रुद्रपुर। सिडकुल में अवैध वसूली के मामला गरमा गया है। मामले में दोनों पक्षों ने पुलिस को तहरीर सौंपकर गंभीर आरोप लगाये हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही है। दोनों पक्षों की तहरीर के आधार पर पुलिस जल्द ही मामले में क्रास केस दर्ज कर सकती है। बता दें बीते दिनों एक ऑडियो वायरल हुआ था जिसमें विधायक का करीबी किरन विर्क सिडकुल के ठेकेदार राजेश सिह से 33 प्रतिशत हिस्सेदारी की मांग कर रहा है। इस मामले में ठेकेदार राजेश सिंह ने डाक से पंतनगर थाने में तहरीर दी है जिसमें उन्होंने कहा है कि उसने औद्यौगिक इकाई, मै० इण्डिया फोर्ज प्राइवेट लिमिटेड, स्थित सेक्टर 11 सिडकुल, पंतनगर, के स्क्रैप ठेकेदार पवन शर्मा से स्क्रैप का तौल के हिसाब से क्रय विक्रय करने का सौदा तय किया, जिसका भुगतान भी तौल के हिसाब से होना था। 10 अप्रैल 2024 को प्रातः लगभग 11 बजे उसने स्क्रैप उठाने के लिए अपने सहयोगी मनीष यादव पुत्र वीरम सिंह यादव निवासी भदईपुरा रूद्रपुर को श्रमिकों सहित ट्रक पंजीयन संख्या यूके 06-सीबी -9141 सहित उक्त कम्पनी- मै० इण्डिया फोर्ज प्राइवेट लिमिटेड में भेजा, लेकिन मनीष यादव के कम्पनी में पहुँचने के कुछ समय पश्चात ही वहाँ पर एक स्कॉपियो, और दिनेश सैनी की वरना कार एवं एक अस्थाई पंजीयन संख्या की स्विफ्ट कार में मोहन कबाडी स्वामी नानक ट्रेडर्स, आकाश यादव,आशीष यादव पुत्रगण अनिल यादव, अभिषेक यादव पुत्र दान बहादुर यादव, संजय दास उर्फ विशाल पुत्र निवासीगण भदईपुरा, रुद्रपुर, दिनेश सैनी पुत्र व 5 अन्य व्यक्ति आ धमके तथा आते ही सभी लोगों ने मनीष यादव व उसके श्रमिकों को अभद्र गालियाँ देते हुए धमकी दी। कहा कि इस कम्पनी से जो भी स्क्रैप उठाता है वह स्क्रैप उठाने से पहले रुद्रपुर विधायक शिव अरोरा को उनका 33 प्रतिशत हिस्सा देता है, तभी वह इस कम्पनी से माल उठा सकता है। उक्त लोगों ने मनीष यादव से विधायक शिव अरोरा या उनके साथी किरन विर्क से बात करने के लिए कहा और यह भी कहा कि उन्हें विधायक जी ने ही यहाँ पर भेजा है। राजेश के मुताबिक इस समस्त प्रकरण से मनीष यादव ने उसे फोन पर जानकारी दी। जिस पर उन्होंने किरन विर्क निवासी बिगवाडा से मोबाइल पर बात कर उक्त हिस्सेदारी की जानकारी चाही तो किरन विर्क ने फोन पर बताया कि मै० इण्डिया फोर्ज प्राइवेट लिमिटेड से रुद्रपुर विधायक का 33 प्रतिशत का हिस्सा पूर्व से जाता है और आगे जो भी काम करेगा वह भी 33 प्रतिशत का हिस्सा विधायक जी को देगा। राजेश ने तहरीर में आगे बताया है कि जब वह साथी मनीष गंगवार व नन्द किशोर, उक्त मै० इण्डिया फोर्ज प्राइवेट लिमिटेड, सिडकुल पंतनगर पहुँचे तोवहाँ पर किरन विक व मोहन कबाडी आदि मौजूद