राष्ट्रपति भवन को रंग-बिरंगे फूलों और रोशनी से सजाया गया था। समारोह में देश-दुनिया की राजनीतिक हस्तियां और जाने-माने चेहरे पहुंचे।
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निमंत्रण पर शपथ ग्रहण समारोह में पहुंची। इससे पहले शेख हसीना ने भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी से नई दिल्ली स्थिति उनके आवास पर जाकर उनसे शिष्टाचार भेंट की। विदेशी मेहमानों में हसीना सबसे पहले शनिवार को भारत पहुंची थीं।
मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जगन्नाथ मनोनीत प्रधानमंत्री मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए राष्ट्रपति भवन पहुंचे। चुनाव के नतीजों के बाद जगन्नाथ ने प्रधानमंत्री मोदी को फोन कर बधाई दी थी। इस दौरान उनहोंने इस बात पर जोर दिया था कि उनकी यह जीत दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र की ओर से प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में जताए गए भरोसे का प्रमाण है। जगन्नाथ ने सबसे बड़ी लोकतांत्रिक प्रक्रिया की सफलता के लिए पीएम मोदी को बधाई दी थी।
मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू भी शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए राष्ट्रपति भवन पहुंचे। शपथ ग्रहण में शामिल होने को लेकर इससे पहले मुइज्जू ने कहा था कि यह उनके लिए सम्मान की बात की बात होगी। इस ऐतिहासिक मौके पर उनकी पहली भारत यात्रा यह दिखाएगी कि द्विपक्षीय संबंध सकारात्मक दिशा की ओर बढ़ रहे हैं। पिछले साल नवंबर में मुइज्जू द्वीप राष्ट्र के राष्ट्रपति बने। तबसे मालदीव और भारत के बीच तनाव रहा है। अपने चुनाव अभियान के दौरान मुइज्जू ने भारत के 88 सैनिकों को देश से निकालने के लिए इंडिया आउट का नारा दिया था। राष्ट्रपति बनने के बाद उन्होंने चीन का दौरा किया। आमतौर पर मालदीव में राष्ट्रपति का पद संभालने वाला शख्स पहले भारत का दौरा करते थे।
श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे भी मनोनीत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए राष्ट्रपति भवन पहुंचे। भारत की ‘पड़ोस पहले’ नीति और ‘सागर विजन’ के तहत मालदीव, श्रीलंका, मॉरीशस, नेपाल, बांग्लादेश, भूटान और सेशेल्स के नेताओं को समारोह में आमंत्रित किया गया था। इन मेहमानों को ठहरने की व्यवस्था राजधानी दिल्ली के सबसे बड़े होटलों में की गई है।
नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने के लिए राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में पहुंचे।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने नरेंद्र मोदी और उनके मंत्रिमंडल को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई।