
रुद्रपुर,विवार को ओमेक्स रिवेरा सोसायटी में लोकतंत्र का एक जीवंत उत्सव देखने को मिला, जब रेजीडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन (आरडब्ल्यूए) के चुनाव में मतदाताओं ने भारी उत्साह के साथ भागीदारी की। सुबह नौ बजे से लेकर अपराह्न तीन बजे तक चले मतदान में कुल 815 वोटरों में से 558 ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया, जो किसी भी आवासीय परिसर के लिहाज से काफी उल्लेखनीय और जागरूकता का प्रतीक है।


रात देर तक चली मतगणना के बाद चुनाव अधिकारी एडवोकेट बरीत सिंह ने परिणामों की घोषणा की। चुनाव में अध्यक्ष पद पर निवर्तमान सचिव अभिषेक अग्रवाल ने बड़ी जीत दर्ज करते हुए प्रतिद्वंदी राजकुमार अरोरा को 132 मतों के अंतर से पराजित किया। अभिषेक को कुल 342 और राजकुमार को 210 वोट मिले। यह परिणाम न सिर्फ अभिषेक की लोकप्रियता का संकेत है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि निवासियों ने निरंतरता और अनुभव को प्राथमिकता दी है।
संवाददाता,हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स/ अवतार सिंह बिष्ट/उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलनकारी!
पीउपाध्यक्ष पद पर मनमोहन कामरा ने अभिनव छाबड़ा को 71 मतों से हराते हुए 309 मत हासिल किए। वहीं, सचिव पद पर राकेश चौहान ने योगेश लांबा को 81 मतों से शिकस्त दी। कोषाध्यक्ष पद के मुकाबले में सुनील झावर ने ललित मोहन गोयल पर 72 मतों की बढ़त बनाई और कुल 312 मत पाकर विजयी घोषित हुए।
कार्यकारिणी सदस्यों के सात पदों पर हुए मुकाबले में रमेश चंद्र जोशी (399 मत), अशोक शर्मा (359), ध्रुव सिंबल (303), संजय ढौडियाल (283), रमन डांग (279), रितेश मनीचा (268), और राधा अरोड़ा (247) निर्वाचित हुए। इन परिणामों ने साफ कर दिया कि ओमेक्स रिवेरा के निवासी सामूहिक नेतृत्व और पारदर्शिता के प्रति सजग हैं।
चुनाव के दौरान प्रत्याशियों ने मतदाताओं से व्यक्तिगत संवाद किया, जिससे सोसायटी में लोकतांत्रिक संवाद की संस्कृति और भी मजबूत होती दिखाई दी। मतदान केंद्र पर अनुशासन और सौहार्द का वातावरण रहा, जो अन्य आवासीय परिसरों के लिए एक मिसाल है।
जीत के बाद विजेताओं और उनके समर्थकों ने उल्लास के साथ जश्न मनाया। इस अवसर पर अजय तिवारी, विजय भूषण गर्ग, योगेश वर्मा, धीरज मिलानी, दिग्विजय त्यागी, राजीव खन्ना सहित बड़ी संख्या में निवासी उपस्थित रहे।
यह चुनाव सिर्फ पदों का चयन नहीं, बल्कि सोसायटी के भविष्य के विकास, पारदर्शिता और सह-अस्तित्व की दिशा तय करने वाला कदम है। ओमेक्स रिवेरा की नई कार्यकारिणी के सामने अब जिम्मेदारी है कि वह विकास कार्यों, सुरक्षा, स्वच्छता और सामूहिक हित के मुद्दों को प्राथमिकता से हल करे और सोसायटी को एक आदर्श आवासीय परिसर के रूप में स्थापित करे।

