दक्षिण अफ्रीका के शीर्षक्रम के बल्लेबाज रसी वान डर डुसेन ने कहा कि यह जानने के लिए ‘रॉकेट साइंटिस्ट’ होने की जरूरत नहीं है कि भारत को चैंपियंस ट्रॉफी में दुबई में खेलने का फायदा मिल रहा है।

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डुसेन को लगता है कि वहां के हालात को भारत अच्छी तरह से पहचान गया है और इससे उनपर अच्छा प्रदर्शन करने का दबाव बन रहा है।

प्रिंट मीडिया, शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स/संपादक उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह बिष्ट रुद्रपुर, (उत्तराखंड)

रसी वान डर डुसेन का बयान
भारतीय टीम अपने सारे मैच दुबई में खेल रही है और अगर फाइनल में पहुंचती है तो वह भी दुबई में ही खेला जाएगा, जबकि बाकी टीमों के मैच पाकिस्तान में हो रहे हैं। वान डर डुसेन ने ईएसपीएनक्रिकइन्फो से कहा, ‘निश्चित तौर पर भारत को फायदा है। मैंने देखा कि पाकिस्तान इस बारे में बोल रहा था, लेकिन फायदा तो है। आप एक ही जगह पर, एक ही होटल में रह रहे हैं, एक ही मैदान पर अभ्यास कर रहे हैं और एक ही पिच पर खेल रहे हैं तो फायदा तो है।’ उन्होंने कहा, ‘यह जानने के लिए किसी के रॉकेट साइंटिस्ट होने की जरूरत नहीं है, लेकिन भारत पर हालात का पूरा फायदा उठाने का भी दबाव होगा।’

‘भारत पर जीतने का अधिक दबाव’
उन्होंने कहा, ‘इससे उन पर अधिक दबाव बनता है क्योंकि जो भी सेमीफाइनल या फाइनल में उनके खिलाफ खेलेगा, वह वहां जाएगा और परिस्थितियां विदेशी होंगी, लेकिन वे (भारत) इसका उपयोग करने वाले हैं। उन पर अपने फैसले को सही साबित करने का दबाव होगा।’ भारत ने अब तक बांग्लादेश और पाकिस्तान के खिलाफ आसानी से जीत दर्ज की है और चार मार्च को होने वाले सेमीफाइनल में प्रवेश किया। उनका आखिरी ग्रुप मैच रविवार को न्यूजीलैंड के खिलाफ है।

भारत से भिड़ सकती है द. अफ्रीका की टीम
दक्षिण अफ्रीका की टीम ग्रुप बी में दो मैचों में तीन अंक लेकर शीर्ष पर है और समीकरण बने तो डुसेन की टीम को ही दुबई का दौरा करना पड़ सकता है। या फिर उनका मुकाबला लाहौर में न्यूजीलैंड से होगा। वान डर डुसेन ने लाहौर और दुबई में खेलने को लेकर व्यक्तिगत पसंद पूछे जाने पर कहा कि वह लाहौर में खेलना पसंद करेंगे। उन्होंने कहा, ‘अगर यह निजी पसंद है तो मैं कहूंगा कि मैं लाहौर में खेलना चाहूंगा क्योंकि वहां बल्लेबाजी करना आसान है। दुबई की पिच लाहौर की तरह बड़े स्कोर वाली नहीं है।’

कमिंस और आकिब ने भी दिए थे बयान
उन्होंने कहा, ‘तार्किक रूप से लाहौर में खेलना आसान होगा। आपको यात्रा करके दुबई जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। हम जहां हैं, लाहौर उससे ज्यादा दूर नहीं है। इसलिए स्थितियां काफी हद तक समान हैं।’ इससे पहले टखने की चोट के कारण टूर्नामेंट से बाहर होने वाले ऑस्ट्रेलिया के कप्तान पैट कमिंस ने भी कहा था कि दुबई में रहने से भारत को काफी फायदा होगा। पाकिस्तान के मुख्य कोच आकिब जावेद ने टीम के खराब प्रदर्शन के बाद इस बारे में बयान दिया था, लेकिन कहा था कि भारत शुरू से ही हावी था। आकिब ने कहा, ‘देखिए, वे दुबई में किसी कारण से हैं। अगर वे दुबई में किसी कारण से खेल रहे हैं तो निश्चित रूप से अगर आप उसी पिच या मैदान पर खेलते हो तो आपको फायदा मिलता है, लेकिन हमारी हार की वजह दुबई में भारत का खेलना नहीं है। हम वहां पर कम मैच नहीं खेले हैं और न ही भारत ने वहां 10 मैच खेले हैं।

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