रावत, जगदीश नेगी, बलबीर सिंह रावत, विक्रम कुलाक्षी, हेमंत बड़थ्वाल , राजेंद्र प्रसाद , सतीश नेगी, सुरेंद्र सिंह बिष्ट, विनोद जख्वाल, दिगंबर सिंह नेगी, कुंवर सिंह चौधरी, अर्जुन सिंह तड़ियाल, चंद्र मोहन कुलाश्री, रितु लखेड़ा, सुनीता कुमाई, रिया बिष्ट, पार्वती देवी, गीता बिष्ट, रोहन नेगी, हितेश नेगी, सुशील कुलाक्षी, रितिक, सुदर्शन डोबरियाल, जसराम ढोंडियाल, मुकेश बिष्ट, आनंद सिंह रावत, त्रिलोक सिंह रावत, मातवर सिंह नेगी, रजनी कुलाक्षी, गोपाल दत्त मैंदोला प्रदीप बुडाकोटि, चिंता मणि जखवाल आदि राम भक्तउपस्थित है
