रुद्रपुर में राजनीतिक सन्नाटा मोदी मैजिक की आस में भारतीय जनता पार्टी। वहीं कांग्रेस  केवल कार्यकर्ताओं तक ही समिति है। रुद्रपुर में किसी भी तरह का कोई प्रचार या फिर जनसंपर्क नहीं दिखाई दे रहा है। कार्यालय में भी सन्नाटा छाया है।

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दरअसल, उत्तराखंड के रुद्रपुर में ना तो बीजेपी के और ना ही कांग्रेस के प्रत्याशी पहुंच रहे हैं. केवल नगरीय क्षेत्रों में प्रचार-प्रसार किया जा रहा है. किसी भी राजनीतिक दल के प्रत्याशी दूरी बनाए हुए हैं. रुद्रपुर में आयोजित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली के बाद, बीजेपी के कोई भी बड़े स्तर के नेता अभी तक नहीं पहुंचे हैं. भाजपा कार्यकर्ताओं को उम्मीद है इस बार भी मोदी मैजिक के नाम पर बंपर वोटिंग होगी। पिछले चुनाव में प्रचार-प्रसार की शुरुआत रूद्रपुर से हुई थी. लेकिन इस बार रुद्रपुर में एकदम सन्नाटा छाया हुआ है.

हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स /प्रिंट मीडिया: शैल ग्लोबल टाइम्स/ अवतार सिंह बिष्ट, रूद्रपुर उत्तराखंड

बता दें कि उत्तराखंड के पांच लोकसभा सीटों पर लोकसभा चुनाव के पहले चरण में यानी कि 19 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे. उत्तराखंड के जिन सीटों पर वोटिंग होने वाली है, उनमें टिहरी गढ़वाल, गढ़वाल, अल्मोड़ा, नैनीताल-उधम सिंह नगर और हरिद्वार सीटों पर वोटिंग होगी. पहले चरण में 19 अप्रैल को देश के 21 राज्यों के 102 सीटों पर मतदान होगा. दूसरे फेज में 26 अप्रैल को 12 राज्य के 88 सीटों पर वोटिंग होगी. फेज 3 में 7 मई को 13 राज्य के 94 सीटों पर मतदान होगा.

चुनावी वैतरणी पार लगाने के दृष्टिगत पार्टी ने शक्ति यानी मातृशक्ति की आराधना के लिए महिला मोर्चा के साथ ही महिला विधायकों, वरिष्ठ नेताओं और पंचायत और निकायों की जनप्रतिनिधियों को मोर्चे पर लगाया है।

ये सभी गांव-गांव महिलाओं से संपर्क कर उन्हें केंद्र एवं राज्य सरकार की महिला उत्थान से जुड़ी योजनाओं की जानकारी दे रही है। यह भी बता रही हैं कि सरकार की कल्याणकारी योजनाओं से मातृशक्ति के जीवन में किस तरह से बदलाव आया है।

उत्तराखंड राज्य के गठन मातृशक्ति का महत्‍वपूर्ण योगदान

पार्टी का प्रयास है कि येन-केन-प्रकारेण मातृशक्ति को अपने पक्ष में किया जाए। यह किसी से छिपा नहीं है कि उत्तराखंड राज्य के गठन और फिर इसके विकास में यहां की मातृशक्ति का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। इसे देखते हुए सरकारों ने भी महिला उत्थान की नीतियों पर ध्यान केंद्रित किया।

यही नहीं, लोकतंत्र के प्रत्येक महोत्सव में मातृशक्ति अपनी जिम्मेदारी का बखूबी निर्वहन करती आई है। पिछले चुनावों को देखें तो महिलाओं का मत प्रतिशत पुरुषों से कहीं अधिक है। ऐसे में राज्य में कोई भी दल महिलाओं की अनदेखी नहीं कर सकता।अब जबकि अवसर लोकसभा चुनाव का है तो भाजपा ने भी महिला मतदाताओं को अपने पक्ष में करने के लिए पूरी ताकत झोंकी हुई है।

पार्टी ने भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष आशा नौटियाल की पूरी टीम को इस कार्य में लगाया हुआ है। पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव दीप्ति रावत भी निरंतर ग्रामीण क्षेत्रों का दौरा कर महिलाओं से संपर्क साध रही हैं। महिला मोर्चा की बूथ स्तर तक की सभी कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी दी गई है कि वे अपने-अपने क्षेत्र में प्रत्येक महिला मतदाता से संपर्क करना सुनिश्चित करें।

इसके साथ ही पार्टी की महिला विधायकों की छोटी-छोटी सभाएं और जनसंपर्क के कार्यक्रम ग्रामीण क्षेत्रों में हो रहे हैं। जिला पंचायत अध्यक्ष से लेकर ग्राम पंचायत स्तर तक की प्रतिनिधियों के अलावा स्थानीय नगर निकायों की निवर्तमान पदाधिकारी भी मोर्चे पर लगाई गई हैं। इस अभियान के दौरान महिलाओं को केंद्र एवं राज्य सरकारों की योजनाओं की जानकारी पार्टी नेता दे रही हैं।


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