


शैल ग्लोबल टाइम्स/अवतार सिंह बिष्ट, रूद्रपुर, उत्तराखंड,
जिसको लेकर एक बार फिर सियासत तेज हो गई है। इस बीच बजट सत्र गैरसैंण में नहीं होने पर हरीश रावत ने कहा जिन विधायकों को हिमालय राज्य में ठंडा लगता है, उनको किसी गैर हिमालय राज्य में चला जाना चाहिए। हरीश रावत ने कहा जिस दिन देहरादून में बजट सत्र होगा उसी दिन मैं 1 घंटा देहरादून में गांधी जी की प्रतिमा के नीचे मौन उपवास रखूंगा


उत्तराखंड सरकार आगामी वित्तीय वर्ष 2024-25 के बजट को लेकर विधानसभा बजट सत्र इस माह के अंत मे आहूत करने जा रही है। सत्र की अभी तिथि का अभी ऐलान नहीं हुआ है। हालांकि संभावना जताई जा रही है कि 26 फरवरी से देहरादून में ही बजट सत्र आहूत किया जएगा। विधानसभा सत्र की तिथियों का ऐलान होने से पहले ही गैरसैंण में विधानसभा सत्र आहूत करने की चर्चाएं भी चली लेकिन सरकार ने देहरादून में बजट सत्र करने का निर्णय लिया है।
बताया गया कि विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष को पत्र भेजे थे, जिसमें बजट सत्र गैरसैंण में न कराकर देहरादून में कराने की मांग की गई। सत्ता पक्ष और विपक्ष के कई विधायकों ने गैरसैंण में ठंड का हवाला दिया है। जिसमें कहा गया है कि गैरसैंण में बहुत ज्यादा ठंड है। इसको लेकर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा जिन विधायकों को हिमालय राज्य में ठंडा लगता है। उनको किसी गैर हिमालय राज्य में चला जाना चाहिए।
पार्लियामेंट के अधिनियम तहत हमारा राज्य बना जिसके अंतर्गत हमारे राज्य को हिमालय राज्य रूप में ही हमारे राज्य का रजिस्ट्रेशन घोषित किया गया। हिमालय राज्य में बर्फ भी गिरेगी, चढ़ाई भी होगी। जंगल भी होंगे,बारिश भी होगी। कहा कि यह तो स्वभाव है हिमालय का जो विधायक हिमालय के स्वभाव के साथ नहीं चल पा रहे हैं। उन्होंने सरकार पर सवाल करते हुए कहा यह सरकार की एक स्पॉन्सर्ड योजना थी ताकि बजट सत्र गैरसैंण में ना हो।
सरकार को गैरसैंण बजट सत्र पर फैसला करना चाहिए था। हरीश रावत ने कहा कि मैं तो कहता हूं सरकार इस पर आज भी फैसला करें और सत्र के लिए गैरसैंण चले। हरीश रावत ने कहा जिस दिन देहरादून में बजट सत्र होगा उसे दिन मैं 1 घंटा देहरादून में गांधी जी की प्रतिमा के नीचे मौन उपवास रखूंगा। बता दें कि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने भी ऐसे कांग्रेसी विधायकों से जबाव तलब किया है, जिन्होंने सत्र को गैरसेंण की जगह देहरादून कराने को पत्र में हस्ताक्षर किए हैं।

शैल ग्लोबल टाइम्स/अवतार सिंह बिष्ट, रूद्रपुर, उत्तराखंड,
