रुद्रपुर में बीते दिनों हुई गोलीबाज़ी की घटना जिसमे एक युवक के ऊपर बदमाश ने गोली तानी थी परंतु मिस फायर होने के कारण निशाना चूक गया था और युवक की जान बच गई थी, आपको बता दें की इस पूरे मामले में रम्पुरा चौकी पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है, पुलिस को दी गई तहरीर के मुताबिक आपको बता दें की कि रुद्रपुर के मोहल्ला रम्पुरा वार्ड नं0 23 रम्पुरा के रहने वाले शिवनन्द्रा पुत्र महेश चन्द्र, विवेक गुप्ता उर्फ वाण्टेड पुर गोविन्द ने अरुण गुप्ता पुत्र सुभाष गुप्ता, गगन दिवावर पुत्र पप्पू दिवाकर, राहुल पुत्र हरीश, के ऊपर आरोप लगाया की उसके भाई और परिवार से पहले से ही रंजिश रखते हैं। उसने बताया की बीते दिनांक 09.09.2023 की रात्रि लगभग 1030 से 1150 के मध्य रम्पुरा स्थित हनुमान मन्दिर, काली के ठीक सामने, में धार्मिक कथा चल रही थी तभी वहां पर गगन दिवाकर ने साजिश कर फोनकर मेरे भाई को कॉल करके हनुमान मन्दिर के पास कथा स्थल पर बुलाया। वहाँ पर पहले से ही गगन दिवाकर के अन्य साथी लोग शिवम चन्द्रा विवेक गुप्ता उर्फ वाण्टेड अरुण गुप्ता, राहुल दो तीन अन्य लोग लाठी, तमंचे एवं अन्य धारदार हथियार से लैस थे सभी ने एक साथ होकर मेरे भाई को पकड़कर गन्दी गालियां देते हुए बुरी तरह से मारपीट करनी शुरू कर दी। इस हमले से मेरा भाई पूर्ण रूप से अनभिज्ञ था तभी शिवम चन्द्रा ने अपने पास से तमंचा निकालकर मेरे भाई की कनपट्टी पर सटाकर फायर कर दिया लेकिन फायर मिस हो गया मेरे भाई ने कथा मंच तक भागकर अपनी जान बचाई। परन्तु उक्त हमलावरों ने मेरे भाई का कथा स्थल तक पीछा किया परन्तु भीड़ होने के कारण उक्त हमलावर अपने मकसद में कामयाब नहीं हो पाये। उक्त हमलावर मेरे भाई को भविष्य में जान से मारने की धमकी देते हुए भाग गये। बता दें की पीड़ित ने पुलिस से अपने भाई तथा परिवार के अन्य सदस्यों की जान माल की सुरक्षा मांगी है। बता दें की रम्पुरा चौकी पुलिस ने रुद्रपुर में बीते दिनों हुई गोलीबाज़ी की घटना जिसमे एक युवक के ऊपर बदमाश ने गोली तानी थी परंतु मिस फायर होने के कारण निशाना चूक गया था और युवक की जान बच गई थी, आपको बता दें की इस पूरे मामले में रम्पुरा चौकी पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है, पुलिस को दी गई तहरीर के मुताबिक आपको बता दें की कि रुद्रपुर के मोहल्ला रम्पुरा वार्ड नं0 23 रम्पुरा के रहने वाले शिवनन्द्रा पुत्र महेश चन्द्र, विवेक गुप्ता उर्फ वाण्टेड पुर गोविन्द ने अरुण गुप्ता पुत्र सुभाष गुप्ता, गगन दिवावर पुत्र पप्पू दिवाकर, राहुल पुत्र हरीश, के ऊपर आरोप लगाया की उसके भाई और परिवार से पहले से ही रंजिश रखते हैं। उसने बताया की बीते दिनांक 09.09.2023 की रात्रि लगभग 1030 से 1150 के मध्य रम्पुरा स्थित हनुमान मन्दिर, काली के ठीक सामने, में धार्मिक कथा चल रही थी तभी वहां पर गगन दिवाकर ने साजिश कर फोनकर मेरे भाई को कॉल करके हनुमान मन्दिर के पास कथा स्थल पर बुलाया। वहाँ पर पहले से ही गगन दिवाकर के अन्य साथी लोग शिवम चन्द्रा विवेक गुप्ता उर्फ वाण्टेड अरुण गुप्ता, राहुल दो तीन अन्य लोग लाठी, तमंचे एवं अन्य धारदार हथियार से लैस थे सभी ने एक साथ होकर मेरे भाई को पकड़कर गन्दी गालियां देते हुए बुरी तरह से मारपीट करनी शुरू कर दी। इस हमले से मेरा भाई पूर्ण रूप से अनभिज्ञ था तभी शिवम चन्द्रा ने अपने पास से तमंचा निकालकर मेरे भाई की कनपट्टी पर सटाकर फायर कर दिया लेकिन फायर मिस हो गया मेरे भाई ने कथा मंच तक भागकर अपनी जान बचाई। परन्तु उक्त हमलावरों ने मेरे भाई का कथा स्थल तक पीछा किया परन्तु भीड़ होने के कारण उक्त हमलावर अपने मकसद में कामयाब नहीं हो पाये। उक्त हमलावर मेरे भाई को भविष्य में जान से मारने की धमकी देते हुए भाग गये। बता दें की पीड़ित ने पुलिस से अपने भाई तथा परिवार के अन्य सदस्यों की जान माल की सुरक्षा मांगी है। बता दें की रम्पुरा चौकी पुलिस ने हत्या के प्रयास समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज।
