उत्तराखंड में निकाय चुनाव को लेकर सरगर्मियां तेज हो गई है। भाजपा, कांग्रेस समेत सभी सियासी दलों ने अपने अपने स्तर से तैयारियां शुरू कर दी हैंं। इसके लिए दावेदारों के पैनल तैयार किए जा रहे हैं।

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भाजपा की पर्यवेक्षक टोली जिलों में जाकर लिस्ट तैयार करने में जुटी है। जो कि तीन दिनों से सभी निगमों, पालिका और नगर पंचायतों में जाकर संभावित प्रत्याशियों का पैनल तैयार कर रही है। इसके बाद ये लिस्ट प्रदेश नेतृत्व को सौंपा जाएगा। टोली में भाजपा के वर्तमान विधायक,पदाधिकारी समेत 200 कार्यकर्ताओं को शामिल किया गया है।

(संदेश)
प्रिंट मीडिया, शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स/संपादक उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह बिष्ट रुद्रपुर

उत्तराखंड में भाजपा ने निकाय चुनाव जीतने के लिए खास प्लान बनाया है। जिसके तहत 11 नगर निगम, नगर पालिका और नगर पंचायत के लिए पर्यवेक्षकों की टीम बनाई हैं। जिन्हें अपने अपने संबंधित निकाय क्षेत्रों में जाकर संभावित पार्टी उम्मीदवारों को लेकर स्थानीय संगठन और नेताओं से विचार विमर्श करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। यह सभी पर्यवेक्षक 3 दिन में इन निकायों का प्रवास करेंगे और चर्चा में शामिल पार्टी प्रतिनिधियों से तीन नामों पर राय मांगेंगे।

इस दौरान वह संबंधित क्षेत्र के परिसीमन, सामाजिक एवं व्यवहारिक समीकरणों और जीत के पैमाने पर विस्तृत रायशुमारी भी करेंगे। पार्टी की तरफ से सभी पर्यवेक्षकों को 21 दिसंबर तक संभावित नामों की सूची के साथ अपनी रिपोर्ट नेतृत्व को सौंपनी है। भाजपा का दावा है कि पार्टी का लक्ष्य सभी नगर निगमों समेत अधिकांशतया नगरपालिका और नगर पंचायतों में जीत दर्ज का है। लिहाजा उम्मीदवारों के चयन में क्षेत्रीय सामाजिक संतुलन के साथ जीत की संभावना को भी वरीयता दी जाएगी।

जिसके लिए पार्टी तीन तरीकों से उम्मीदवार का चयन करने जा रही है। जिसमें स्थानीय संगठन की प्रदेश नेतृत्व से रायशुमारी की पहली प्रजातियां हाल में पूर्ण की गई थी। अगले चरण में पर्यवेक्षकों की टीम निर्वाचित क्षेत्रों में जाकर रिपोर्ट बनाने जा रही है। वहीं दूसरी तरफ पार्टी का अंदरूनी सर्वे भी किया जा रहा है।

पार्टी का प्रदेश नेतृत्व तीनों रिपोर्टों पर विस्तृत विमर्श के बाद संभावित नामों का अंतिम पैनल केंद्रीय नेतृत्व की संस्तुति के लिए भेजेगा। जिसके बाद ही भाजपा उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की जाएगी। सबसे ज्यादा भाजपा के लिए मुश्किल देहरादून सीट मानी जा रही है, जहां निवर्तमान मेयर के अलावा दर्जन दावेदार हैं। इनमें से पार्टी किस पर भरोसा जताती है। इसके लिए अभी इंतजार करना होगा। माना जा रहा है कि जनवरी में निकाय चुनाव करा लिए जाएंगे।


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