थे और किरन विर्क ने कहा कि हम विधायक जी के काम देखते है। हमें पूर्व की भाँति ही तुमसे भी बचत का 33 प्रतिशत का हिस्सा चाहिए। बिना हिस्सा दिये तुम यहाँ काम नहीं कर सकते हो। हमारी बिना हिस्सेदारी के स्क्रैपउठाने की कोशिश की तो विधायक जी तुम लोगों को किसी भी फर्जी मामले में जेल भिजवा देंगे या आयकर विभाग से तुम्हारा माल पकडवा कर काम बन्द करा देंगे। काम करना है तो पहले विधायक जी का हिस्सा पहुँचा दो।

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वहीं दूसरे पक्ष ने भी रविवार को इस मामले में पंतनगर थाने में तहरीर सौंपी है। ओमेक्स कालोनी निवासी मोहन स्वरूप पुत्र मेवाराम की ओर से सौंपी गयी तहरीर में कहा गया है कि वह सिडकुल में पिछले 16 वर्षों से व्यापार कर रहा है, तथा सन् 2011 से इण्डिया फोर्ज नामक कम्पनी के साथ स्क्रेप का व्यापार कर रहा है। 2020 में उसके साथ क्षीतिज सेतिया भी पार्टनर के रूप में कार्य करने लगा। अगस्त 2023 मे पवन शर्मा भी हिस्सेदार बन गये इस प्रकार दोनों के बीच में 50-50 प्रतिशत की थी वह पवन शर्मा के आने के बाद तीनो में 33-33 प्रतिशत तय हो गयी। तहरीर में कहा गया है कि राजेश सिंह पुत्र गेंदन लाल जोकि एक कुख्यात बदमाश व हिस्ट्रीशिटर है के द्वारा मोबाईल से उसके फोन पर 09 अप्रैल 2024 की शाम फोन किया गया धमकाते हुए कहने लगा कि आज से इण्डिया फोर्ज में

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प्रिंट मीडिया :शैल ग्लोबल टाइम्स/
Avtar Singh Bisht, Rudrapur, Uttrakhand

काम तुम नहीं करोगे और मैं करूंगा  इतना कहते ही उसने अपना फोन काट दिया। यह कि 09 अप्रैल 2024 को ही राजेश सिंह द्वारा उसके पार्टनर क्षीतिज सेतिया को भी फोन कर धमकाया गया। मोहन स्वरूप के मुताबिक 10 अप्रैल 2024 को दोपहर करीब 12 बजे जब अपनी गाड़ी से जा रहा था, कि अचानक एक स्विफ्ट कार उसकी गाडी के आगे आकर रुकती है, और उस गाड़ी से राजेश सिंह उतरता है और उसकी गाड़ी में आकर बैठ जाता है, राजेश सिंह ने अपने जेब से एक तंमचा निकालते हुए धमकाया कि तुम बहुत मोटा व्यापार सिडकुल में कर रहे हो और मैं तुम्हे व्यापार नहीं करने दूगां और यदि तुम्हे शान्तिपूर्वक व्यापार करना है तो पांच लाख रूपये हर महीने फिरोती के रूप में देने होगें आरोप है कि राजेश सिंह गाडी के डेस बोर्ड से एक लाख रूपये जबरन उठा ले गया और बाकी 4 लाख रूपये इस महीने के अंत तक नहीं देने पर जान से मारने की धमकी दी। फिलहाल दोनों ही तहरीरों पर पुलिस ने अभी मुकदमा दर्ज नहीं किया है। बताया जा रहा है कि जल्द ही पुलिस दोनों तहरीरों के आधार पर क्रास केस दर्ज कर सकती है।बचाव के लिए लिया था विधायक का नामः विर्क…………..

