गैरसैंण में बजट सत्र आयोजित न करना दुर्भाग्यपूर्णIकांग्रेस नेताओं के भाजपा में जाने के सवाल पर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि जो स्थिति आज है, वहीं 1977 में थी।

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Hindustan Global Times/शैल ग्लोबल टाइम्स/अवतार सिंह बिष्ट, रूद्रपुर उत्तराखंड

उस समय कई नेताओं ने कांग्रेस छोड़ी थी। पूर्व मुख्यमंत्री ने विधानसभा का बजट सत्र गैरसैंण के बजाय देहरादून में करने को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। कहा कि प्रदेश सरकार को उपनलकर्मियों का नियमितीकरण कर उनका भविष्य सुरक्षित करना चाहिए।

तहसील स्थित एक कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि उनकी सरकार के समय गैरसैंण विधानसभा में यह प्रस्ताव पारित हुआ था कि हर साल विधानसभा का बजट सत्र गैरसैंण में आयोजित होगा। लेकिन प्रदेश की भाजपा सरकार ठंड के कारण विधानसभा के बजट सत्र को देहरादून में कर रही है जो कि दुर्भाग्यपूर्ण है।

कहा, अधिकांश विभागों में उपनल कर्मचारी 7-8 सालों से अधिक समय से सेवा दे रहे हैं। विद्यालयों में भी अंशकालिक शिक्षकों के बिना काम नहीं हो रहा। न तो उनकी सेवा और न ही उनके भविष्य की सुरक्षा है। विधानसभा का एक दिन का विशेष सत्र बुलाकर उपनलकर्मियों के नियमितीकरण के लिए कानून बनाया जाना चाहिए। कहा कि 2016 में तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने उपनलकर्मियों की नियमितीकरण किया था।

Iमेरे बेटे को अवसर मिले तो ठीक हैI

हरीश रावत ने हरिद्वार लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने के सवाल पर कहा कि कांग्रेस पार्टी जिसे टिकट देगी, उसके लिए काम करुंगा। यदि मेरे बेटे को अवसर मिले तो ठीक है। वह भी पार्टी के लिए काफी समय से काम कर रहा है। कांग्रेस पार्टी के सीट जीतने के सवाल पर कहा कि यह परिवर्तन का वर्ष है।

I’पहले पंजाब उड़ता पंजाब था, अब उत्तराखंड भी उसी लाइन पर’I

कहा कि प्रदेश सरकार की ओर से शराब को घर-घर पानी की तरह पहुंचाया जा रहा है। सूखा नशा भी सुदूरवर्ती गांवों तक पहुंच गया है। नशे को दूर-दूर तक पहुंचाना बिना प्रशासनिक और राजनीतिक संरक्षण के नहीं हो सकता। पहले पंजाब उड़ता पंजाब था, अब उत्तराखंड भी उसी लाइन पर जा रहा है। नशे के कारोबार को रोकने के लिए सभी राजनीतिक दलों को आगे आना चाहिए।

Hindustan Global Times/शैल ग्लोबल टाइम्स/अवतार सिंह बिष्ट, रूद्रपुर उत्तराखंड

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