
फिर उसे रात को लगभग ढाई बजे कुछ ऐसा दिखा जिसे देख वह फिर कभी वापस कश्मीर नहीं गई और वृंदावन में ही रह गई. निधिवन के बारे में मान्यता है कि यहां रात में श्री कृष्ण गोपियों के साथ रासलीला रचाते हैं.


हिंदुस्तान Global Times/print media,शैल ग्लोबल टाइम्स,अवतार सिंह बिष्ट, रुद्रपुर
रात में निधिवन में प्रवेश करना पूरी तरह वर्जित रहता है. दिन में भक्त लोग जा सकते हैं लेकिन शाम होते ही निधिवन को खाली करा दिया जाता है. पुराणिक मान्यता है अगर कोई भी भक्त निधिवन में रात को छिपकर रासलीला देखने चला जाता है वह या तो पागल हो जाता है, या फिर उसकी मौत हो जाती है. इससे जुड़ी कई कहानियां सुनने को मिल चुकी है. इतना ही नहीं कहा तो यह तक जाता है कि शाम होते ही पशु-पक्षी भी निधिवन छोड़ चले जाते हैं.
लेकिन आज हम आपको श्री कृष्ण के एक ऐसे भक्त के बारे में बताने जा रहे हैं जो खुद दावा करती है कि उसने साक्षात निधिवन में रात को श्री कृष्ण के दर्शन किये हैं. उसका कहना है कि वह बचपन से ही श्री कृष्ण की भक्त है और उन्हें खोजते-खोजते वह कश्मीर से मथुरा और वृंदावन आ पहुंची. वह बताती है कि साल 2012 में वह वृंदावन आई थी उसने हर जगह श्री कृष्ण को ढूंढा पर जब वह नहीं मिले तो जोर-जोर से वह रोने लगी, तब उससे एक बाबा ने कहा कि अगर सच में तुम कान्हा से मिलकर उनके साक्षात दर्शन करना चाहती हो, तो रात को निधिवन जाओ, प्रभू वहां हर रात को अपनी गोपियों के साथ रासलीला करते हैं. यह बात सुनकर वह भक्त खुश हो गई.
जिसके बाद वह लड़की देर रात चुपके से निधिवन में पहुंची. वहां पहुंचकर वह एक घने पेड़ के अंदर छुप गई. फिर जैसे-जैसे बीती करीब ढाई बजे उसे जो दिखा वह देखने के बाद वह बेहोश हो गई. उसने निधिवन के उस रात की आंखों देखी सच्चाई बताई. उसने दावा किया कि उस रात उसने साक्षात प्रभू श्री कृष्ण को देखा. उसने देखा कि निधिवन के सारे पेड़ खुद व खुद गोपियां बन गई. उन्हीं गोपियों के साथ श्री कृष्ण रासलीला कर रहे थे. इतना ही नहीं वह यह भी दावा करती है कि श्री कृष्ण ने उससे भी बात की और उसे बोला कि मैं तो हमेशा तुम्हारे साथ हूं. इस सबके बाद वह बेहोश हो गई. फिर जाकर वह हमेशा वृंदावन में रहने लगी और कान्हा से उसने विवाह कर लिया. उसे अब कई लोग मीरा नाम से जानते हैं तो कई लोग राधा.