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सीडकुल में अवैध वसूली का ऑडियो वायरल होने के मामले मे भाजपा नेता किरन विर्क का बयान भी सामने आया है। किरन विर्क का कहना है कि 9 अप्रैल की रात को उसके परिवारिक सदस्य क्षितिज सेतिया के पास हिस्ट्री शीटर राजेश गंगवार का फोन आया और उसने धमकी भरे लहजे मे बात करते हुए कहा कि एक कम्पनी में कार्य जो वह कर रहा है उसको करना छोड़ दे और अब वहां कार्य हम करेंगे वरना उनके लिए सही नही होगा और इसी प्रकार का फोन क्षितिज सेतिया के उस कम्पनी मे पार्टनर मोहन स्वरूप को भी राजेश गंगवार ने फोन करते हुए धमकी भरे अंदाज़ में कहा कि उस कम्पनी में कार्य करना छोड़ दे वरना परिणाम अच्छे नही होंगे। किरन विर्क ने बताया कि हिस्ट्रीशीटर द्वारा दी गयी धमकी से दोनों घबरा गये और उन्होंने मुझे जानकारी देकर कोई समाधान निकालने का अनुरोध किया। किरण विर्क ने बताया कि अगले ही दिन 10 अप्रैल को उनके पास हिस्ट्री शीटर राजेश गंगवार का फोन आया बोलता है कि उस कम्पनी अब हम कार्य करेंगे। किरन विर्क ने कहा कि हिस्ट्री शीटर गंगवार के पुराने आपराधिक रिकॉड को देखते हुए वह खुद भी घबरा गये और उन्होंने बात करने के दौरान अपने व उन दोनों व्यापारी जो पिछले लम्बे समय से उस कम्पनी मे साझेदार के रूप मे सयुक्त कार्य कर रहे हैं उनके बचाव को देखते हुए राजनैतिक व्यक्ति के नाम का सहारा लिया। कमीशन…! विधायक शिव अरोरा का नाम, वायरल ऑडियो ने गरमाया रुद्रपुर का सियासी माहौल

The question arises: 33 percent commission...! Name of MLA Shiv Arora, viral audio heats up political atmosphere of Rudrapur

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रुद्रपुर। सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक ऑडियो ने रुद्रपुर का सियासी माहौल गरमा दिया है। मामले में स्थानीय विधायक शिव अरोरा का नाम सामने आने के बाद कई तरह के सवाल उठ रहे हैं। हांलाकि पूरा प्रकरण पुलिस तक पहुंच चुका है जिसकी जांच की जा रही है। सिडकुल की कंपनियों में काम के एवज में कमीशन से जुड़ा यह मामला खासा सुर्खियों में है और पूर्व विधायक राजकुमार ठुकराल इस मामले में आक्रामक मोड में दिखाई दे रहे हैं। खबर के मुताबिक रुद्रपुर के सिडकुल पंतनगर की एक कंपनी में स्क्रैप के ठेके को लेकर दो पक्षों में विवाद हो गया था। इसके बाद एक पक्ष ने डाक से विधायक शिव अरोरा सहित 10 लोगों के खिलाफ शिकायती पत्र पंतनगर थाने को भेजा है। वहीं दूसरे पक्ष की ओर से भी पंतनगर थाने में फिरौती और धमकी की तहरीर दी गई है।

  • शहर के वार्ड नंबर 16 भदईपुरा निवासी राजेश सिंह ने तहरीर में कहा कि 10 अप्रैल को उसने इंडिया फोर्ज कंपनी में स्क्रैप उठवाने के लिए अपने सहयोगियों को वाहन सहित भेजा था। वहां दो कारों में एक दर्जन लोग तमंचे व डंडे लेकर आए और सहयोगियों को कबाड़ नहीं उठाने दिया। उन्होंने मामले में किरन विर्क से बात करने के लिए कहा। उसके सहयोगी ने उसे बताया तो उसने किरन से बात की है। उसने कहा कि विधायक का हिस्सा पूर्व से ही जाता है और आगे जो भी काम करेगा उसे हिस्सा देना होगा। इसके बाद जब वह अपने साथियों के साथ कंपनी गया तो वहां पहले से मौजूद किरन ने वे लोग विधायक का काम देखते हैं कहते हुए उसे भी 33 प्रतिशत का हिस्सा देने को कहा। बिना हिस्सेदारी दिए स्क्रैप उठाने की कोशिश करने पर जेल भिजवाने की धमकी दी गई। उसने आरोपियों पर कार्रवाई की मांग की है।
