वहीं किच्छा में आठ मदरसों को सील किया गया। जबकि मंगलवार और बुधवार को चले अभियान में कुल 33 मदरसे सील किए गए थे। अब तक तीन दिन के अभियान में जिले में 49 मदरसों को सील किया जा चुका है। गुरुवार को एसडीएम मनीष बिष्ट, तहसीलदार रुद्रपुर दिनेश कुटोला, शिक्षा विभाग और अल्पसंख्यक विभाग के अधिकारियों और पुलिस टीम ने मदरसों की जांच की। तहसीलदार ने बताया कि जांच के दौरान कच्ची खमरिया, ग्राम बडौरा, मल्सी और कुरैया में एक-एक मदरसे को नियम विरुद्ध संचालन पर सील किया गया है। उन्होंने बताया कि मदरसों की जांच में स्थायी और अस्थायी मान्यता न होना, सोसायटी रजिस्ट्रेशन न होना, भूमि से संबंधित आवश्यक प्रपत्र न दिखा पाना, बिना कनेक्शन के बिजली का प्रयोग, सरकारी भूमि पर कब्जा जैसी खामियां मिली हैं। खामियां मिलने के चलते इन मदरसों को सील किया गया है। वहीं बुधवार को भी रुद्रपुर में सीरगोटिया, आर्दश कॉलोनी और देर शाम सुभाष कालोनी में तीन मदरसों को अवैध रूप से संचालन पर सील किया गया था। तहसीलदार ने बताया कि सील किए गए मदरसों के संचालन को लेकर आगे नियमानुसार विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी।


प्रिंट मीडिया, शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स/संपादक उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह बिष्ट रुद्रपुर, (उत्तराखंड)

