रामपुर के बिलासपुर और उत्तराखंड के रुद्रपुर स्टेशन के बीच नैनी-दून जनशताब्दी एक्सप्रेस को पलटने की साजिश के पीछे छिपे सच को पुलिस ने उजागर कर दिया है। दो दिन पहले ट्रैक पर लोहे का सात मीटर लंबा खंभा देखकर ट्रेन चालक ने इमरजेंसी ब्रेक लगाकर गाड़ी को रोक ली थी और बड़ा हादसा टल गया था।

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   पुलिस की जांच में नशेड़ियों की हरकत सामने आई है। जीआरपी ने पोल रखकर भागने वाले दो लोगों को गिरफ्तार कर मामले का खुलासा कर दिया है। दोनों ने पूछताछ में टेलीकॉम का पोल चोरी करने की बात स्वीकारी है। कहा कि ट्रैक पर से ले जाते समय ट्रेन को देख पोल छोड़कर भागने की बात कही है। जीआरपी ने दोनों को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया है।

हिंदुस्तान Global Times/print media,शैल ग्लोबल टाइम्स,अवतार सिंह बिष्ट, रुद्रपुर

बुधवार की रात देहरादून से चलने के बाद 12091 नैनी-दून जनशताब्दी एक्सप्रेस ट्रेन रात 10 मिनट की देरी से 9:40 बजे बिलासपुर पहुंची थी। वहां से चलने के बाद उत्तराखंड के रुद्रपुर से पहले लोको पायलट ने देखा कि रेलवे ट्रैक पर सात फुट का लोहे का खंभा रखा था। लोको पायलट ने इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को रोक दिया था। जिसके बाद अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया था। जिसके बाद इस मामले के खुलासे के लिए टीमों को गठन किया गया।

सीसीटीवी फुटेज और लोगों से पूछताछ के बाद साजिश का सच सामने आ गया। इसी आधार पर जीआरपी ने बिलासपुर थाना क्षेत्र के डिबडिबा निकट मलिक फार्म निवासी सन्नी उर्फ सनिया उर्फ संदीप चौहान और बिलासपुर की सौढ़ी कॉलोनी निवासी विजेंद्र उर्फ टिंकू को बिलासपुर रोड रेलवे फाटक के पास से पकड़कर पूछताछ की।

दोनों ने जीआरपी को बताया कि वह नशा करने के लिए चोरी करते रहते हैं। उस दिन भी पास रेलवे के पुराने पोल को चोरी कर ले जा रहे थे। लेकिन,अचानक रेलवे लाइन पर ट्रेन आ गई। जिस पर पोल को रेलवे लाइन पर छोड़कर फरार हो गए।


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