  • उधर ओमेक्स कॉलोनी निवासी मोहन स्वरूप ने तहरीर देकर बताया है कि वह सिडकुल में 16 वर्षों से व्यापार कर रहा है। वर्तमान में तीन पार्टनरों के बीच 33-33 फीसदी की साझेदारी है। राजेश सिंह कुख्यात बदमाश और हिस्ट्रीशीटर है। राजेश ने नौ अप्रैल की रात उसे और फिर पार्टनर क्षितिज को फोन पर धमकाया था। आरोप है कि 10 अप्रैल को राजेश ने सिडकुल में आकर उसे तमंचा दिखाकर धमकाया और व्यापार करने की एवज में हर महीने पांच लाख रुपये की रंगदारी की मांग की। आरोप लगाया कि आरोपी ने कार के डैशबोर्ड से एक लाख रुपये निकाल लिए और चार लाख रुपये नहीं मिलने से जान से मारने की धमकी दी थी। उसके अनुसार राजेश पर रुद्रपुर गदरपुर, किच्छा और बिलासपुर में हत्या, लूट, डकैती सहित कई केस दर्ज हैं।
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  • सारा कुछ विधायक जी के संज्ञान में है…
  • इस प्रकरण को लेकर भाजपा कार्यकर्ता किरन विर्क और राजेश सिंह की कथित बातचीत की ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। ऑडियो में राजेश फोन कर किरन को फैक्टरी के बाहर लड़के भेजने की बात कहता है। जिस पर किरन किसी तरह के लड़के भेजने से इन्कार करते हुए कहते है कि कंपनी के कार्य में 33 फीसदी में हमारा हिस्सा है। पहले से जो चलता आ रहा है विधायक जी का। 33 फीसदी मोहन, 33 फीसदी पवन और 33 फीसदी हमारा हिस्सा है। 33 फीसदी हिस्सा चलता रहेगा, काम चाहे जो भी करे। कंपनी से काम किसी को मिलेगा तब भी हमारा हिस्सा रहेगा। किरन कहते है कि अरे भाई जब तय है 33 फीसदी तो रहेगा ही। मोहन और पवन का 33-33 और 33 फीसदी क्षितिज का है। क्षतिज को आगे कर रखा है, पीछे तो हम ही हैं सब। सारा कुछ विधायक जी के संज्ञान में है। 
  • पूर्व विधायक ठुकराल ने उठाए सवाल
  • ऑडियो वायरल होने के बाद पूर्व विधायक राजकुमार ठुकराल आक्रामक मोड में दिखाई दे रहे हैं। उन्होंने बयान जारी कर कहा है कि दो साल से वह कहते आ रहे हैं कि विधानसभा क्षेत्र में रुपयों की बंदरबांट चल रही है। उनकी ओर से दो साल से लगाए गए उगाही के आरोपों की पुष्टि भाजपा के पूर्व जिला उपाध्यक्ष किरन विर्क ने कर दी है। ऑडियो में भाजपा के ही कार्यकर्ता विधायक के नाम पर 33 फीसदी कमीशन खुला मांगते हुए सुनाई दे रहे हैं। पूर्व में भी टेंपो चालकों से वसूली, सिडकुल की एक फैक्टरी से करोड़ों के स्क्रैप की चोरी, मेडिकल कॉलेज के निर्माणाधीन हॉस्टल से सरिया की चोरी के प्रकरण हो चुके हैं। इन मामले में भी विधायक के करीबी शामिल रहे हैं। पूर्व विधायक ठुकराल ने कहा कि पुलिस राजनीतिक दबाव में काम कर रही है। 
