
पुल गिरने की वजह से रामनगर से वाया मोहान रानीखेत-अल्मोड़ा को जोड़ने वाला प्रमुख मार्ग बंद हो गया है. इसके बाद यहां यातायात को डायवर्ट कर दिया गया है. इस मार्ग से जाने वाले वाहन अब रामनगर से मोहान और मोहान से चिमटाखाल होते हुए अपने गंतव्य को जाएंगे.


मुख्यमंत्री धामी की हालात पर नजर
प्रदेश के मुख्यमंत्री धामी हालात पर नजर बनाए हैं. उन्होंने आपदा विभाग और आपदा कंट्रोल रूम के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को मौसम विभाग की चेतावनी के बाद अलर्ट मोड पर रहने के आदेश जारी कर दिए हैं. आपदा प्रबंधन और आपदा कंट्रोल रूम के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं. साथ ही एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमों को भी अलर्ट मोड पर रहने के आदेश दिए गए हैं.
कई नदियों का बढ़ा जलस्तर
वहीं प्रदेश में अलकनंदा, मंदाकिनी, काली, गंगा सहित सभी नदियों का जलस्तर लगातार हो रही भारी बारिश के कारण तेजी से बढ़ रहा है. गंगा नदी जहां ऋषिकेश में खतरे के निशान के करीब है, तो वहीं काली नदी और अलकनंदा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. जो लोग नदियों के किनारे या उसके आसपास रह रहे हैं उनसे सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की जा रही है.
इस बीच, शनिवार को प्रदेशभर में बारिश से मुश्किलें बढ़ गईं। अलग-अलग हादसों में चार लोगों की मौत हो गई। चारधाम यात्रा मार्ग कई जगह मलबा आने से घंटों बंद रहे। साथ ही देहरादून से आने-जाने वाली हवाई सेवाएं भी प्रभावित हुईं।
मौसम विभाग ने रविवार के लिए प्रदेश के नौ जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। मौसम निदेशक डॉ. बिक्रम सिंह ने शनिवार को विशेष प्रेस रिलीज जारी करते हुए कुमाऊं मंडल के अल्मोड़ा, बागेश्वर, चंपावत, नैनीताल, पिथौरागढ़ और यूएसनगर में कई जगह भारी से बहुत भारी वर्षा की आशंका जताई है।
गढ़वाल मंडल के पौड़ी, चमोली व रुद्रप्रयाग जिले में कहीं-कहीं बहुत भारी से अत्यंत भारी बारिश की संभावना है। साथ ही देहरादून, उत्तरकाशी, टिहरी और हरिद्वार में भारी बारिश के आसार हैं। इस दौरान चट्टानों के खिसकने का भी खतरा है।
कुमाऊं में पर्यटक फंसे
मुनस्यारी में मिलम सड़क बंद होने से नार्वे के मोंक समेत कई पर्यटक फंस गए। इन्हें प्रशासन की टीम ने दरकोट पहुंचाया। बागेश्वर में दो मकान क्षतिग्रस्त हो गए। पिथौरागढ़ में तीजम और वतन को जोड़ने वाला लकड़ी का पुल बह गया। शारदा का जलस्तर बढ़ने से भारत-नेपाल के बीच यातायात बंद हो गया। हल्द्वानी में इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय खेल परिसर का क्रिकेट स्टेडियम गौला नदी की चपेट में आ गया। नदी के कटाव से स्टेडियम खतरे की जद में है।
इस बीच, शनिवार को प्रदेशभर में बारिश से मुश्किलें बढ़ गईं। अलग-अलग हादसों में चार लोगों की मौत हो गई। चारधाम यात्रा मार्ग कई जगह मलबा आने से घंटों बंद रहे। साथ ही देहरादून से आने-जाने वाली हवाई सेवाएं भी प्रभावित हुईं।
मौसम विभाग ने रविवार के लिए प्रदेश के नौ जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। मौसम निदेशक डॉ. बिक्रम सिंह ने शनिवार को विशेष प्रेस रिलीज जारी करते हुए कुमाऊं मंडल के अल्मोड़ा, बागेश्वर, चंपावत, नैनीताल, पिथौरागढ़ और यूएसनगर में कई जगह भारी से बहुत भारी वर्षा की आशंका जताई है।
गढ़वाल मंडल के पौड़ी, चमोली व रुद्रप्रयाग जिले में कहीं-कहीं बहुत भारी से अत्यंत भारी बारिश की संभावना है। साथ ही देहरादून, उत्तरकाशी, टिहरी और हरिद्वार में भारी बारिश के आसार हैं। इस दौरान चट्टानों के खिसकने का भी खतरा है।
