करीब दो घंटे तक बॉर्डर पर रुके रहने के बाद, उन्हें लौटने के लिए मजबूर किया गया।


राहुल गांधी के काफिले के कारण गाजीपुर बॉर्डर पर 5 किलोमीटर लंबा जाम लग गया, जिससे स्थानीय लोग भड़क गए। जाम की वजह से लोग आक्रोशित हो गए और उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं से बहस शुरू कर दी। यह बहस इतनी बढ़ गई कि गुस्साए लोगों ने कांग्रेसियों को पकड़कर पीटना शुरू कर दिया। पुलिस ने बीच-बचाव करते हुए स्थिति को शांत किया।
यह घटनाक्रम उस हिंसा के बाद हुआ, जिसमें 24 नवंबर को जामा मस्जिद के सर्वे का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों ने कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया था। इस हिंसक प्रदर्शन में 5 लोग मारे गए थे और 31 लोग गिरफ्तार किए गए थे, जिनमें 4 महिलाएं भी शामिल थीं। इस हिंसा के बाद से इलाके के लोग डरकर अपने घरों में ताला लगाकर गायब हो गए थे।

