
इस संबंध में हुई बैठक में मुख्य सचिव ने नागरिक उड्डयन विभाग से भीमबली, केदारनाथ, सोनप्रयाग, चिम्बासा व लिंचौली क्षतिग्रस्त हेलीपैड को लेकर, आपदा प्रबंधन विभाग से भूस्खलन की निगरानी, पूर्व चेतावनी, लाइट डिटेक्शन, रेंजिंग सर्वेक्षण, असंतुलित ढलानों का भू-तकनीकी अंवेक्षण, भूस्खलन संभावित क्षेत्रों के लिए शमन उपाय एवं रिमोट सेंसिंग द्वारा बाढ़ निगरानी के लिए आर्थिक पैकेज का आकलन करके तत्काल रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए।


Kedarnath: 305 लोगों को गौरीकुंड से सोनप्रयाग पहुंचाया…मंदाकिनी के वेग में बह गईं तीन पुलिया, तस्वीरें
हिंदुस्तान Global Times/print media,शैल ग्लोबल टाइम्स,अवतार सिंह बिष्ट, रुद्रपुर
मुख्य सचिव ने पीडब्ल्यूडी, सिंचाई, पुलिस, यूपीसीएल, आरडब्ल्यूडी, उरेडा, परिवहन व पशुपालन विभाग को भी आपदा न्यूनीकरण के प्रस्तावित कार्यों का मूल्यांकन प्रेषित करने के निर्देश दिए। मुख्य सचिव ने रिकॉर्ड समय में सफलतापूर्वक राहत एवं बचाव अभियान संचालित करने के लिए संबंधित अधिकारियों व कार्मिकों की सराहना की। बैठक में पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार, प्रमुख सचिव रमेश कुमार सुधांशु, सचिव पंकज पांडेय, सचिन कुर्वे सहित सभी विभागों के अधिकारी व वर्चुअल माध्यम से जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक रुद्रप्रयाग मौजूद थे।
