उत्तराखंड निकाय चुनाव को लेकर शासन की और से प्रक्रिया तेज हो गई है। निकायों की आपत्तियों का निपटारा कर दिया गया है। मेयर-अध्यक्ष, वार्डों की रिपोर्ट शासन को भेजी गई है।

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प्रिंट मीडिया, शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स/संपादक उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह बिष्ट रुद्रपुर, (उत्तराखंड)

ऐसे में भी इसी सप्ताह प्रदेश में निकाय चुनाव की आचार संहिता लागू हो सकती है।

शहरी विकास विभाग ने 14 दिसंबर को नगर निगम, नगर पालिका और नगर पंचायतों के मेयर और अध्यक्ष पदों के आरक्षण की अनंतिम अधिसूचना जारी की थी। इसके लिए 22 दिसंबर तक आपत्तियां दर्ज कराई जा सकती थी। जिसके बाद आपत्तियां दर्ज की गई। जिनकी संख्या एक हजार को पार कर गई।

हरिद्वार जिले से सबसे अधिक आपत्तियां आई। अब सबका निपटारा कर इसे शासन को भेजा गया। शासन इस पर फाइनल रिपोर्ट तैयार कर निर्वाचन आयोग को भेजेगा। जिसके बाद चुनाव की अधिसूचना जारी हो जाएगा। माना जा रहा है कि 25 से 27 दिसंबर के बीच अधिसूचना जारी हो जाएगी और 16 से 20 जनवरी के बीच चुनाव करा लिए जाएंगे।

इस बीच भाजपा, कांग्रेस समेत सभी दलों ने प्रत्याशियों के चयन की प्रक्रिया शुरू कर दी है। भाजपा में सबसे ज्यादा टिकटों को लेकर मारामारी नजर आ रही है। देहरादून, हल्द्वानी समेत प्रदेश के सभी निकायों में दावेदारी को लेकर ज्यादा मारामारी देखी जा रही है। भाजपा के पर्यवेक्षकों की टोली ने रिपोर्ट तैयार कर प्रदेश संगठन को सौंप दिया है। अब 25 या 26 दिसंबर को इस पर चर्चा हो सकती है।

जिसके बाद लिस्ट जारी हो जाएगी। इसके लिए केंद्रीय नेतृत्व से भी मुहर का इंतजार किया जाएगा। भाजपा के लिए निकाय चुनाव जीतना चुनौती मानी जा रही है। दूसरे दलों से भाजपा में आए दावेदारों के अलावा पार्टी के अपने दावेदार पार्टी की मुश्किलें बढ़ा रहे हैं। जो कि आने वाले समय में पार्टी को नुकसान भी पहुंचा सकते हैं। उधर कांग्रेस अभी वेट एंड वॉच की स्थिति में है।

शहरी विकास विभाग ने 14 दिसंबर को नगर निगम, नगर पालिका और नगर पंचायतों के मेयर और अध्यक्ष पदों के आरक्षण की अनंतिम अधिसूचना जारी की थी। इसके लिए 22 दिसंबर तक आपत्तियां दर्ज कराई जा सकती थी। जिसके बाद आपत्तियां दर्ज की गई। जिनकी संख्या एक हजार को पार कर गई।

हरिद्वार जिले से सबसे अधिक आपत्तियां आई। अब सबका निपटारा कर इसे शासन को भेजा गया। शासन इस पर फाइनल रिपोर्ट तैयार कर निर्वाचन आयोग को भेजेगा। जिसके बाद चुनाव की अधिसूचना जारी हो जाएगा। माना जा रहा है कि 25 से 27 दिसंबर के बीच अधिसूचना जारी हो जाएगी और 16 से 20 जनवरी के बीच चुनाव करा लिए जाएंगे।

इस बीच भाजपा, कांग्रेस समेत सभी दलों ने प्रत्याशियों के चयन की प्रक्रिया शुरू कर दी है। भाजपा में सबसे ज्यादा टिकटों को लेकर मारामारी नजर आ रही है। देहरादून, हल्द्वानी समेत प्रदेश के सभी निकायों में दावेदारी को लेकर ज्यादा मारामारी देखी जा रही है। भाजपा के पर्यवेक्षकों की टोली ने रिपोर्ट तैयार कर प्रदेश संगठन को सौंप दिया है। अब 25 या 26 दिसंबर को इस पर चर्चा हो सकती है।

जिसके बाद लिस्ट जारी हो जाएगी। इसके लिए केंद्रीय नेतृत्व से भी मुहर का इंतजार किया जाएगा। भाजपा के लिए निकाय चुनाव जीतना चुनौती मानी जा रही है। दूसरे दलों से भाजपा में आए दावेदारों के अलावा पार्टी के अपने दावेदार पार्टी की मुश्किलें बढ़ा रहे हैं। जो कि आने वाले समय में पार्टी को नुकसान भी पहुंचा सकते हैं। उधर कांग्रेस अभी वेट एंड वॉच की स्थिति में है।


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