
पौड़ी कोलिन्डा,भारत को स्वतंत्र हुए 70 वर्ष हो चुके हैं, लेकिन कोलिन्डा ग्राम सहित लगभग एक दर्जन गांवों को जोड़ने वाली मुख्य नदी बरसात के मौसम में उफान पर रहती थी, जिससे गांववासियों को आवागमन में भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता था। तत्कालीन सरकार ने इस समस्या के समाधान हेतु पुल के निर्माण की घोषणा की थी, जिसका शिलान्यास कांग्रेस शासनकाल में हुआ था। लेकिन भ्रष्टाचार के चलते यह परियोजना लंबे समय तक अधर में लटकी रही।
पूर्व सैनिक श्री द्वारिका प्रसाद ढौंडियाल, जो देश सेवा के उपरांत जब भी अपने गांव लौटते थे, उन्हें रस्सी का सहारा लेकर घर तक पहुंचना पड़ता था। उनके ससुराल जाने के लिए भी नदी पार करनी पड़ती थी, जिससे विपरीत परिस्थितियों में सुख-दुख में शामिल होना कठिन हो जाता था।
उत्तराखंड सरकार और मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में अल्प समय में पुल का निर्माण कार्य पूरा किया गया, जिससे गांव के लोगों को बड़ी राहत मिली। श्री द्वारिका प्रसाद ढौंडियाल ने सरकार का आभार प्रकट करते हुए कहा कि इस पुल के निर्माण से अब उनके गांव को सुरक्षित और सुगम यातायात की सुविधा मिल गई है। उन्होंने पुल के साथ-साथ गांव तक सड़क पहुँचाने के लिए भी सरकार को धन्यवाद दिया और इसे एक ऐतिहासिक उपलब्धि बताया।
इससे पहले, पुल निर्माण की मांग को लेकर ‘हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स’ के संपादक अवतार सिंह बिष्ट ने सरकार से सवाल किए थे। उनकी इस मुहिम ने सत्ता के गलियारों में हलचल मचा दी थी, जिसके परिणामस्वरूप पूरे पौड़ी जनपद में इस खबर का व्यापक असर हुआ और सरकार को तत्काल प्रभाव से पुल का निर्माण करना पड़ा।
गांववासियों और पुल निर्माण में योगदान देने वाले सभी लोगों ने सरकार का आभार व्यक्त किया और इसे विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया। इस अवसर पर स्थानीय निवासियों ने “जय श्री राम” और “भारत माता की जय” के नारों के साथ अपनी खुशी जाहिर की।
प्रिंट मीडिया, शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स/संपादक उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह बिष्ट रुद्रपुर, (उत्तराखंड)
