राजीव लुंबा का नोएडा और दिल्ली के क्षेत्र में भी कारोबार है। उन्हीं के कुछ ऐसे विवरण पाए गए, जिनकी जांच में राजीव जैन का नाम भी सामने आ गया। यही कारण है कि इस कार्रवाई में आयकर विभाग की देहरादून की जगह दिल्ली की टीम ने अंजाम दिया।
तैयार की गई छापेमारी की पत्रावली
आयकर सूत्रों के मुताबिक, राजपुर क्षेत्र में बड़े स्तर पर निवेश और और अन्य परियोजनाओं की जांच करते हुए छापेमारी की पत्रावली तैयार की गई। ताकि राजीव जैन और मानस लुंबा के ठिकानों से अन्य संबंधित दस्तावेज भी बरामद किए जा सकें। इससे पहले कि आयकर विभाग राजीव जैन के आवास पर जांच को गति देते, उससे पहले ही ऐसा कुछ हो गया गया, अधिकारियों की निगाह उसी बात पर टिक गई।
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प्रिंट मीडिया,शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स/संपादक उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह बिष्ट रुद्रपुर
दरअसल, जब टीम ने घर में प्रवेश किया तो उसी दौरान जैन के घर की छत से एक बैग पड़ोसी की छत पर फेंक दिया गया। इस बात का पता आयकर अधिकारियों को तब लगा, जब उन्होंने घर के सीसी कैमरों की फुटेज खंगालनी शुरू की।
आयकर कार्मिक तुरंत बैग की दिशा में लपके और उसे बरामद भी कर लिया गया। बैग पुरानी अवस्था में दिख रहा था, लेकिन उसे फेंके जाने के पीछे के अहम कारण भांपते हुए अधिकारियों ने जांच की दिशा उसी तरफ घुमा दी।
किसी भी सूरत में आयकर विभाग से छिपाना चाहते थे राजीव
माना जा रहा है कि बैग में ऐसा कुछ था, जिसे राजीव जैन किसी भी सूरत में आयकर विभाग के अधिकारियों से छिपाना चाहते थे। बताया जा रहा है कि बैग में अघोषित संपत्ति से जुड़े अहम दस्तावेज हो सकते हैं। सबसे पहले आयकर विभाग ने इसी बैग की जांच की और उसे फेंके जाने के पीछे की वजह जानने की कोशिश की। अभी आयकर अधिकारी यह बताने से बच रहे हैं कि बैग में क्या पाया गया। लेकिन, इसे जांच की दिशा में अहम साक्ष्य भी माना जा रहा है।