
गौरतलब है कि जुलाई-2023 में रजिस्ट्री फर्जीवाड़ा सामने आया था। तत्कालीन जिलाधिकारी सोनिका को शिकायत मिली थी कि सब रजिस्ट्रार कार्यालय के रिकार्ड रूम में जमीनों के दस्तावेज बदल दिए गए हैं। राजस्व अभिलेखागार से इनके रिकार्ड भी गायब कर दिए गए। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सब रजिस्ट्रार कार्यालय पहुंचकर जांच के निर्देश दिए थे।


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अब तक रजिस्ट्री फर्जीवाड़े में 13 मुकदमे दर्ज कर 20 आरोपियों को जेल भेजा जा चुका है। पुलिस की एसआइटी तीन वरिष्ठ अधिवक्ताओं समेत कुल 20 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। इसी मामले में 30 अगस्त को ईडी ने 18 ठिकानों पर छापा मारा था।
अब ईडी ने कमल बिरमानी, इमरान अहमद व देवराज तिवारी, बिल्डर जितेंद्र खरबंदा और संतोष अग्रवाल, हुमांयु परवेज, केपी सिंह के बेटे अभिनव सहित सात-आठ अन्य आरोपियों को समन भेजकर तलब किया है।