  • रूद्रपुर। सिडकुल में अवैध वसूली का प्रकरण लगातार गरमाता जा रहा है। प्रकरण की गूंज अब रूद्रपुर से देहरादून तक सुनाई देने लगी है। साथ ही पुलिस के लिए भी यह मामला अब जी का जंजाल बनता जा रहा है। मामले में एक पक्ष सत्तापक्ष के रसूखदार नेताओं का है तो दूसरा पक्ष हिस्ट्रीशीटर है। मामला गरमाने से अब सिडकुल में वर्चस्व को लेकर ‘गैंगवार’ की आहट भी सुनाई देने लगी है। मामले में दोनों ही पक्षों ने पुलिस को तहरीर दी है। हालांकि पुलिस का दावा है कि उन्हें केवल एक पक्ष की तहरीर मिली है, जबकि दूसरे पक्ष का कहना है कि 20 अप्रैल को ही डाक से तहरीर पुलिस को भेजी जा चुकी है। फिलहाल मामले में किसी भी पक्ष की ओर से रिपोर्ट दर्ज नहीं की गयी है। मामले में दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर गंभीर आरोप लगाये हैं।
  • बता दें बीते दिनों विधायक के करीबी किरन विर्क और सिडकुल के ठेकेदार राजेश सिंह के बीच बातचीत का ऑडियो वायरल हुआ था। जिसमें किरन विर्क विधायक के नाम पर 33 प्रतिशत हिस्सेदारी की मांग करते सुने जा रहे हैं। इस मामले में ठेकेदार राजेश सिंह की ओर से डाक द्वारा पंतनगर थाने में भेजी गयी तहरीर में कहा गया है कि उसने औद्यौगिक इकाई, मै. इण्डिया फोर्ज प्राइवेट लिमिटेड, स्थित सेक्टर 11 सिडकुल, पंतनगर, के स्क्रैप ठेकेदार पवन शर्मा से स्क्रैप का तौल के हिसाब से क्रय विक्रय करने का सौदा तय किया, जिसका भुगतान भी तौल के हिसाब से होना था। 10 अप्रैल 2024 को प्रातः लगभग 11 बजे उसने स्क्रैप उठाने के लिए अपने सहयोगी मनीष यादव पुत्र वीरम सिंह यादव निवासी भदईपुरा रूद्रपुर को श्रमिकों सहित ट्रक पंजीयन संख्या यूके 06-सीबी -9141 सहित उक्त कम्पनी- मै0 इण्डिया फोर्ज प्राइवेट लिमिटेड में भेजा, लेकिन मनीष यादव के कम्पनी में पहुँचने के कुछ समय पश्चात ही वहाँ पर एक स्कॉपियो, और दिनेश सैनी की वरना कार एवं एक अस्थाई पंजीयन संख्या की स्विफ्ट कार में मोहन कबाडी स्वामी नानक ट्रेडर्स, आकाश यादव, आशीष यादव पुत्रगण अनिल यादव, अभिषेक यादव पुत्र दान बहादुर यादव, संजय दास उर्फ विशाल पुत्र निवासीगण भदईपुरा, रूद्रपुर, दिनेश सैनी पुत्र व 5 अन्य व्यक्ति आ धमके तथा आते ही सभी लोगों ने मनीष यादव व उसके श्रमिकों को अभद्र गालियाँ देते हुए धमकी दी। कहा कि इस कम्पनी से जो भी स्क्रैप उठाता है वह स्क्रैप उठाने से पहले रूद्रपुर विधायक शिव अरोरा को उनका 33 प्रतिशत हिस्सा देता है, तभी वह इस कम्पनी से माल उठा सकता है। उक्त लोगों ने मनीष यादव से विधायक शिव अरोरा या उनके साथी किरन विर्क से बात करने के लिए कहा और यह भी कहा कि उन्हें विधायक जी ने ही यहाँ पर भेजा है। राजेश के मुताबिक इस समस्त प्रकरण की मनीष यादव ने उसे फोन पर जानकारी दी। जिस पर उन्होंने किरन विर्क निवासी बिगवाडा से मोबाइल पर बात कर उक्त हिस्सेदारी की जानकारी चाही तो किरन विर्क ने फोन पर बताया कि मै. इण्डिया फोर्ज प्राइवेट लिमिटेड से रूद्रपुर विधायक का 33 प्रतिशत का हिस्सा पूर्व से जाता है और आगे जो भी काम करेगा वह भी 33 प्रतिशत का हिस्सा विधायक जी को देगा। राजेश ने तहरीर में आगे