
हत्या में प्रयुक्त तमंचा, दो जिंदा कारतूस, एक खोखा के साथ ही भागने के लिए इस्तेमाल की गई बाइक भी बरामद कर ली है। इस दौरान उसने पुलिस को बताया कि पैतृक संपत्ति के बंटवारे में असंतोष के अलावा अपने दो बेटों की मौत के लिए वह बड़े भाई के परिवार को जिम्मेदार मानते हुए उनसे रंजिश रखता था।


एसपी सिटी मनोज कत्याल ने बताया कि ग्राम रायपुर निवासी राजेंद्र सिंह उर्फ राजा सिंह पुत्र तारा सिंह रविवार सुबह खेत में काम कर रहा था। इस दौरान खेत में पानी लगाने के लिए बिजली चालित पानी की मोटर का तार वह अपने चाचा सुच्चा सिंह के घर के बाहर लगे पोल पर लगाने लगा।

इसको लेकर विवाद हुआ तो तमंचे से उस पर फायर कर चाचा सुच्चा सिंह फरार हो गया था। बाद में स्वजन राजा सिंह को जिला अस्पताल ले गए, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया था। मामले में पुलिस ने मृतक के पिता तारा सिंह की तहरीर पर सुच्चा सिंह के विरुद्ध हत्या का केस दर्ज कर लिया था।
संपत्ति के बंटवारे को लेकर भाई से रंजिश
एसपी सिटी कत्याल ने बताया कि सोमवार सुबह पुलिस ने हत्यारोपी को काशीपुर रोड स्थित लंबाबड़ से गिरफ्तार कर लिया। इस दौरान पूछताछ में हत्यारोपित ने पुलिस को बताया कि उसके पास आठ एकड़ पैतृक संपत्ति है। संपत्ति के बंटवारे को लेकर उसकी भाई से रंजिश थी।
दो बेटों और पत्नी की मौत के बाद वह अकेला है। उसे शक था कि पैतृक संपत्ति की खातिर ही उसके दोनों बेटों को मारा गया, अब वे उसे मार जमीन पर कब्जा करना चाहते हैं। इसी के चलते रविवार को कहासुनी के बाद भतीजे का तमंचे से गोली मार दी। एसपी सिटी कत्याल ने बताया कि कोर्ट में पेश कर हत्यारोपी को जेल भेज दिया गया है।
पुलिस टीम को 2500 का इनाम
एसएसपी डाॅ. मंजूनाथ टीसी ने 24 घंटे के भीतर हत्यारोपित को गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम को 2500 रुपये का इनाम देने की घोषणा की है। टीम में सीओ अनुषा बड़ोला, कोतवाल विक्रम राठौर, एसएसआइ कमाल खान, अर्जुन गिरि, एसआइ मुकेश मिश्रा, हेड कांस्टेबल प्रमोद रावत, महेश चंद्र दुम्का, कांस्टेबल हेम फुलारा, कैलाश सुमन टम्टा, कैलाश चंद्र सुतेड़ी, किशन सिंह, दिनेश सिंह रावत व ममता आर्या शामिल थीं।

