
राहुल गांधी ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “अब यह बात अमेरिका में बिल्कुल स्पष्ट और स्थापित हो चुकी है कि मिस्टर अडानी ने भारतीय कानून और अमेरिकी कानून दोनों को तोड़ा है। अमेरिका में उन पर अभियोग लगाया गया है। मैं सोच रहा हूं कि मिस्टर अडानी इस देश में एक स्वतंत्र व्यक्ति की तरह क्यों घूम रहे हैं। मुख्यमंत्रियों को गिरफ्तार किया गया है… अडानी ने जाहिर तौर पर 2000 करोड़ रुपये का घोटाला किया है और संभवतः कई अन्य घोटाले किए हैं, लेकिन वह बेखौफ घूम रहे हैं… हम इस मुद्दे को बार-बार उठा रहे हैं…यह हमारी कही गई बातों की पुष्टि है, प्रधानमंत्री श्री अडानी को बचा रहे हैं और प्रधानमंत्री मिस्टर अडानी के साथ भ्रष्टाचार में शामिल हैं।”


हिंदुस्तान Global Times/print media,शैल ग्लोबल टाइम्स,अवतार सिंह बिष्ट
मीडिया द्वारा पूछे गए एक सवाल के जवाब में राहुल गांधी ने कहा, “हम इस मुद्दे को उठा रहे हैं। विपक्ष के नेता के तौर पर मेरी जिम्मेदारी इस मुद्दे को उठाना है। प्रधानमंत्री मोदी 100% इस व्यक्ति को बचा रहे हैं। इस व्यक्ति ने भ्रष्टाचार के ज़रिए भारत की संपत्ति हड़पी है। वह बीजेपी को समर्थन देता है…। हम इसे दोहराएंगे। जेपीसी हमारी मांग है लेकिन हम चाहते हैं कि अडानी को गिरफ्तार किया जाए। लेकिन हम जानते हैं कि उसे गिरफ्तार नहीं किया जाएगा क्योंकि भारत के प्रधानमंत्री अडानी का समर्थन करते हैं, वह उनके रक्षक हैं…”
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अडानी ग्रुप ने अमेरिकी अभियोजकों (US prosecutors) द्वारा गौतम अडानी पर 2000 करोड़ रुपये की रिश्वत देने के आरोप लगाए हैं। समाचार एजेंसी रॉयटर्स को इस मामले से जुड़े दो सूत्रों ने यह जानकारी दी। यूएस की एक कोर्ट में जज ने अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी और उनके भतीजे सागर अडानी के खिलाफ अरेस्ट वारंट भी जारी कर दिया है।
एशिया में ट्रेडिंग के दौरान ग्रुप के यूएस-डॉलर नोट्स में काफी बड़ी गिरावट दर्ज की गई। गुरुवार (21 नवंबर) को 600 मिलियन डॉलर बॉन्ड की डील को रद्द कर दी है।
250 मिलियन डॉलर की रिश्वत देने के आरोप
अडानी पर कथित तौर पर आरोप हैं कि उन्होंने अमेरिका में भारतीय सरकार के अधिकारियों को सोलर एनर्जी कॉन्ट्रैक्ट हासिल करने के लिए 250 मिलियन डॉलर की रिश्वत दी। बता दें कि इससे कुछ घंटे पहले ही अडानी ग्रीन एनर्जी ने बॉन्ड ऑफर के लिए प्राइस सेट किया था, जिसे बाद में रद्द कर दिया गया।
अमेरिकी अभियोजकों ने अडानी व उनके भतीजे सागर अडानी और अन्य पर सौर ऊर्जा अनुबंध (Solar Energy Contract) हासिल करने के लिए 2020 से 2024 के बीच भारतीय सरकारी अधिकारियों को 25 करोड़ डॉलर से ज्यादा की रिश्वत देने का आरोप लगाया। एक अनुमान के अनुसार इससे ग्रुप को संभावित रूप से दो अरब डॉलर से ज्यादा का फायदा हो सकता है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह सब उन अमेरिकी बैंकों और निवेशकों से छुपाया गया, जिनसे अडानी ग्रुप ने इस परियोजना के लिए अरबों डॉलर जुटाए थे। अमेरिकी कानून अपने निवेशकों या बाजारों से जुड़े विदेशों में भ्रष्टाचार के आरोपों को आगे बढ़ाने की अनुमति देता है। अडानी समूह से इन आरोपों पर तत्काल कोई टिप्पणी नहीं की है।
कोर्ट के दस्तावेजों के मुताबिक, एक जज ने गौतम अडानी और सागर अडानी के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिए हैं। और अभियोजक इन वारंट्स को अंतरराष्ट्रीय कानून प्रवर्तन (international law enforcement) के समक्ष पेश कर सकते हैं।
अडानी ग्रुप के शेयरों में 20 प्रतिशत की गिरावट
अडानी ग्रुप की कंपनियों के स्टॉक गुरुवार (21 नवंबर 2024) को बाजार खुलते ही 20 प्रतिशत तक गिर गए। बीएसई पर समूह की प्रमुख कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज के शेयर में 20 प्रतिशत, अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस में 20 प्रतिशत, अडानी ग्रीन एनर्जी में 19.17 प्रतिशत, अडानी टोटल गैस में 18.14 प्रतिशत, अडानी पावर में 17.79 प्रतिशत और अडानी पोर्ट्स के शेयर में 15 प्रतिशत की गिरावट आई। इसके अलावा समूह की कंपनी अंबुजा सीमेंट्स का शेयर 14.99 प्रतिशत, एसीसी 14.54 प्रतिशत, एनडीटीवी 14.37 प्रतिशत और अडानी विल्मर का शेयर 10 प्रतिशत लुढ़का।