बताया है कि जब वह साथी मनीष गंगवार व नन्द किशोर, उक्त मै. इण्डिया फोर्ज प्राइवेट लिमिटेड, सिडकुल पंतनगर पहुँचे तो वहाँ पर किरन विर्क व मोहन कबाडी आदि मौजूद थे और किरन विर्क ने कहा कि हम विधायक जी के काम देखते है। हमें पूर्व की भाँति ही तुमसे भी बचत का 33 प्रतिशत का हिस्सा चाहिए। बिना हिस्सा दिये तुम यहाँ काम नहीं कर सकते हो। हमारी बिना हिस्सेदारी के स्क्रैप उठाने की कोशिश की तो विधायक जी तुम लोगों को किसी भी फर्जी मामले में जेल भिजवा देंगे या आयकर विभाग से तुम्हारा माल पकड़वा कर काम बन्द करा देंगे। काम करना है तो पहले विधायक जी का हिस्सा पहुँचा दो। वहीं दूसरे पक्ष ने भी रविवार को इस मामले में पंतनगर थाने में तहरीर सौंपी है। ओमेक्स कालोनी निवासी मोहन स्वरूप पुत्र मेवाराम की ओर से सौंपी गयी तहरीर में कहा गया है कि वह सिडकुल में पिछले 16 वर्षों से व्यापार कर रहा है तथा सन् 2011 से इण्डिया फोर्ज नामक कम्पनी के साथ स्क्रेप का व्यापार कर रहा है। 2020 मे उसके साथ क्षीतिज सेतिया भी पार्टनर के रूप में कार्य करने लगा। दोनों के बीच में 50-50 प्रतिशत की हिस्सेदारी तय हो गई थी। अगस्त 2023 मे पवन शर्मा भी हिस्सेदार बन गये। इस प्रकार पवन शर्मा के आने के बाद तीनो में 33-33 प्रतिशत की हिस्सेदारी तय हो गयी। तहरीर में कहा गया है कि राजेश सिंह पुत्र गेंदन लाल कुख्यात बदमाश व हिस्ट्रीशीटर है। उसके द्वारा उसके फोन पर 9 अप्रैल 2024 की शाम फोन किया गया और धमकाते हुए कहने लगा कि आज से इण्डिया फोर्ज में स्क्रेप का काम तुम नहीं करोगे और मैं करूंगा और पवन भी मेरे साथ है। इतना कहते ही उसने अपना फोन काट दिया। 09 अप्रैल 2024 को ही राजेश सिंह द्वारा उसके पार्टनर क्षीतिज सेतिया को भी फोन कर धमकाया गया। मोहन स्वरूप के मुताबिक 10 अप्रैल 2024 को दोपहर करीब 12 बजे जब अपनी गाड़ी से जा रहा था कि अचानक एक स्विफ्ट कार उसकी गाडी के आगे आकर रुकती है, और उस गाड़ी से राजेश सिंह उतरता है और उसकी गाड़ी में आकर बैठ जाता है, राजेश सिंह ने अपने जेब से एक तंमचा निकालते हुए धमकाया कि तुम बहुत मोटा व्यापार सिडकुल में कर रहे हो और मैं तुम्हे व्यापार नहीं करने दूंगा और यदि तुम्हे शान्तिपूर्वक व्यापार करना है तो पांच लाख रूपये हर महीने फिरोती के रूप में देने होगें। आरोप है कि राजेश सिंह गाड़ी के डेस बोर्ड से एक लाख रूपये जबरन उठा ले गया और बाकी 4 लाख रूपये इस महीने के अंत तक नहीं देने पर जान से मारने की धमकी दे गया। फिलहाल किसी भी पक्ष का मुकदमा दर्ज नहीं हुआ है। मामले को लेकर राजेश सिंह हाईकोर्ट जाने की भी तैयारी कर रहे हैं। बहरहाल इस मामले में क्षेत्रीय विधायक का नाम आने से जहां क्षेत्र में चर्चाओं का बाजार गरम है तो वही दूसरे पक्ष द्वारा पुलिस को तहरीर सौपे जाने से यह मामला पूरी तरह गंभीर रूप हो गया है। सिडकुल में स्क्रैप के व्यापार को लेकर शुरू हुआ यह मामला भविष्य में सिडकुल में वर्चस्व को लेकर गैंगवार का रूप लेने की ओर जाता दिख रहा हैं।
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