
कहीं मीटर में छेड़छाड़ कर खपत कम दिखाई जा रही है, तो कहीं टर्मिनल प्लेट शॉर्ट कर बिजली चोरी की जा रही है। यही नहीं, कुछ इलाकों में तो जैमर और चिप जैसी हाई-टेक डिवाइस का इस्तेमाल कर बिजली चोरी की जा रही है।


UP में कैसे हो रही है स्मार्ट मीटर से बिजली चोरी?
बिजली चोरी के मामलों में आमतौर पर मीटर से छेड़छाड़ की जाती है। कुछ मामलों में देखा गया कि चोर मीटर का सील खोलकर उसमें रिमोट-ऑपरेटेड रेडियो फ्रीक्वेंसी सर्किट लगाते हैं, जिससे एक बटन दबाते ही मीटर की रीडिंग रुक जाती है। इसके अलावा सिरिंज से एसिड डालकर मीटर की बॉडी कमजोर कर दी जाती है ताकि इसे आसानी से खोला जा सके।
यह भी पढ़ें:
स्मार्ट मीटर में हेरफेर कर बिजली चोरी का पहला मामला तीन साल पहले गोरखपुर में सामने आया था। वहां चोर मीटर का न्यूट्रल वायर काटकर बिजली चोरी कर रहे थे। वहीं, 11 दिसंबर 2022 को एसटीएफ ने आशियाना इलाके में एक गिरोह पकड़ा था, जो एसिड और अन्य तकनीकों से स्मार्ट मीटर की स्पीड धीमी कर रहा था।
हाल ही में पकड़े गए बिजली चोरी के कुछ मामले:
- 21 नवंबर 2024 – लखनऊ के हाता नूर बेग इलाके में बंटी जायसवाल के घर स्मार्ट मीटर की टर्मिनल प्लेट शॉर्ट कर 3 किलोवाट बिजली चोरी पकड़ी गई।
- 21 नवंबर 2024 – मेहंदी राजा के घर में स्मार्ट मीटर में शंट लगाकर उसकी स्पीड कम कर दी गई, जिससे 4 किलोवाट बिजली चोरी हुई।
- 8 अक्टूबर 2024 – दौलतगंज में रेशमा के घर में मीटर से छेड़छाड़ कर कम खपत दिखाई जा रही थी।
- 17 अक्टूबर 2024 – कटरा मोहम्मद अली खां इलाके में लाइक अहमद के घर स्मार्ट मीटर को धीमा करने की कोशिश पकड़ी गई।
- 15 सितंबर 2024 – सराय माली खां में दीन दयाल रस्तोगी के घर शंटिंग के जरिए बिजली चोरी हो रही थी।
प्रिंट मीडिया, शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स/संपादक उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह बिष्ट रुद्रपुर, (उत्तराखंड)
बिजली विभाग अब ऐसे चोरों पर सख्ती बरतने की तैयारी में है। अधिकारियों के मुताबिक, स्मार्ट मीटर से बिजली चोरी करने वालों पर अब सीधी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, लेसा अब उच्च तकनीक से मीटरों की निगरानी करने और संदिग्ध मीटरों का ऑडिट करने की योजना बना रहा है।
