
रुद्रपुर, मेट्रोपोलिस सिटी—आधुनिक और सुरक्षित जीवन का वादा करने वाली मेट्रोपोलिस सिटी में अब आवारा कुत्तों का खतरा बढ़ता जा रहा है। ताजा घटना में 8 साल की मासूम बच्ची ओमिशा को सेंट्रल पार्क में खेलते समय एक आवारा कुत्ते ने काट लिया। इस घटना के बाद सोसाइटी के निवासियों में गुस्सा और भय है।


प्रिंट मीडिया, शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स/संपादक उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह बिष्ट रुद्रपुर, (उत्तराखंड)
पहले भी हो चुके हैं हमले, लेकिन प्रशासन मौन!
मेट्रोपोलिस कॉलोनी में आवारा कुत्तों की समस्या कोई नई नहीं है। सोशल मीडिया पर कई वीडियो वायरल हुए हैं, जिनमें कुत्तों के झुंड को मासूम बच्चों पर हमला करते हुए देखा गया है।
- पहले भी कई बच्चों पर कुत्तों ने हमला किया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
- सोसाइटी के मैनेजर को कई बार मौखिक रूप से अवगत कराया गया, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला।
- लोग लंबे समय से सुरक्षित विस्थापन की मांग कर रहे हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।
क्या कहता है प्रशासन?
- स्थानीय लोगों का कहना है कि सोसाइटी प्रशासन केवल दिखावटी कदम उठाता है, लेकिन जमीनी स्तर पर कोई एक्शन नहीं लिया जाता।
- बच्चों की सुरक्षा खतरे में है, लेकिन इसके बावजूद समिति और प्रशासन ने आंखें मूंद रखी हैं।
- क्या प्रशासन कोई बड़ा हादसा होने का इंतजार कर रहा है?
अब क्या होगा?
निवासियों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही आवारा कुत्तों का सुरक्षित विस्थापन नहीं किया गया, तो वे प्रशासन के खिलाफ आंदोलन करने और कानूनी कार्रवाई करने के लिए मजबूर होंगे।
अब बड़ा सवाल यह है:
- क्या जिला प्रशासन इस मामले में संज्ञान लेगा?
- क्या सोसाइटी प्रशासन इस समस्या का स्थायी समाधान निकालेगा?
- क्या मासूम बच्चों की सुरक्षा के लिए कोई ठोस नीति बनाई जाएगी?
मेट्रोपोलिस सिटी में रहने वाले परिवार अब असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। यदि जल्द समाधान नहीं हुआ, तो यह मामला बड़ा रूप ले सकता है और प्रशासन की लापरवाही पर गंभीर सवाल खड़े हो सकते हैं।

