भारतीय टीम ने चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का खिताब अपने नाम कर लिया है। दुबई में खेले गए फाइनल मैच में भारत ने न्‍यूजीलैंड को 4 विकेट से हराया। इसके साथ ही इंडिया सबसे ज्‍यादा चैंपियंस ट्रॉफी जीतने वाली टीम बनी।

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भारत ने 2002 में संयुक्‍त रूप से और 2013 में महेंद्र सिंह धोनी की कप्‍तानी में चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब अपने नाम किया था।

प्रिंट मीडिया, शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स/संपादक उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह बिष्ट रुद्रपुर, (उत्तराखंड)

यूं तो जीत में पूरी टीम का योगदान रहा, लेकिन दुबई में भारतीय स्पिनर्स काफी असरदार साबित हुए। भारत की प्रारंभिक टीम में लास्‍ट मोमेंट पर बदलाव किया गया था। चोटिल जसप्रीत बुमराह की जगह हर्षित राणा और सलामी बल्‍लेबाज यशस्‍वी जायसवाल की जगह वरुण चक्रवर्ती को फाइनल स्‍क्वॉड में जगह दी गई।

क्या आप जानते हैं कि वरुण चक्रवर्ती को प्रोविजनल चैंपियंस ट्रॉफी टीम में शामिल नहीं किया गया था? वरुण को हमेशा टी20 स्पेशलिस्ट माना जाता था और उन्हें चैंपियंस ट्रॉफी टीम में जगह नहीं दी गई। उन्हें केवल इंग्लैंड के खिलाफ टी20I टीम में चुना गया था। वरुण ने सीरीज में कुल 14 विकेट झटके। वरुण की सफलता के कारण उन्हें सीरीज के लिए वनडे टीम में शामिल किया गया। वरुण का वनडे डेब्यू यादगार नहीं रहा और उन्होंने 10 ओवर में 54 रन दिए। उन्होंने एक विकेट भी लिया। लेकिन टीम प्रबंधन ने शायद उनमें जोश देखा और उन्हें चैंपियंस ट्रॉफी टीम में शामिल कर लिया गया।

भारतीय टीम 5 स्पिनर्स के साथ दुबई के लिए रवाना हुई थी। ऐसे में टीम की काफी आलोचना भी हो रही थी। हालांकि, स्पिनर्स ने दुबई में अपने को साबित कर दिखाया। वरुण चक्रवर्ती को पहले 2 मैच में भारतीय प्‍लेइंग 11 में जगह नहीं दी गई। न्‍यूजीलैंड के खिलाफ आखिरी ग्रुप मैच में हर्षित राणा की जगह वरुण चक्रवर्ती को जगह दी गई। वरुण ने इस मौके को पूरी तरह भुनाया और इस मैच में पंजा खोला। वरुण ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सेमीफाइनल में 2 बल्लेबाजों को आउट किया। उन्होंने फाइनल में विल यंग और ग्लेन फिलिप्स को आउट करके केवल 3 मैचों में 9 विकेट के साथ टूर्नामेंट का समापन किया।

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