राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा से पहले तीन दिन तक अखंड पाठ करेंगे सिख समुदाय के लोग…क्या है गुरु नानक देव जी का राम से कनेक्शन सिख समुदाय राम मंदिर की ‘प्राण प्रतिष्ठा’ से एक दिन पहले 19 जनवरी से 21 जनवरी तक अयोध्या में गुरुद्वारा ब्रह्म कुंड साहिब में तीन दिवसीय ‘अखंड पाठ’ का आयोजन करने के लिए तैयार है.

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प्रमुख समाजसेवी

सिखों, भगवान राम और अयोध्या के बीच संबंध का एक महान इतिहास है, प्रमुख साक्ष्य जिस पर सुप्रीम कोर्ट ने भी भरोसा किया वह 1510 में गुरु नानक देव जी की राम मंदिर की यात्रा थी. निहंग 1858 में राम मंदिर के अंदर भी गए थे जहां उन्होंने हवन किया और परिसर के अंदर दीवार पर ‘राम’ लिखा.”

सुशील गाबा रुद्रपुर से अयोध्या पैदल यात्रा,जगह-जगह हो रहा है भव्य स्वागत। प्रभु श्री राम के प्रति आस्था।

गुरु ग्रंथ साहिब में ‘राम’ शब्द का इस्तेमाल 2,533 बार किया गया है.”

जय श्री राम ,
वाहेगुरु जी का खालसा वाहेगुरु जी की फतेह,
मित्रों ये हैं रूद्रपुर उत्तराखण्ड के प्रसिद्ध उद्योगपति व समाजसेवी सरदार जसविंदर सिंह लकी जी जो की श्री रामलला के दर्शन करने रूद्रपुर से अयोध्या की साइकिल यात्रा कर रहे हैं।प्रभु श्री राम

राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा से पहले तीन दिन तक अखंड पाठ करेंगे सिख समुदाय के लोग…क्या है गुरु नानक देव जी का राम से कनेक्शन सिख समुदाय राम मंदिर की ‘प्राण प्रतिष्ठा’ से एक दिन पहले 19 जनवरी से 21 जनवरी तक अयोध्या में गुरुद्वारा ब्रह्म कुंड साहिब में तीन दिवसीय ‘अखंड पाठ’ का आयोजन करने के लिए तैयार है.

अखंड पथ’ का आयोजन करके, सिख समुदाय का उद्देश्य न केवल अंतरधार्मिक एकजुटता प्रदर्शित करना है, बल्कि धर्म की सीमाओं से परे आस्था और आध्यात्मिकता की जीत का जश्न मनाना भी है.

अखंड पथ’, सिख धर्म में एक मौलिक अनुष्ठान है, जिसका गहरा आध्यात्मिक महत्व है. इसमें सिखों की पवित्र पुस्तक गुरु ग्रंथ साहिब का अखंड, निरंतर पाठ किया जाता है. यह पाठ 48 घंटे से अधिक समय तक चलता है. इस पूरे पाठ में एक टीम बैठती है और यह तय करती है कि समारोह के समापन तक दिव्य धर्मग्रंथ के शब्द बिना किसी रुकावट के गूंजते रहें.।


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