इसकी जानकारी होने पर दोबारा फ्लैक्स लगाने वालों में खलबली मच गई है।
असम हाईवे पर गांव रुरिया के समीप खालसा गुरुद्वारा के गेट के समीप प्रतिबंधित संगठन के जरनैल सिंह भिंडरावाले की फ्लैक्स नौ दिन पहले लगाई गई थी। फ्लैक्स में जरनैल सिंह भिंडरावाला अपने साथियों के साथ असलहों के साथ दिखाया गया था।
फ्लैक्स को दो जून को पुलिस ने हटवाने की कोशिश की थी। 24 घंटे के अंदर फ्लैक्स हटवाने का अल्टीमेटम दिया। बुधवार की रात को गुरुद्वारा गेट के समीप लगा फ्लैक्स रहस्यमय ढंग से गायब हो गया था। बृहस्पतिवार को गुरुद्वारा में एकत्र हुए लोगों ने फ्लैक्स के गायब होने पर रोष व्यक्त किया।
शुक्रवार को दूसरा फ्लैक्स लगाया गया
फ्लैक्स गायब होने के बाद बृहस्पतिवार को सुखविंदर सिंह औलख आडियो वायरल कर और गुरुद्वारा की मुख्य संचालिका इंद्रजीत कौर खालसा ने वीडियो बनाकर जारी किया था। जिसमें शुक्रवार को सिख समाज के लोगों को गुरुद्वारा के समीप एकत्र होने का आवाह्न किया था। इस पर तमाम लोग एकत्र हुए। शुक्रवार को लोगों ने दूसरा फ्लैक्स लगा दिया।
इनके खिलाफ दर्ज हुई रिपोर्ट
दोबारा फ्लैक्स लगाने के मामले में कोतवाली पुलिस ने दरोगा प्रदीप कुमार की ओर से उत्तराखंड के उधमसिंह नगर के किच्छा निवासी सुखविंदर सिंह औलख, इंद्रजीत कौर खालसा, रंपुरा कोन निवासी बहादुर सिंह, न्यूरिया थाना के गांव गुलड़िया निवासी गगनदीप कौर, गांव मुजफ्फरनगर नौगवां निवासी बलजिंदर सिंह, शाहजहांपुर के खुटार के गांव पुनोटी निवासी हरदीप सिंह, ललौरीखेड़ा के गांव खरुआ निवासी देवेश कुमार, उत्तराखंड के हल्द्वानी के चांदनी चौक निवासी होम बहादुर सिंह, गांव दुधियाखुर्द बालामनी निवासी खजान सिंह, नगर के मोहल्ला बमनपुरी निवासी कुलवंत सिंह, हल्द्वानी वाले कमेटी अध्यक्ष अमरीक सिंह, पंजाब के लुधियाना के गालिव खुर्द उगराव निवासी तेजेंद्र सिंह और 40 अन्य के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है।