कुमाऊं में पर्यटक फंसे
मुनस्यारी में मिलम सड़क बंद होने से नार्वे के मोंक समेत कई पर्यटक फंस गए। इन्हें प्रशासन की टीम ने दरकोट पहुंचाया। बागेश्वर में दो मकान क्षतिग्रस्त हो गए। पिथौरागढ़ में तीजम और वतन को जोड़ने वाला लकड़ी का पुल बह गया। शारदा का जलस्तर बढ़ने से भारत-नेपाल के बीच यातायात बंद हो गया। हल्द्वानी में इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय खेल परिसर का क्रिकेट स्टेडियम गौला नदी की चपेट में आ गया। नदी के कटाव से स्टेडियम खतरे की जद में है।
एनएच द्वारा जेसीबी से लगातार मलबा हटाने का काम जारी है। थाना प्रभारी महिपाल सिह रावत का कहना है कि के अनुसार, वाहन चालकों को लगातार सावधानी से चलने की हिदायत दी जा रही है।
Uttarakhand Weather Today: नौ जिलोंं में भारी बारिश का अलर्ट, भूस्खलन से 109 मार्ग बंद, ऊफान पर नदियां
बता दें कि प्रदेश में शनिवार को 142 मार्ग बंद हुए। लोगों को मार्ग खुलने के लिए घंटों इंतजार करना पड़ा। जबकि 56 मार्ग शुक्रवार से बंद थे। लोनिवि ने इसमें से 89 मार्ग को खोल दिया। इसके बाद भी 109 सड़क बंद हैं। इसमैं एक राष्ट्रीय राजमार्ग और सात राजमार्ग शामिल हैं। इसके अलावा 11 मुख्य जिला मार्ग, दो अन्य जिला मार्ग और 88 ग्रामीण मार्ग शामिल हैं।
उधर, प्रदेश में मौसम बिगड़ने की वजह से खतरे को देखते हुए चारधाम यात्रा एक दिन के लिए रोक दी गई है। भारी बारिश का रेड अलर्ट देखते हुए आपदा प्रबंधन विभाग ने लोगों को रविवार को किसी भी तरह की यात्रा से बचने की एडवाइजरी जारी की है।
गढ़वाल आयुक्त विनय शंकर पांडेय ने भी चारधाम यात्रा एक दिन के लिए स्थगित करने की पुष्टि करते हुए कहा कि यह फैसला तीर्थयात्रियों के जान-माल की सुरक्षा के मद्देनजर लिया गया। जो यात्री जहां हैं वहीं रहें।
वहीं, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भारी वर्षा के मद्देनजर सभी संबंधित जनपदों के जिलाधिकारियों को हाई अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए हैं। साथ ही लोगों से सावधानी बरतने तथा सुरक्षित स्थलों पर रहने की अपील की है।
एनएच द्वारा जेसीबी से लगातार मलबा हटाने का काम जारी है। थाना प्रभारी महिपाल सिह रावत का कहना है कि के अनुसार, वाहन चालकों को लगातार सावधानी से चलने की हिदायत दी जा रही है।
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बता दें कि प्रदेश में शनिवार को 142 मार्ग बंद हुए। लोगों को मार्ग खुलने के लिए घंटों इंतजार करना पड़ा। जबकि 56 मार्ग शुक्रवार से बंद थे। लोनिवि ने इसमें से 89 मार्ग को खोल दिया। इसके बाद भी 109 सड़क बंद हैं। इसमैं एक राष्ट्रीय राजमार्ग और सात राजमार्ग शामिल हैं। इसके अलावा 11 मुख्य जिला मार्ग, दो अन्य जिला मार्ग और 88 ग्रामीण मार्ग शामिल हैं।
उधर, प्रदेश में मौसम बिगड़ने की वजह से खतरे को देखते हुए चारधाम यात्रा एक दिन के लिए रोक दी गई है। भारी बारिश का रेड अलर्ट देखते हुए आपदा प्रबंधन विभाग ने लोगों को रविवार को किसी भी तरह की यात्रा से बचने की एडवाइजरी जारी की है।
गढ़वाल आयुक्त विनय शंकर पांडेय ने भी चारधाम यात्रा एक दिन के लिए स्थगित करने की पुष्टि करते हुए कहा कि यह फैसला तीर्थयात्रियों के जान-माल की सुरक्षा के मद्देनजर लिया गया। जो यात्री जहां हैं वहीं रहें।
वहीं, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भारी वर्षा के मद्देनजर सभी संबंधित जनपदों के जिलाधिकारियों को हाई अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए हैं। साथ ही लोगों से सावधानी बरतने तथा सुरक्षित स्थलों पर रहने की अपील की है।