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देहरादून; लोकतंत्र के महापर्व में मतदाताओं के मतदान से मिलने वाला आशीर्वाद सियासी दलों का भाग्य बदल देता है। भाजपा और कांग्रेस के स्टार प्रचारकों की धमक के बीच उत्तराखंड की पांचों लोकसभा सीटों पर चुनावी प्रचार का अंतिम चरण शुरू हो गया है। अब चुनावी समर में प्रचार अभियान के लिए सिर्फ दो दिन शेष हैं। चुनावी घोषणा पत्र जारी होने के बाद अब कांग्रेस और भाजपा अपने अपने दलों के के घोषणा पत्रों के साथ कार्यकर्ता अब जनता के बीच पहुंच रहे है। भाजपा कार्यकर्ता जहां संकल्प पत्र में मोदी की गारंटियों को लेकर बेहद उत्साहित है तो वहीं कांग्रेस ने भी न्याय की गारंटियों को लेकर चुनावी माहौल को गरम कर दिया है। बहरहाल अब चुनावी समर में प्रचार अभियान के लिए सिर्फ दो दिन शेष हैं। आगामी 19 अप्रैल को प्रदेश में पहले चरण में पांच सीटों पर मतदान होगा जबकि मतदान के नतीजे 4 जून को घोषित होगे।पांच लोकसभा सीट वाले उत्तराखंड के लगभग 82.48 लाख से अधिक मतदाता अपने सक्रिय भूमिका से कई मायनों में अपनी अलग पहचान रखते हैं। इस बार कई नेये चेहरों पर भी राष्ट्रीय दलो ंने दांव खेला है और उनकी सक्रियता से चुनावी महौल भी गरमाया हुआ है। बीते दो चुनावों 2014 और 2019 में भाजपा के सभी उम्मीदवारों को संसद भेजा है। 2009 में ऐसा ही मौका कांग्रेस को दिया था। राज्य गठन से पहले और बाद में कई बार ऐसे मौके भी आए, जब मतदाताओं ने अपनी गढ़ी परिपाटी को एक झटके में तोड़ा भी है। छोटे राज्य की राजनीतिक सोच और नजरिया लंबे समय से दो दल भाजपा-कांग्रेस के करीब ही रहा है। क्षेत्रीय दलों की अपेक्षा राज्य गठन के बाद 2004 में हरिद्वार से समाजवादी पार्टी के सांसद को भीडी संसद पहुंचाया। एक समय ऐसा भी था जब यहां के मतदाता राज्य में एक दल की सरकार बनाते और सांसद दूसरे दल का चुनकर भेजते। 2002 में राज्य में कांग्रेस की सरकार थी, लेकिन पांच में तीन सांसद भाजपा के जीते। 2009 में भाजपा की सरकार बनी, लेकिन उसके सभी सांसद उम्मीदवार हार गए। 2014 में राज्य में कांग्रेस की सरकार थी, बावजूद उसके उसका कोई भी उम्मीदवार नहीं जीत सका। मोदी के मैजिक से मतदाताओं का मिजाज भांपने में भाजपा कुछ मायनों में आगे रही है। शायद यही कारण है कि लोगों ने अपनी बनाई रणनीति और परंपरा को तोड़ना बेहतर समझा। राज्य में पांच-पांच साल का फार्मूला भाजपा को जिताकर तोड़ा। 2019 में भाजपा के पांचों सांसदों को पुनः जिताकर भेजा, जबकि राज्य में भाजपा की सरकार थी। पौड़ी लोकसभा लोकसभा क्षेत्र में आने वालीं 14 विधानसभा सीटों में भाजपा के पास 13 हैं। कांग्रेस के पास एक मात्र बदरीनाथ सीट है। इस लोकसभा सीट में एक विधानसभा नैनीताल जिले की रामनगर भी शामिल है। इस सीट पर कांग्रेस ने भाजपा से पहले अपने उम्मीदवार गणेश गोदियाल की घोषणा की थी। भाजपा ने इस सीट पर इस बार तीरथ सिंह रावत की जगह राज्यसभा सांसद रहे अनिल बलूनी को उम्मीदवार बनाया है। लोकसभा के जातीय गणित और मतदाताओं के ब्राहमण-ठाकुर फार्मूले में यहां ठाकुर मतदाता निर्णायक माने जाते हैं। भाजपा और कांग्रेस दोनों ही उम्मीदवार ब्राहमण हैं। टिहरी लोकसभा लोकसभा क्षेत्र की 14 में से दो विधानसभा सीट कांग्रेस के पास हैं। इस लोकसभा क्षेत्र की आधी यानि 7 सीट देहरादून जिले में आती हैं। पहाड़ के साथ देहरादून के मतदाता भी निर्णायक की भूमिका में रहते हैं। देहरादून में मिश्रित आबादी और यूपी के सहारनपुर जिले से सटे होने के कारण विकासनगर, सहसपुर, कैंट का कुछ हिस्सा, राजपुर और रायपुर मुस्लिम आबादी का भी प्रतिनिधित्व करते हैं। हालांकि शहरी आबादी का फायदा भाजपा को ही मिलता रहा है। भाजपा ने यहां राजघराने पर भरोसा जताते हुए फिर से माला राज्यलक्ष्मी को उम्मीदवार बनाया है। कांग्रेस ने टिहरी में वरिष्ठ नेता और मसूरी के पूर्व विधायक जोत सिंह गुनसोला को आजमाया है।
- Avtar Singh Bisht
- April 16, 2024
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