
हालांकि, इन जेट्स की डिलीवरी के लिए कोई विशिष्ट समयसीमा नहीं बताई गई है, क्योंकि विदेशी सैन्य सौदों को पूरा होने में सालों लग सकते हैं, खासकर F-35 जैसी उन्नत तकनीक के मामले में.


प्रिंट मीडिया, शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स/संपादक उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह बिष्ट रुद्रपुर, (उत्तराखंड)
भारत ऐतिहासिक रूप से रूसी सैन्य उपकरणों पर निर्भर रहा है, लेकिन हाल के भू-राजनीतिक बदलावों के कारण यह निर्भरता प्रभावित हुई है. अमेरिका के साथ यह नया सहयोग भारत को रूस पर निर्भरता कम करने और अपनी रक्षा तकनीक को आधुनिक बनाने में मदद करेगा.
F-35 स्टील्थ फाइटर जेट्स दुनिया के सबसे उन्नत लड़ाकू विमानों में से एक हैं, जो अपनी स्टील्थ तकनीक और उच्च तकनीकी क्षमताओं के लिए जाने जाते हैं.
अमेरिकी F-35 स्टील्थ फाइटर जेट्स की प्रमुख खासियत
1. उन्नत स्टील्थ तकनीक
F-35 में ऑल-एस्पेक्ट स्टील्थ क्षमता है, जिससे यह दुश्मन के रडार, इन्फ्रारेड, या इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम से बच सकता है. इसकी डिज़ाइन में रडार क्रॉस-सेक्शन (RCS) मात्र 0.0015 वर्ग मीटर है, जो इसे Su-57 (RCS 0.1–0.5 वर्ग मीटर) की तुलना में अधिक घातक बनाता है. यह ग्राउंड-बेस्ड या एयरबोर्न रडार को चकमा देने में सक्षम है.
2. मल्टीरोल क्षमता
F-35 को हवा-से-हवा, हवा-से-जमीन, इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर, जासूसी, और सर्विलांस मिशनों के लिए डिज़ाइन किया गया है. यह ग्राउंड अटैक के साथ-साथ एयर डिफेंस सिस्टम को नष्ट करने में भी प्रभावी है.
