इस दौरान खुद को हाईकोर्ट का अधिवक्ता, एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग का पुलिस कर्मी और एक ग्राम प्रधान बताने वाले लोग आ गए और मारपीट की। साथ ही उससे 3.65 लाख रुपये जबरन वसूल लिए।
पुलिस से शिकायत करने पर जान से मारने और वीडियो वायरल करने की धमकी दी। इस मामले में पुलिस ने महिला समेत दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि अन्य की तलाश में पुलिस टीम लगी है। इधर, दो आरोपितों की गिरफ्तारी के बाद हुई पूछताछ में पता चला कि यह गिरोह अब तक 12 से अधिक लोगों को अपना शिकार बना चुका है। जिसमें से कुछ लोगों ने एसएसपी मणिकांत मिश्रा से भी संपर्क किया है।
दुकान पर घबराई हुई आई थी महिला
एसएसपी मणिकांत मिश्रा ने बताया कि मानपुर रोड काशीपुर वार्ड 40 काशीपुर निवासी सतनाम सिंह ने बताया कि उनका जरनल स्टोर है। दुकान पर 28 अगस्त, 2024 को गौरी वर्मा उर्फ दमयंती वर्मा नाम की महिला आई और वह घबराई हुई थी। इस दौरान उसने पानी पीने के लिए मांगा। जिस पर उसने गौरी वर्मा को पानी पिलाया। जिसके बाद वह वापस जाते हुए अपना मोबाइल नंबर दिया।
कहा कि वह रुद्रपुर में रहती है और जब कभी भी वह रुद्रपुर आए तो उससे मिलना। सतनाम सिंह ने बताया कि सरकारी शिक्षक होने के कारण 31 अगस्त की सुबह करीब 10 – 11 बजे रूद्रपुर अपने साथी शिक्षक को मिलने गए हुए थे। इस दौरान उसने गौरी वर्मा के नंबर पर काल किया तो उसने बताया कि वह इंदिरा चौक पर है। जब वह इंदिरा चौक पर पहुंचा तो वह उसे चाय पिलाने के बहाने अपने घर काशीपुर रोड वसुंधरा कालोनी में ले गई।
जहां वह गौरी वर्मा के साथ उसकी भाभी के घर जाकर बैठा ही था कि उसने अपने कपड़े उतार लिए। साथ ही उसे भी चाकू की नोक पर कपड़े उतारने के लिए मजबूर कर दिया। इसी बीच दो युवक आए और मारपीट की। जिसमें से एक ने खुद को हाईकोर्ट का अधिवक्ता विवेक कुमार बाठला उर्फ विक्की बाठला तथा दूसरे ने अपने आप को बिलासपुर क्षेत्र का प्रधान बताया।
आरोप है कि इस बीच तीसरा व्यक्ति भी आया और खुद को एंटी हयूमन पुलिस क्राइम से बताया। आरोप है कि इस दौरान उन्होंने उसे बंधक बना लिया और मोबाइल, रुपये तथा एटीएम लूट लिया। बाद में उसकी पिटाई कर गावा चौक ले आए। वहां उन्होंने उसके डिस्ट्रिक को-आपरेटिव बैंक एटीएम कार्ड से 80 हजार रुपये निकाल लिए। बाद में एक लाख रुपये की मांग की गई।
विरोध करने पर अभद्रता की और मारपीट करते हुए जान से मारने की धमकी दी गई। मजबूर होकर उसने अपने रिश्तेदार से एक लाख रुपये खाते में मंगवाए। जिसे उन्होंने किच्छा रोड रम्पुरा निवासी अजय गुप्ता के खाते में ट्रांसफर करवा दिया। बाद में उन्होंने और रुपये की मांग की। जिसे उन्होंने विवेक कुमार उर्फ विक्की बाठला ने आराध्य बाठला के खाते में ट्रांसफर करा दिए।
आरोप लगाया कि उन्होंने उससे 3.65 लाख रुपये ले लिए। यही नहीं धमकी दी कि पुलिस से शिकायत की तो उसकी वीडियो वायरल कर देंगे। जिससे उसे मानसिक आघात पहुंचा और वह अस्पताल में भर्ती हो गया। एसएसपी मणिकांत मिश्रा ने बताया कि मामले में प्राथमिकी पंजीकृत करते हुए चारों आरोपित की पुलिस ने तलाश शुरू कर दी थी।
शनिवार को पुलिस ने मुख्य आरोपित वार्ड आठ पंत कालोनी किच्छा और हाल वसुंधरा कालोनी निवासी दमयंती उर्फ गौरी पत्नी रामवीर तथा रम्पुरा वार्ड 21 निवासी अजय गुप्ता पुत्र घनश्याम गुप्ता को दबोच लिया। दोनों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है। मामले में नामजद तीन आरोपितों की तलाश की जा रही है, जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा।