उत्तराखंड में बिजली के स्मार्ट मीटर लगने से भविष्य में बिजली का बिल भी कम होगा। सालाना 500 करोड़ की बचत होगी। हर साल लाइन लॉस में बर्बाद होने वाली 14 प्रतिशत बिजली में कम से कम सात प्रतिशत की बचत होगी।

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उत्तराखंड में लाइन लॉस 14 प्रतिशत है। इस 14 प्रतिशत लाइन लॉस में पांच से सात प्रतिशत ट्रांसमिशन लॉस होता है। इसके अलावा शेष सात प्रतिशत लाइन लॉस बिजली चोरी और शत प्रतिशत बिजली का बिल न जमा कराने से होता है। इससे हर साल राज्य को 500 करोड़ से अधिक का नुकसान हो रहा है।

प्रिंट मीडिया, शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स/संपादक उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह बिष्ट रुद्रपुर, (उत्तराखंड)

ऊर्जा निगम मैनेजमेंट को उम्मीद है कि स्मार्ट मीटर लगने के बाद 500 करोड़ से अधिक की बचत होगी। इस बचत से ऊर्जा निगम का लाभ बढ़ेगा। इस लाभ का सीधा असर ऊर्जा निगम की ओर से विद्युत नियामक आयोग को हर साल भेजे जाने वाले बिजली दरों में बढ़ोत्तरी के प्रस्ताव पर पड़ेगा।

लाभ बढ़ने से कम बढ़ोत्तरी का प्रस्ताव भेजा जाएगा। इससे भविष्य में बिजली की दरों में कम बढ़ोत्तरी होगी। स्मार्ट मीटर लगने के बाद बिजली चोरी मुमकिन नहीं रहेगी। ऊर्जा निगम के एमडी अनिल कुमार ने बताया कि स्मार्ट मीटर लगने के बाद लाइन लॉस अपने न्यूनतम स्तर पर पहुंच जाएगा। शत प्रतिशत राजस्व वसूली संभव होगी। बिजली चोरी शत प्रतिशत रुकेगी। इससे ऊर्जा निगम का राजस्व बढ़ेगा। इसका सीधा लाभ उपभोक्ताओं को भी सस्ती बिजली के रूप में मिलेगा।


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