राजस्व टीम ने 22 प्रभावितों को बांटी राहत राशि, आग बुझाने में 6 व्यक्ति झुलसकर हुए घायलगांव में भड़की आग पर पूरी तरह पाया गया नियंत्रण, मुख्यमंत्री ने जताया दुःख, राहत कार्यों में तेजी लाने के दिये निर्देश

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हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स /प्रिंटिंग मीडिया शैल ग्लोबल टाइम्स /संपादक अवतार सिंह बिष्ट , रूद्रपुर, उत्तराखंड

उत्तरकाशी, 27 मई (हि.स.)। उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के सीमांत विकास खंड मोरी के सालरा गांव में भीषण आग से दस मकान जल कर राख हो गये जबकि चार मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं और एक कोठार (भंडारण) जल कर नष्ट हो गया है। साथ ही आग बुझाने में लगे छह व्यक्ति घायल हो गए हैं। गनीमत रही कि इस आग से कोई जन और पशु नहीं हुई। इस भीषण आग से पूरे गांव में हड़कंप मचा रहा। राजस्व टीम ने 22 प्रभावितों को राहत राशि बांटी है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गांव में हुई आगजनी पर दुःख जाताया और राहत टीम को तेजी लाने के निर्देश दिए हैं।

जिलाधिकारी मेहरबान सिंह बिष्ट ने बताया कि तहसीलदार मोरी से मिली रिपोर्ट के अनुसार सोमवार को पूर्वाह्न 11 बजे ग्राम सालरा तहसील मोरी में अनिल सिंह पुत्र रणवीर सिंह के आवासीय मकान में शॉर्ट सर्किट होने से आग लगने की जानकारी मिली थी। आग फैलने से 10 आवासीय मकान पूर्ण रूप से जल गए हैं। जबकि आवासीय मकान आंशिक क्षतिग्रस्त हुए हैं। एक कुठार भी जलकर क्षतिग्रस्त हुआ है। इस दौरान आग को बुझाने में 06 व्यक्ति आग से झुलसकर घायल हुए हैं। इसमें से एक व्यक्ति यमराज थापा पुत्र रेशम थापा को प्राथमिक उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मोरी भेजा गया है। अन्य घायल अभी गांव में ही उपचार कर रहे हैं। अन्य किसी प्रकार की जन एवं पशु हानि नहीं हुई है। आग को ग्रामीणों ने बहुत हद तक नियंत्रित कर दिया था।

जिलाधिकारी ने बताया कि अग्निकांड में प्रभावित 22 परिवारों को तत्काल राहत सहायता के लिए प्रति परिवार 5000 रुपये की सहायता, 01-01 तिरपाल और 2-2 कम्बल वितरण के लिए ग्राम सालरा भेजा गया है।तहसीलदार मोरी, राजस्व उपनिरीक्षक मोरी, अग्निशमन, एसडीआरएफ, पुलिस, वन विभाग, पशु विभाग की टीम के साथ ग्राम सालरा गांव में मौजूद हैं। उपजिलाधिकारी पुरोला देवा नंद शर्मा भी घटना स्थल पर पहुंच गए हैं।

ग्राम प्रधान सालरा की सूचना के तत्काल बाद फायर, एसडीआरएफ, वन विभाग, पुलिस, राजस्व विभाग की टीम घटनास्थल के लिए रवाना हो गई थीं। गांव सड़क मार्ग से 8 किमी दूर होने के कारण टीम को गांव पहुंचने में डेढ़ दो घंटे का समय लगा। गांव में पानी दूर होने से ग्रामीणों को आग बुझाने में भारी समस्याओं से जूझना पड़ा। समाचार लिखे जाने तक राजस्व टीम ने पीड़ितों की सूची जारी नहीं की थी।

गांव से मिली जानकारी के अनुसार अनिल सिंह, शिव सिंह, मुन्ना, जोगडी देवी,प्रताप सिंह, जयेंद सिंह, फरदियाल सिंह, सत्यपाल, वीरेंद्र देवी आदि के मकान जलने की बात कही जा रही। हालांकि अभी इनकी अधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।


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