रुद्रपुर। गंदे नाले में तब्दील हो चुकी कल्याणी नदी को साफ करने के लिए फिर से कवायद हो रही है। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रुड़की के 26 सदस्यीय दल ने विभिन्न जगहों पर नदी से पानी के सैंपल एकत्र किए और संस्थान रिपोर्ट तैयार करेगा।

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नगर निगम की ओर से चार साल पहले कल्याणी की सफाई का बीडा उठाया गया था। निवर्तमान मेयर, कर्मचारी और विभिन्न सामाजिक संस्थानों ने नदी की सफाई करने के साथ ही आसपास के लोगों को गंदगी नहीं करने के लिए जागरूक किया था। लेकिन कोरोना काल में अभियान रूका और फिर गति नहीं पकड़ने की वजह से बंद हो गया। इसके चलते कल्याणी का थोड़ा बहुत सुधरा स्वरूप पुराने जैसा हो गया। अब नदी में प्रदूषण का स्तर जानकर समाधान की दिशा में प्लान तैयार करने की कवायद हो रही है। पेयजल निगम की अधीक्षण अभियंता मृदुला सिंह ने बताया कि भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान के प्रोफेसर संजीव कुमार प्रजापति, सुबोध कुमार शर्मा की अगुवाई में 24 रिसर्च स्कॉलर्स ने दो दिन तक कल्याणी नदी में प्रदूषण का विश्लेषण किया। इसके अलावा पत्थरचट्टा, सिडकुल, जगतपुरा, रविंद्रनगर, रम्पुरा से नदी के सैंपल भी लिए। सैंपल रिपोर्ट और विश्लेषण के आधार पर संस्थान जल मानक विश्लेषण रिपोर्ट तैयार कर जिला गंगा समिति को उपलब्ध कराएगा। जिसके आधार पर कल्याणी नदी के संरक्षण में मदद मिलेगी।


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