ईस प्लेस से आरोपी को तय किए गए सेफ हाउस ले जाकर नीट का प्रश्न दिया गया सभी आंसर भी याद करवाए गए थे. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, एनएचएआई के निरिक्षण बंगले पर जाकर रजिस्टर चेक किया गया, जिसमें अनुराग यादव के नाम पर चेकइन किया गया था.
अनुराग यादव नीट पेपर लीक मामले में मुख्य आरोपी जूनियर सिकंदर यादवेंदू का रिश्तेदार है नीट परीक्षा का उम्मीदवार भी है. इंवेस्टिगेशन में पता चला चला कि जूनियर इंजीनियर सिंकदर ने NHAI के इसी बंगले में अनुराग समेत कई लोगों के रुकने का इंतजाम किया था. बाद में इन लोगों को यहीं से बाकी 30 से ज्यादा स्टूडेंट्स को सेफ हाउस ले जाया गया.
EOU की जांच में शामिल होने के लिए 9 स्टूडेंट्स को नोटिस जारी किया गया था. जानकारी के मुताबिक, यह संदेह है कि 9 उम्मीदवारों के साथ-साथ बिहार के चार अन्य उम्मीदवारों को नीट परीक्षा से एक दिन पहले ही पटना के पास एक सेफ हाउस में परीक्षा के सवाल मिल गए थे उन्हें आंसर भी याद करवा दिए गए थे.
किसने की थी पेपर लीक करने की साजिश
पुलिस ने पेपर लीक मामले में सिंकदर को सबसे पहले गिरफ्तार किया था. इसके बाद बिहार पुलिस को कई आरोपियों के बारे में इनपुट मिला सिकंदर के बाद, अखिलेश बिट्टू के साथ शास्त्रीनगर पुलिस ने बेली रोड पर राजवंसी नगर मोड़ पर नियमित जांच के दौरान गिरफ्तार किया था. अबतक की जांच में पता चला है कि जूनियर इंजीनियर सिकंदर ने पेपर लीक की पूरी साजिश रची थी. इनके पास से कई नीट पत्र मिले थे.
नीट यूजी परीक्षा विवादों में है. ऐसा पहली बार हुआ है कि एनटीए नीट यूजी 2024 परीक्षा पर लगे दाग छूटने का नाम ही नहीं ले रहे हैं. इस साल नीट यूजी कटऑफ सबसे हाई गई है.